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गृह प्रसव मुक्त पंचायत अभियान की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित, जिला पदाधिकारी ने दिए सख्त निर्देश

राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा देने और गृह प्रसव को समाप्त करने के उद्देश्य से चल रहे गृह प्रसव मुक्त पंचायत अभियान की समीक्षा बैठक जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज की अध्यक्षता में आयोजित की गई।

बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, प्रखंड और जिला स्तरीय टीमों, सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों और जिला स्वास्थ्य समिति के पदाधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरान अभियान की प्रगति का मूल्यांकन किया गया और इसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए।

अभियान की प्रगति और टीमों की जिम्मेदारियां

बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज ने अभियान के तहत गठित टीमों द्वारा किए गए कार्यों की गहन समीक्षा की। उन्होंने प्रखंड और पंचायत स्तर पर चल रहे प्रयासों की स्थिति की जांच की और अधिकारियों को अभियान को जमीनी स्तर तक प्रभावी रूप से लागू करने के निर्देश दिए।

स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न इकाइयों, आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम, जीविका दीदियों और अन्य विभागीय कर्मचारियों की भूमिका और जिम्मेदारियों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।

📢 जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज ने कहा:
“हमारा लक्ष्य है कि जिले की कोई भी महिला गृह प्रसव के लिए विवश न हो। हर गर्भवती महिला को संस्थागत प्रसव की सुविधा मिले और किसी भी महिला को घर पर प्रसव न कराना पड़े। यह सुनिश्चित करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।”

गृह प्रसव मुक्त पंचायत बनाने के लिए दिए गए निर्देश

🔹 1. आशा कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी
आशा कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया कि वे प्रत्येक गर्भवती महिला के घर जाकर उन्हें संस्थागत प्रसव के लाभों के प्रति जागरूक करें और उन्हें अस्पताल में प्रसव के लिए प्रेरित करें।

🔹 2. नियमित स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित करना
सभी गर्भवती महिलाओं की नियमित स्वास्थ्य जांच अनिवार्य की गई है, ताकि संभावित जटिलताओं से बचा जा सके। आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम को निर्देश दिया गया कि वे गर्भवती महिलाओं की समय पर जांच सुनिश्चित करें

🔹 3. विभिन्न विभागों के सहयोग से अभियान को मजबूती
👉 स्वास्थ्य विभाग,
👉 आईसीडीएस,
👉 पंचायती राज संस्थान,
👉 जीविका आदि विभागों को आपसी समन्वय बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। जिला स्तरीय और प्रखंड स्तरीय टीमों को मिलकर काम करने और सामुदायिक स्तर पर अभियान के प्रचार-प्रसार को तेज करने का निर्देश दिया गया है।

🔹 4. पंचायत और गांव स्तर पर सामुदायिक बैठकें
👉 सभी स्वास्थ्य केंद्रों में नियमित रूप से सामुदायिक बैठकें आयोजित करने का आदेश दिया गया।
👉 ग्रामीण महिलाओं और उनके परिवारों को संस्थागत प्रसव के लाभों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
👉 पंचायत प्रतिनिधियों को भी अभियान में शामिल किया जाएगा, ताकि हर गांव को गृह प्रसव मुक्त बनाया जा सके।

🔹 5. कड़ी निगरानी और समयबद्ध रिपोर्टिंग
👉 जिला और प्रखंड स्तर की टीमों को समय-समय पर अपने कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया।
👉 जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि अभियान की प्रगति पर कड़ी नजर रखी जाएगी
👉 लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जनसहभागिता और सामुदायिक सहयोग पर जोर

📢 जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज ने कहा:
“गृह प्रसव मुक्त पंचायत अभियान को सफल बनाने के लिए जनसहभागिता जरूरी है। सभी विभागों, पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय संगठनों को इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेना होगा।”

बैठक के अंत में सभी अधिकारियों और टीमों ने संकल्प लिया कि हर गर्भवती महिला को संस्थागत प्रसव की सुविधा मिलेगी और गृह प्रसव की घटनाओं को पूरी तरह समाप्त किया जाएगा

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