इस्लामपुर (पं.बंगाल) के रहने वाले एसआईएस कर्मचारियों द्वारा इस्लामपुर जिला (पं0 बंगाल) के चकुलिया थाना अन्तर्गत 02 करोड़ रूपये गायब करने की योजनाबद्ध साजिश का किशनगंज पुलिस ने 36 घंटे में किया पर्दाफाश। 60 लाख रूपये, घटनामें प्रयुक्त तीन बाईक, चार मोबाईल जब्त एवं आठ अपराधकर्मियों को किया गिरफतार।
दिनांक-13.09.22 के दोपहर एसआईएस कैश वैन से दो करोड रूपये गायब होने की सूचना पर किशनगंज पुलिस के द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तो स्पष्ट हुआ कि घटनास्थल किशनगंज सीमा से करीब 1.5-02 कि.मी बाहर एनएच 27 पर स्थित इस्लामपुर जिला (प0बंगाल) के चकुलिया थानान्तर्गत इंडियन ऑयल पेट्रोल पम्प से करीब 15 मीटर पूर्व बेलान में घटनाकारित की गयी है, जिसकी सूचना चकुलिया थाना (प.बंगाल) पुलिस को दी गई जिसपर चकुलिया पुलिस ने किशनगंज थाना आकर घटनास्थल देखने हेतु किशनगंज पुलिस के साथ प्रस्थान किया परंतु घटनास्थल के पूर्व ही अन्यत्र चले गए एवं घटना के संबंध में आवेदन एसआईएस कर्मियों से लेने एवं कोई भी कार्रवाई करने से इंकार कर दिया। तत्पश्चात भारी मात्रा में सरकारी राशि को गायब करने को मद्देनजर रखते हुए तथा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के जजमेंट का अनुपालन करते हुए किशनगंज थाना के द्वारा जमील अख्तर (एसआईएस कैशवाहन चालक) के बयान पर जीरो प्राथमिकी विरूद्ध अज्ञात दर्ज किया गया। इमेल, वाट्सअप एंव रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से इस्लामपुर जिला (प.बंगाल) के चकुलिया थाना को भेजा गया। परंतु उन्होनें प्राप्त करने से इंकार कर दिया। तब उक्त जीरो प्राथमिकी को आईसी चकुलिया के इमेल एंव व्हाट्सएप पर भेजते हुए रजिस्टर्ड डाक से भी भेजा गया। एसआईएस के वरीय पदाधिकारियों के द्वारा भी घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए चकुलिया थाना जाकर घटना के संबंध में आवेदन देने एवं आवश्यक कार्रवाई करने हेतु अनुरोध किया गया परंतु चकुलिया थाना के द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने से इंकार करने पर पुनः किशनगंज थाना आकर अपने एसआईएस के कर्मचारियों पर संदेह व्यक्त करते हुए कैशवान का 01 करोड़ 93 लाख रूपये गायब करने से संबंधित आवेदन किशनगंज थाना को दिया गया, जिसपर किशनगंज थाना कांड सं0-393/22 दिनांक-14.09.22 धारा-409/420/120बी/34 भा0द0वि0 दर्ज किया गया। उक्त साजिश को पुलिस अधीक्षक किशनगंज के द्वारा गंभीरता से लेते हुए अपने ही नेतृत्व में छापेमारी दल का गठन किया गया।