शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, किशनगंज: जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। बूढ़ी कनकई, रतवा, और मैची नदियों के उफान के चलते कई क्षेत्रों में बाढ़ ने गंभीर हालात पैदा कर दिए हैं। प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य जारी है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) की टीमें सक्रिय हैं।
इसी बीच दिघलबैंक से एक दिल को छू लेने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने बाढ़ के दौरान एसडीआरएफ की नाव में बच्चे को जन्म दिया। स्थानीय लोगों के अनुसार, किशनगंज पुलिस और एसडीआरएफ की टीम देवदूत की तरह समय पर पहुंची और मां और नवजात शिशु को सुरक्षित रूप से बचाया। महिला शीशाबाड़ी आदिवासी टोला की रहने वाली है। इस दौरान, पुलिस और बचाव दल ने मां और नवजात को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाकर उनका उचित देखभाल सुनिश्चित की।
इस घटना के साथ ही, किशनगंज और अररिया जिले के सीमा क्षेत्रों में कनकई नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। कोचाधामन के मजकुरी और जोकीहाट के डकैता गांवों में फंसे लोगों को भी एसडीआरएफ की टीम द्वारा सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन लगातार राहत कार्यों में जुटा हुआ है ताकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों और जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, किशनगंज: जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। बूढ़ी कनकई, रतवा, और मैची नदियों के उफान के चलते कई क्षेत्रों में बाढ़ ने गंभीर हालात पैदा कर दिए हैं। प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य जारी है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) की टीमें सक्रिय हैं।
इसी बीच दिघलबैंक से एक दिल को छू लेने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने बाढ़ के दौरान एसडीआरएफ की नाव में बच्चे को जन्म दिया। स्थानीय लोगों के अनुसार, किशनगंज पुलिस और एसडीआरएफ की टीम देवदूत की तरह समय पर पहुंची और मां और नवजात शिशु को सुरक्षित रूप से बचाया। महिला शीशाबाड़ी आदिवासी टोला की रहने वाली है। इस दौरान, पुलिस और बचाव दल ने मां और नवजात को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाकर उनका उचित देखभाल सुनिश्चित की।
इस घटना के साथ ही, किशनगंज और अररिया जिले के सीमा क्षेत्रों में कनकई नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। कोचाधामन के मजकुरी और जोकीहाट के डकैता गांवों में फंसे लोगों को भी एसडीआरएफ की टीम द्वारा सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन लगातार राहत कार्यों में जुटा हुआ है ताकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों और जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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