सारस न्यूज, वेब डेस्क।
माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के सभागार में सोमवार को आयोजित प्रमंडलीय सम्मान समारोह ने शिक्षा और संस्कृति का अनूठा संगम प्रस्तुत किया। इस भव्य आयोजन में पूर्णिया और भागलपुर प्रमंडल के 200 नवोन्मेषी शिक्षकों को “द बिहार टीचर्स हिस्ट्री मेकर (TBT)” मंच द्वारा सम्मानित किया गया। इनमें किशनगंज जिले के 80 शिक्षक शामिल थे, जिनके शैक्षणिक नवाचारों ने विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण और आनंददायक शिक्षा से जोड़ा।
कार्यक्रम की शुरुआत नगर परिषद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि कलीमुद्दीन द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई। समारोह में शिक्षिकाओं ने पारंपरिक सामा-चकेवा गीतों पर नृत्य प्रस्तुत कर बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत कर दिया। इसके अतिरिक्त, दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए एक भावनात्मक नाटक का मंचन भी हुआ, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
इस आयोजन में किशनगंज, अररिया, कटिहार, पूर्णिया और भागलपुर जिलों से आए शिक्षकों को नवाचार के लिए सराहा गया। कार्यक्रम में TBT मंच के संस्थापक डॉ. कुमार गौरव, अरविंद कुमार, जियाउल हुदा सहित राज्य स्तरीय टीम की सक्रिय उपस्थिति रही।
कार्यक्रम की सफलता में बिंदु कुमारी भारती, विनोद मोहन यादव, पद्मा भारतीय, कुसुम लता, कहकशां प्रवीन, मुमताज खान और हारुण सहित अनेक स्थानीय शिक्षकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समारोह की शोभा राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षाविद श्यामानंद झा, रूपेश झा, सहदेव प्रसाद गणेश, खुशबू ठाकुर और निर्मल कुमार मंडल जैसे विशिष्ट व्यक्तित्वों की उपस्थिति से और भी बढ़ गई।
इस आयोजन ने न सिर्फ शिक्षा में नवाचार को पहचान दी, बल्कि बिहार की सांस्कृतिक गरिमा को भी मंच प्रदान किया।