छापेमारी टीम द्वारा चालक जमील अख्तर से पूछताछ की गई तो उन्होनें पूरी योजना को बताते हुए साजिश में शामिल सभी अपराधकर्मियों के बारे में विस्तृत रूप से बताया। साथ ही यह भी बताया कि कालूगॉव थाना ग्वालपोखर (पं. बंगाल) में स्थित सुकरूद्धीन के घर पर इस घटना को अंजाम देने हेतु पिछले 15 दिन पूर्व से योजना बनायी गयी थी कि किशनगंज सीमा से कैशवाहन में तेल डालने के लिए जैसे ही बंगाल सीमा में वाहन प्रवेश करेगी, तब उक्त कैशवाहन से रूपये अपने अन्य सहयोगियों को हस्तगत करा देना है एवं उसे लूट का झूठा रूप देते हुए स्थानीय थाना को गुमराह करना है। साथ ही चालक ने अपने पैंट में छुपाकर रखे एक सिम को निकाल कर दिया और बताया कि उक्त सिम को ही योजनाबद्ध साजिश को सफल बनाने हेतू प्रयोग किया गया।
घटना से पूर्व उक्त सिम से अपराधियों से बातचीत करते हुए योजनानुसार घटना में शामिल 8-9 अपराधकर्मी में से 04 अपराधी बाईक से एसबीआई मुख्य शाखा किशनगंज से जैसे ही कैशवाहन निकली चालक से लोकेशन लेते रहे एवं स्वयं जिला इस्लामपुर के चकुलिया थाना क्षेत्र में कैशवाहन का इंतेजार करते रहे। खगडा एटीएम में कैश डालने के पश्चात कैशवाहन तेल लाने के बहाने चकुलिया थाना क्षेत्र में पहुॅची तो योजनानुसार उक्त कैशवाहन के शेष रूपये को निकालकर अपने सहयोगियों को हस्तगत करा दिया एवं गलत जानकारी किशनगंज थाना पुलिस को दिया। जमील के बयान, आसूचना संकलन एवं तकनिकी अनुसंधान के आधार पर किशनगंज पुलिस के द्वारा दिनांक-14/15 की मध्य रात्रि इस्लामपुर जिला के ग्वालपोखर थाना के विभिन्न स्थानों पर स्थानीय सरपंच एवं कुछ ग्रामीणों के सहयोग से छापेमारी कर घटना में शामिल तीन अपराधकर्मियों को गिरफतार करते हुए 60 लाख रूपये, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मुख्य शाखा किशनगंज का मूहर लगी पर्ची, घटना में प्रयुक्त तीन बाईक एवं चार मोबाईल को जब्त करते हुए इस्लामपुर जिला के स्थानीय थाना ग्वालपोखर को सूचित किया गया। अग्रतर अनुसंधान जारी है। उक्त घटना लूट नहीं, एसआईएस कर्मचारियों की योजनाबद्ध साजिश थी।
1. 60 लाख रूपये, 2. घटना में प्रयुक्त 04 मोबाईल, 3. घटना में प्रयुक्त 03 बाईक
छापेमारी दल में शामिल सदस्य:
1-इनामूल हक मैंगनू (पुलिस अधीक्षक, किशनगंज), 2-अनवर जावेद (अनु0पु0पदा0 किशनगंज), 3-अमर प्रसाद सिंह (थानाध्यक्ष किशनगंज), 4-विनय कु0 सिंह (परिचारी प्रवर), 5-सुमन कुमार सिंह (थानाध्यक्ष कोचाधामन), 6-आरिज एहकाम (थानाध्यक्ष पौआखाली), 7-चितरंजन प्रसाद यादव (थानाध्यक्ष बहादुरगंज), 8-शिव कु0 प्रसाद (थानाध्यक्ष पहाड़कट्टा), 9-सुनील कुमार सिंह (थानाध्यक्ष दिघलबैंक), 10-संजय कुमार (मध निषेध), 11-कुनाल कुमार (परि0पु0अ0नि0, किशनगंज), 12-राहुल कुमार (परि0पु0अ0नि0 किशनगंज), 13-रूपाली कुमारी (परि0पु0अ0नि0 किशनगंज), 14-सोमेश कुमार ( परि0पु0अ0नि0 किशनगंज), 15-लक्ष्मी कुमारी (परि0पु0अ0नि0 किशनगंज), 16-विनीता कुमार, ( परि0पु0अ0नि0 किशनगंज), 17-अचला शर्मा, (परि0पु0अ0नि0किशनगंज), 18-शहनवाज खान, (पु0अ0नि0किशनगंज), 19-संजय कुमार यादव, (स0अ0नि0किशनगंज), 20-मैनुद्धीन, (स0अ0नि0किशनगंज), 21-प्रमोद कुमार, साथ अन्य महिला एवं पुरूष पुलिसकर्मी।
