सारस न्यूज टीम, किशनगंज।
हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज मनायी जाती है। इस बार 31 जुलाई को इसे मनाया जायेगा। इस संबंध में मारवाड़ी समाज की महिलाओं ने तैयारी शुरू कर दी है। इस दिन सुहागिन महिलाएं व्रत रखकर पति की लंबी आयु और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
पंडित सोमनाथ मिश्रा ने बताया कि सुहागिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं। शिव पुराण के अनुसार, हरियाली तीज के दिन भगवान शिव का माता पार्वती के साथ पुनर्मिलन हुआ था। इस बार तीज पर रवि योग का भी शुभ संयोग बन रहा। इस दिन सुहागिन महिलाएं मायके से नये वस्त्र धारण और 16 शृंगार कर शिव-पार्वती की पूजा करती हैं और निर्जला व्रत रखती हैं।
तीज में पूजन सामग्री
हरियाली तीज पर शिव-पार्वती की पूजा विधि-विधान से की जाए तो हरेक मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। पूजन सामग्री में पीला वस्त्र, कच्चा सूता, नए वस्त्र, केले के पत्ते, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी के पत्ते, जनेऊ, जटा नारियल, सुपारी, कलश, अक्षत, दूर्वा घास, घी, कपूर, अबीर-गुलाल, श्रीफल, चंदन, गाय का दूध, गंगाजल, पंचामृत दही, मिश्री, शहद आदि को शामिल किया जाता है.मां पार्वती के लिए हरे रंग की साड़ी, चुनरी और सोलह श्रृंगार की सामग्री रखी जाती है।
तीज के लिए शुभ मुहूर्त
तृतीया तिथि शुरू – जुलाई 31, 2022 को सुबह 02:59 बजे
तृतीया तिथि समाप्त – अगस्त 01, 2022 को सुबह 04:18
पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर शुरू होकर 8 बजकर 33 मिनट तक है।
प्रदोष पूजा सायंकाल में 6:33 बजे से रात 8:51 बजे तक की जा सकती है।