सारस न्यूज, किशनगंज।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शनिवार को समाधान यात्रा को लेकर सीएम का हुआ किशनगंज में आगमन। सीएम के आगमन को लेकर किशनगंज एवं कोचाधामन में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए थे। वहीं खगड़ा हवाई अड्डा से लेकर कोचाधामन के डेरामारी पंचायत भवन कार्यक्रम स्थल तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सुरक्षा व्यवस्था इतनी कड़ी थी की यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता था। हवाई अड्डा से डेरामारी तकरीबन 15-20 किमी तक सड़क के दोनो ओर पुलिस पदाधिकारी, मैजिस्ट्रेट व पुलिस जवानों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। कार्यक्रम स्थल किशनगंज प्रखंड कार्यालय स्थित जीविका कार्यालय, कोचाधामन स्थित डेरामारी अल्पसंख्यक छात्रावास, डेरामारी पंचायत भवन, जिला मुख्यालय खगड़ा स्थित सम्राट भवन, जिला परिषद सभागार में कड़ी चौकसी बरती जा रही थी। कार्यक्रम के पास वाले मकानों की छतों में भी सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई थी। कार्यक्रम स्थल के अंदर बिना वैध पास के किसी का भी प्रवेश वर्जित था। सीएम सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मी किसी को भी अंदर प्रवेश करने नहीं दे रहे थे। वही सीएम के साथ बिहार के डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी भी चल रहे थे। उन्होंने सुरक्षा को लेकर पूर्णिया आईजी सुरेश कुमार चौधरी व एसपी डॉ. इनामुल हक मेगनू को आवश्यक दिशा निर्देश दिया था।

इधर शहर में 20 से ज्यादा स्थानों में बैरिकिंटिंग लगवाए गए थे। सीएम का काफिला जिस मार्ग से गुजरता था वहां बीस मिनट पूर्व ही मार्ग में वाहनों का प्रयोग रोक दिया जाता था। किशनगंज के अलावे अररिया, पूर्णिया, कटिहार से लेकर पटना तक के पुलिस पदाधिकारी को सीएम के सुरक्षा व्यवस्था मे तैनात किया गया था। मुख्यमंत्री की सुरक्षा में एक दर्जन डीएसपी, 300 से ज्यादा पुलिस पदाधिकारियों व 1500 से ज्यादा जवानों को लगाया गया था। एसपी डॉ. इनामुल हक मेगनू पल पल की स्थिति का जायजा लेते हुए स्वयं कार्यक्रम स्थल में मौजूद रहें। वही जिले के अधिकतर थानाध्यक्षों को भी अलग अलग स्थानों में तैनात किया गया था। खगड़ा हवाई अड्डा से लेकर कोचाधामन के डेरा मारी गांव तक 3 दर्जनों से ज्यादा ड्रॉप ग्रेट बनाया गया था। जहां पुलिस पदाधिकारी मजिस्ट्रेट के साथ पुलिसकर्मी तैनात थे। वही सीएम के काफिला को लेकर कुछ समय के लिए नेशनल हाईवे को भी अवरुद्ध किया गया था।