सारस न्यूज, किशनगंज।
इस्लामपुर (पं.बंगाल) के रहने वाले एसआईएस कर्मचारियों द्वारा इस्लामपुर जिला (पं0 बंगाल) के चकुलिया थाना अन्तर्गत 02 करोड़ रूपये गायब करने की योजनाबद्ध साजिश का किशनगंज पुलिस ने 36 घंटे में किया पर्दाफाश। 60 लाख रूपये, घटनामें प्रयुक्त तीन बाईक, चार मोबाईल जब्त एवं आठ अपराधकर्मियों को किया गिरफतार।
दिनांक-13.09.22 के दोपहर एसआईएस कैश वैन से दो करोड रूपये गायब होने की सूचना पर किशनगंज पुलिस के द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तो स्पष्ट हुआ कि घटनास्थल किशनगंज सीमा से करीब 1.5-02 कि.मी बाहर एनएच 27 पर स्थित इस्लामपुर जिला (प0बंगाल) के चकुलिया थानान्तर्गत इंडियन ऑयल पेट्रोल पम्प से करीब 15 मीटर पूर्व बेलान में घटनाकारित की गयी है, जिसकी सूचना चकुलिया थाना (प.बंगाल) पुलिस को दी गई जिसपर चकुलिया पुलिस ने किशनगंज थाना आकर घटनास्थल देखने हेतु किशनगंज पुलिस के साथ प्रस्थान किया परंतु घटनास्थल के पूर्व ही अन्यत्र चले गए एवं घटना के संबंध में आवेदन एसआईएस कर्मियों से लेने एवं कोई भी कार्रवाई करने से इंकार कर दिया। तत्पश्चात भारी मात्रा में सरकारी राशि को गायब करने को मद्देनजर रखते हुए तथा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के जजमेंट का अनुपालन करते हुए किशनगंज थाना के द्वारा जमील अख्तर (एसआईएस कैशवाहन चालक) के बयान पर जीरो प्राथमिकी विरूद्ध अज्ञात दर्ज किया गया। इमेल, वाट्सअप एंव रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से इस्लामपुर जिला (प.बंगाल) के चकुलिया थाना को भेजा गया। परंतु उन्होनें प्राप्त करने से इंकार कर दिया। तब उक्त जीरो प्राथमिकी को आईसी चकुलिया के इमेल एंव व्हाट्सएप पर भेजते हुए रजिस्टर्ड डाक से भी भेजा गया। एसआईएस के वरीय पदाधिकारियों के द्वारा भी घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए चकुलिया थाना जाकर घटना के संबंध में आवेदन देने एवं आवश्यक कार्रवाई करने हेतु अनुरोध किया गया परंतु चकुलिया थाना के द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने से इंकार करने पर पुनः किशनगंज थाना आकर अपने एसआईएस के कर्मचारियों पर संदेह व्यक्त करते हुए कैशवान का 01 करोड़ 93 लाख रूपये गायब करने से संबंधित आवेदन किशनगंज थाना को दिया गया, जिसपर किशनगंज थाना कांड सं0-393/22 दिनांक-14.09.22 धारा-409/420/120बी/34 भा0द0वि0 दर्ज किया गया। उक्त साजिश को पुलिस अधीक्षक किशनगंज के द्वारा गंभीरता से लेते हुए अपने ही नेतृत्व में छापेमारी दल का गठन किया गया।