सारस न्यूज़, बहादुरगंज, किशनगंज।
चाइल्ड लाइन किशनगंज की छत से गिरकर एक नाबालिग किशोरी के घायल होने का मामला सामने आया है। इस घटना ने चाइल्ड लाइन किशनगंज की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बताया गया कि बहादुरगंज थाना क्षेत्र की एक नाबालिग किशोरी, जिसे अपहरण मामले में पुलिस ने सकुशल बरामद किया था, सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति) के निर्देश पर 164 के बयान दर्ज होने तक चाइल्ड लाइन किशनगंज में महिला पुलिस कर्मी की निगरानी में रखी गई थी। रविवार को यह किशोरी चाइल्ड लाइन के भवन के प्रथम तल की छत से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई।
घायल किशोरी को चाइल्ड लाइन की टीम द्वारा तुरंत इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज, किशनगंज रेफर कर दिया। फिलहाल किशोरी का इलाज जारी है। घायल किशोरी के परिजनों ने चाइल्ड लाइन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए इसे गंभीर चूक बताया है। उनका कहना है कि किशोरी को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी चाइल्ड लाइन की थी, लेकिन इस घटना ने उनकी लापरवाही को उजागर किया है।
बहादुरगंज थानाध्यक्ष निशाकांत कुमार ने बताया कि 14 वर्षीय किशोरी का अपहरण 17 जनवरी 2025 को हुआ था। परिजनों की शिकायत पर थाना कांड संख्या 35/25 दर्ज कर जांच शुरू की गई। 24 जनवरी को पुलिस टीम ने किशोरी को सकुशल बरामद कर मेडिकल जांच के बाद सीडब्ल्यूसी के निर्देश पर चाइल्ड लाइन किशनगंज में महिला पुलिस कर्मी की देखरेख में रखा गया था। 26 जनवरी को छत से गिरकर घायल होने की सूचना मिली है।
चाइल्ड लाइन किशनगंज के कर्मी मो. अब्दुल ने बताया कि किशोरी 26 जनवरी को नाश्ते के समय छत पर गई थी, जहां अचानक उसने छत से कूदने की कोशिश की। घटना के समय महिला पुलिस कर्मी सहित चाइल्ड लाइन के छह कर्मचारी भी छत पर मौजूद थे, लेकिन किशोरी ने अचानक यह कदम उठाया, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं।
इस घटना ने चाइल्ड लाइन जैसी संस्था की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका की जांच की जा रही है। पुलिस और प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मामले की विस्तृत जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।