राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत होगा निःशुल्क उपचार
मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत जन्मजात हृदय रोग (CHD) से पीड़ित बच्चों को निःशुल्क और समुचित इलाज उपलब्ध कराने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। इस योजना के अंतर्गत किशनगंज सदर अस्पताल से CHD मरीज सहजान रजा को डिवाइस क्लोजर के लिए आईजीआईसी पटना, और अन्य दो मरीज, अंसार आलम व आसिया फिरदौस को निदान के लिए आईजीआईएमएस पटना भेजा गया।
सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर बढ़ रहा विश्वास
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि जिले में अब तक 60 से अधिक बच्चों की निःशुल्क सर्जरी सफलतापूर्वक पूरी हो चुकी है। इसके अलावा, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत अब तक 20 से अधिक बच्चों का सफल ऑपरेशन अहमदाबाद के सत्य साईं अस्पताल में किया गया है। उन्होंने कहा कि यह पहल सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रति विश्वास बढ़ाने में मददगार साबित हो रही है।
जिला पदाधिकारी की अपील
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा, “जिनके बच्चे हृदय रोग या अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, वे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर आरबीएसके टीम से संपर्क करें।” उन्होंने माता-पिता से सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की ताकि जरूरतमंद बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
फ्री इलाज और अन्य सुविधाएं
जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. मुनाजिम ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत बच्चों का इलाज पूरी तरह निःशुल्क है। मरीज और उनके एक अभिभावक के रहने-खाने की व्यवस्था भी सरकार द्वारा की जाती है। उन्होंने कहा, “इलाज के बाद फॉलोअप की सुविधा भी निःशुल्क उपलब्ध होगी।”
आरबीएसके टीम का सक्रिय योगदान
आरबीएसके जिला समन्वयक पंकज कुमार शर्मा ने कहा कि टीम गांव-गांव जाकर बच्चों को चिन्हित कर रही है और सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिलाने में मदद कर रही है। जिले के प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर दो चिकित्सक, एक एएनएम, और एक फार्मासिस्ट की टीम तैनात है, जो 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों की नियमित जांच और उपचार सुनिश्चित करती है।
सरकारी योजनाओं के माध्यम से जिले के बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। इन प्रयासों से सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूकता और विश्वास में निरंतर वृद्धि हो रही है।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत होगा निःशुल्क उपचार
मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत जन्मजात हृदय रोग (CHD) से पीड़ित बच्चों को निःशुल्क और समुचित इलाज उपलब्ध कराने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। इस योजना के अंतर्गत किशनगंज सदर अस्पताल से CHD मरीज सहजान रजा को डिवाइस क्लोजर के लिए आईजीआईसी पटना, और अन्य दो मरीज, अंसार आलम व आसिया फिरदौस को निदान के लिए आईजीआईएमएस पटना भेजा गया।
सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर बढ़ रहा विश्वास
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि जिले में अब तक 60 से अधिक बच्चों की निःशुल्क सर्जरी सफलतापूर्वक पूरी हो चुकी है। इसके अलावा, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत अब तक 20 से अधिक बच्चों का सफल ऑपरेशन अहमदाबाद के सत्य साईं अस्पताल में किया गया है। उन्होंने कहा कि यह पहल सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रति विश्वास बढ़ाने में मददगार साबित हो रही है।
जिला पदाधिकारी की अपील
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा, “जिनके बच्चे हृदय रोग या अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, वे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर आरबीएसके टीम से संपर्क करें।” उन्होंने माता-पिता से सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की ताकि जरूरतमंद बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
फ्री इलाज और अन्य सुविधाएं
जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. मुनाजिम ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत बच्चों का इलाज पूरी तरह निःशुल्क है। मरीज और उनके एक अभिभावक के रहने-खाने की व्यवस्था भी सरकार द्वारा की जाती है। उन्होंने कहा, “इलाज के बाद फॉलोअप की सुविधा भी निःशुल्क उपलब्ध होगी।”
आरबीएसके टीम का सक्रिय योगदान
आरबीएसके जिला समन्वयक पंकज कुमार शर्मा ने कहा कि टीम गांव-गांव जाकर बच्चों को चिन्हित कर रही है और सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिलाने में मदद कर रही है। जिले के प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर दो चिकित्सक, एक एएनएम, और एक फार्मासिस्ट की टीम तैनात है, जो 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों की नियमित जांच और उपचार सुनिश्चित करती है।
सरकारी योजनाओं के माध्यम से जिले के बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। इन प्रयासों से सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूकता और विश्वास में निरंतर वृद्धि हो रही है।