छापेमारी टीम द्वारा चालक जमील अख्तर से पूछताछ की गई तो उन्होनें पूरी योजना को बताते हुए साजिश में शामिल सभी अपराधकर्मियों के बारे में विस्तृत रूप से बताया। साथ ही यह भी बताया कि कालूगॉव थाना ग्वालपोखर (पं. बंगाल) में स्थित सुकरूद्धीन के घर पर इस घटना को अंजाम देने हेतु पिछले 15 दिन पूर्व से योजना बनायी गयी थी कि किशनगंज सीमा से कैशवाहन में तेल डालने के लिए जैसे ही बंगाल सीमा में वाहन प्रवेश करेगी, तब उक्त कैशवाहन से रूपये अपने अन्य सहयोगियों को हस्तगत करा देना है एवं उसे लूट का झूठा रूप देते हुए स्थानीय थाना को गुमराह करना है। साथ ही चालक ने अपने पैंट में छुपाकर रखे एक सिम को निकाल कर दिया और बताया कि उक्त सिम को ही योजनाबद्ध साजिश को सफल बनाने हेतू प्रयोग किया गया।
घटना से पूर्व उक्त सिम से अपराधियों से बातचीत करते हुए योजनानुसार घटना में शामिल 8-9 अपराधकर्मी में से 04 अपराधी बाईक से एसबीआई मुख्य शाखा किशनगंज से जैसे ही कैशवाहन निकली चालक से लोकेशन लेते रहे एवं स्वयं जिला इस्लामपुर के चकुलिया थाना क्षेत्र में कैशवाहन का इंतेजार करते रहे। खगडा एटीएम में कैश डालने के पश्चात कैशवाहन तेल लाने के बहाने चकुलिया थाना क्षेत्र में पहुॅची तो योजनानुसार उक्त कैशवाहन के शेष रूपये को निकालकर अपने सहयोगियों को हस्तगत करा दिया एवं गलत जानकारी किशनगंज थाना पुलिस को दिया। जमील के बयान, आसूचना संकलन एवं तकनिकी अनुसंधान के आधार पर किशनगंज पुलिस के द्वारा दिनांक-14/15 की मध्य रात्रि इस्लामपुर जिला के ग्वालपोखर थाना के विभिन्न स्थानों पर स्थानीय सरपंच एवं कुछ ग्रामीणों के सहयोग से छापेमारी कर घटना में शामिल तीन अपराधकर्मियों को गिरफतार करते हुए 60 लाख रूपये, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मुख्य शाखा किशनगंज का मूहर लगी पर्ची, घटना में प्रयुक्त तीन बाईक एवं चार मोबाईल को जब्त करते हुए इस्लामपुर जिला के स्थानीय थाना ग्वालपोखर को सूचित किया गया। अग्रतर अनुसंधान जारी है। उक्त घटना लूट नहीं, एसआईएस कर्मचारियों की योजनाबद्ध साजिश थी।
1. 60 लाख रूपये, 2. घटना में प्रयुक्त 04 मोबाईल, 3. घटना में प्रयुक्त 03 बाईक
छापेमारी दल में शामिल सदस्य:
1-इनामूल हक मैंगनू (पुलिस अधीक्षक, किशनगंज), 2-अनवर जावेद (अनु0पु0पदा0 किशनगंज), 3-अमर प्रसाद सिंह (थानाध्यक्ष किशनगंज), 4-विनय कु0 सिंह (परिचारी प्रवर), 5-सुमन कुमार सिंह (थानाध्यक्ष कोचाधामन), 6-आरिज एहकाम (थानाध्यक्ष पौआखाली), 7-चितरंजन प्रसाद यादव (थानाध्यक्ष बहादुरगंज), 8-शिव कु0 प्रसाद (थानाध्यक्ष पहाड़कट्टा), 9-सुनील कुमार सिंह (थानाध्यक्ष दिघलबैंक), 10-संजय कुमार (मध निषेध), 11-कुनाल कुमार (परि0पु0अ0नि0, किशनगंज), 12-राहुल कुमार (परि0पु0अ0नि0 किशनगंज), 13-रूपाली कुमारी (परि0पु0अ0नि0 किशनगंज), 14-सोमेश कुमार ( परि0पु0अ0नि0 किशनगंज), 15-लक्ष्मी कुमारी (परि0पु0अ0नि0 किशनगंज), 16-विनीता कुमार, ( परि0पु0अ0नि0 किशनगंज), 17-अचला शर्मा, (परि0पु0अ0नि0किशनगंज), 18-शहनवाज खान, (पु0अ0नि0किशनगंज), 19-संजय कुमार यादव, (स0अ0नि0किशनगंज), 20-मैनुद्धीन, (स0अ0नि0किशनगंज), 21-प्रमोद कुमार, साथ अन्य महिला एवं पुरूष पुलिसकर्मी।