राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज सदर अस्पताल परिसर में 102 एम्बुलेंस चालकों ने वेतन और अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। चालकों का कहना है कि उन्हें पिछले पांच माह से वेतन नहीं मिला है और नई एजेंसी जिगिजा कंपनी के साथ तालमेल के अभाव के कारण वे इस हड़ताल पर बैठने के लिए मजबूर हुए हैं। 102 एम्बुलेंस यूनियन के अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार यादव ने कहा कि वे निष्ठा और ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं, लेकिन बिहार सरकार उनका वेतन रोककर रखी हुई है, जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो गया है। इस मुद्दे को लेकर उन्होंने जिला पदाधिकारी समेत विभिन्न अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा, लेकिन हर जगह से केवल आश्वासन ही मिला।
वेतन भुगतान में तालमेल की कमी
चालकों का कहना है कि बिहार सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम मजदूरी, राज्य स्वास्थ्य समिति, और नई एजेंसी जिगिजा (जैन प्लस) कंपनी के बीच तालमेल की कमी के कारण उन्हें जुलाई से अक्टूबर तक का वेतन नहीं मिला है।
चालकों की मुख्य मांगें
- सभी कर्मचारियों का बकाया भविष्य निधि और कर्मचारी राज्य बीमा का शत-प्रतिशत अंशदान संबंधित कार्यालय में जमा किया जाए और नई कंपनी को जिम्मेदारी सौंपने से पहले यह सुनिश्चित किया जाए।
- कर्मचारियों को बिहार सरकार की न्यूनतम मजदूरी के तहत मासिक वेतन 21,000/- रुपये किया जाए।
- सभी कर्मचारियों का दुर्घटना बीमा कराया जाए और कार्य अवधि में आकस्मिक मृत्यु पर कम से कम 10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। यदि राज्य स्वास्थ्य समिति नई एजेंसी को कार्य संचालन का जिम्मा सौंपती है, तो सभी बकाया राशि का भुगतान करने के बाद ही एक साथ सभी चालक और ईएमटी कर्मचारियों का फॉर्म भरा जाए और काम भी एक साथ सौंपा जाए।
एंबुलेंस चालकों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो वे आगे भूख हड़ताल पर भी जाने का निर्णय लेंगे।