सिंगल यूज प्लास्टिक आज पूरी दुनिया में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण बना हुआ है। हालांकि सरकार कि ओर से बीते एक जुलाई से ही सिंगल यूज प्लास्टिक बंद की घोषणा कर इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया है। जबकि प्लास्टिक के इस्तेमाल ने कई प्रकार कि समस्याओं को जन्म दिया है। प्रकृति में जल्द समाप्त नहीं होने वाला प्लास्टिक कचरा आज सब जगहों पर ढेर बने हुए है। नाली जाम कि समस्या हो या कचड़ा उठाओ के दौरान प्लास्टिक के अवशेष सभी स्थानों पर प्लास्टिक आज चिंताजनक समस्या बनी हुई है। सरकार कि नई घोषणा के बाद प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने कि संभावना बढ़ी तो थी परन्तु अधिकारीयों कि शिथिलता के कारण अब वह भी ठंडे बस्ते में जाता नजर आ रहा है। हालाँकि प्रखंड सहित जीले में स्काउट एवं गाइड के केडेट्स के द्वारा प्लास्टिक टाइड टर्नर नामक अभियान चलाकर लोगों को प्लास्टिक से होने वाले दुष्प्रभावों कि जानकारी अवगत करवाते हुए आमजनो से प्लास्टिक न यूज करने कि अपील लगातार कि जा रही है।
इस संदर्भ में स्थानीय वार्ड पार्षद बंटी सिन्हा ने कहा कि प्लास्टिक का कचड़ा सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। कचड़े के ढेर को देखे तो इसमें सबसे अधिक इस्तेमाल किये गए प्लास्टिक के पैकेट एवं बोतल आदी दीखते हैं। इसके इस्तेमाल पर अगर रोक नहीं लगी तो हमारा पर्यावरण और ज्यादा दूषित हो जाएगा।
इस संदर्भ में स्थानीय समाजसेवी राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि प्लास्टिक का निर्माण कई रसायनिक तत्वों से हुआ है। यह सेहत के लिए भी काफी हानिकारक है। लोग सुविधा के लिए इसका इस्तेमाल धररले से कर रहे हैं परन्तु इसका परिणाम आमजनो के लिए काफी हानिकारक है।वहीँ प्लास्टिक धरती के लिए भी काफी नुकसानदेह है।
वहीँ इस संदर्भ में जिला संगठन आयुक्त भारत स्काउट एवं गाइड सुशिल कुमार गुप्ता ने बताया कि सरकार कि तरफ से प्लास्टिक का उपयोग पर प्रतिबंध लगाने का फैसला काफी सराहनीय कदम है। स्काउट एवं गाइड द्वारा पूर्व से ही इस अभियान को चलाया जा रहा है। इसके इस्तेमाल से कई प्रकार के नुकसान हैं।
देवाशीष चटर्जी, सारस न्यूज, बहादुरगंज।
सिंगल यूज प्लास्टिक आज पूरी दुनिया में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण बना हुआ है। हालांकि सरकार कि ओर से बीते एक जुलाई से ही सिंगल यूज प्लास्टिक बंद की घोषणा कर इसके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया है। जबकि प्लास्टिक के इस्तेमाल ने कई प्रकार कि समस्याओं को जन्म दिया है। प्रकृति में जल्द समाप्त नहीं होने वाला प्लास्टिक कचरा आज सब जगहों पर ढेर बने हुए है। नाली जाम कि समस्या हो या कचड़ा उठाओ के दौरान प्लास्टिक के अवशेष सभी स्थानों पर प्लास्टिक आज चिंताजनक समस्या बनी हुई है। सरकार कि नई घोषणा के बाद प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने कि संभावना बढ़ी तो थी परन्तु अधिकारीयों कि शिथिलता के कारण अब वह भी ठंडे बस्ते में जाता नजर आ रहा है। हालाँकि प्रखंड सहित जीले में स्काउट एवं गाइड के केडेट्स के द्वारा प्लास्टिक टाइड टर्नर नामक अभियान चलाकर लोगों को प्लास्टिक से होने वाले दुष्प्रभावों कि जानकारी अवगत करवाते हुए आमजनो से प्लास्टिक न यूज करने कि अपील लगातार कि जा रही है।
इस संदर्भ में स्थानीय वार्ड पार्षद बंटी सिन्हा ने कहा कि प्लास्टिक का कचड़ा सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। कचड़े के ढेर को देखे तो इसमें सबसे अधिक इस्तेमाल किये गए प्लास्टिक के पैकेट एवं बोतल आदी दीखते हैं। इसके इस्तेमाल पर अगर रोक नहीं लगी तो हमारा पर्यावरण और ज्यादा दूषित हो जाएगा।
इस संदर्भ में स्थानीय समाजसेवी राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि प्लास्टिक का निर्माण कई रसायनिक तत्वों से हुआ है। यह सेहत के लिए भी काफी हानिकारक है। लोग सुविधा के लिए इसका इस्तेमाल धररले से कर रहे हैं परन्तु इसका परिणाम आमजनो के लिए काफी हानिकारक है।वहीँ प्लास्टिक धरती के लिए भी काफी नुकसानदेह है।
वहीँ इस संदर्भ में जिला संगठन आयुक्त भारत स्काउट एवं गाइड सुशिल कुमार गुप्ता ने बताया कि सरकार कि तरफ से प्लास्टिक का उपयोग पर प्रतिबंध लगाने का फैसला काफी सराहनीय कदम है। स्काउट एवं गाइड द्वारा पूर्व से ही इस अभियान को चलाया जा रहा है। इसके इस्तेमाल से कई प्रकार के नुकसान हैं।
Leave a Reply