जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में अंतरा मेला का आयोजन
जिले के सभी सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में परिवार नियोजन पखवाड़ा के अंतर्गत अंतरा मेला का आयोजन किया गया। सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि अंतरा मेला एक जन-जागरूकता अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य परिवार नियोजन और महिला स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना है। यह मेला राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आयोजित किया गया, जहां विशेषज्ञों द्वारा परिवार नियोजन के महत्व और इसके विभिन्न साधनों के बारे में जानकारी दी गई।
परिवार नियोजन कार्यक्रम और विशेषज्ञों की सलाह
महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शबनम यास्मिन ने कहा कि “परिवार नियोजन केवल जनसंख्या नियंत्रण का साधन नहीं है, बल्कि यह महिलाओं के स्वास्थ्य और परिवार की भलाई के लिए भी जरूरी है।” उन्होंने बताया कि अंतरा इंजेक्शन एक प्रोजेस्टिन-आधारित गर्भनिरोधक है, जिसे हर तीन महीने में एक बार लिया जाता है। यह महिलाओं को अनचाहे गर्भ से बचने में मदद करता है और यह गर्भनिरोधक सुरक्षा प्रदान करने का एक सुरक्षित और दीर्घकालिक विकल्प है।
समाज के समग्र विकास में परिवार नियोजन का योगदान
गैर-संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. उर्मिला कुमारी ने कहा, “परिवार नियोजन महिलाओं के स्वास्थ्य को सुधारने के साथ-साथ समाज के समग्र विकास के लिए भी आवश्यक है। जब महिलाएं आधुनिक गर्भनिरोधक साधनों का उपयोग करती हैं, तो उन्हें अपने स्वास्थ्य और भविष्य की बेहतर योजना बनाने का अवसर मिलता है।” विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, परिवार नियोजन से मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी आती है और यह परिवारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाता है।
अंतरा मेला की प्रमुख गतिविधियां और सेवाएं
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में आयोजित इस मेले में गर्भनिरोधक साधनों की जानकारी, महिलाओं के लिए स्वास्थ्य जांच, परामर्श सेवाएं, और अंतरा इंजेक्शन की सुविधा मुफ्त में उपलब्ध कराई गई है। विशेष रूप से ग्रामीण और कम जागरूक क्षेत्रों की महिलाओं के लिए यह मेला बहुत उपयोगी साबित हो रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ महिलाओं को परिवार नियोजन से जुड़े सभी सवालों के जवाब देकर उन्हें सही निर्णय लेने में मदद कर रहे हैं।
समाज पर परिवार नियोजन का सकारात्मक प्रभाव
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन समाज में संतुलन और विकास के लिए आवश्यक है। इससे माता-पिता अपने बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन के अवसर प्रदान कर सकते हैं, जिससे परिवार पर आर्थिक दबाव भी कम होता है। जागरूकता की कमी से उत्पन्न समस्याओं को दूर करने के लिए ऐसे मेलों और अभियानों की आवश्यकता है, ताकि लोगों को परिवार नियोजन के लाभों के बारे में बताया जा सके।
अंतरा मेला, परिवार नियोजन और महिला स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के प्रयास में एक महत्वपूर्ण मंच है। विशेषज्ञों की सलाह और सरकार के सहयोग से यह मेला जनसंख्या नियंत्रण और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में अहम योगदान दे रहा है।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में अंतरा मेला का आयोजन
जिले के सभी सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में परिवार नियोजन पखवाड़ा के अंतर्गत अंतरा मेला का आयोजन किया गया। सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि अंतरा मेला एक जन-जागरूकता अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य परिवार नियोजन और महिला स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना है। यह मेला राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आयोजित किया गया, जहां विशेषज्ञों द्वारा परिवार नियोजन के महत्व और इसके विभिन्न साधनों के बारे में जानकारी दी गई।
परिवार नियोजन कार्यक्रम और विशेषज्ञों की सलाह
महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शबनम यास्मिन ने कहा कि “परिवार नियोजन केवल जनसंख्या नियंत्रण का साधन नहीं है, बल्कि यह महिलाओं के स्वास्थ्य और परिवार की भलाई के लिए भी जरूरी है।” उन्होंने बताया कि अंतरा इंजेक्शन एक प्रोजेस्टिन-आधारित गर्भनिरोधक है, जिसे हर तीन महीने में एक बार लिया जाता है। यह महिलाओं को अनचाहे गर्भ से बचने में मदद करता है और यह गर्भनिरोधक सुरक्षा प्रदान करने का एक सुरक्षित और दीर्घकालिक विकल्प है।
समाज के समग्र विकास में परिवार नियोजन का योगदान
गैर-संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. उर्मिला कुमारी ने कहा, “परिवार नियोजन महिलाओं के स्वास्थ्य को सुधारने के साथ-साथ समाज के समग्र विकास के लिए भी आवश्यक है। जब महिलाएं आधुनिक गर्भनिरोधक साधनों का उपयोग करती हैं, तो उन्हें अपने स्वास्थ्य और भविष्य की बेहतर योजना बनाने का अवसर मिलता है।” विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, परिवार नियोजन से मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी आती है और यह परिवारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाता है।
अंतरा मेला की प्रमुख गतिविधियां और सेवाएं
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में आयोजित इस मेले में गर्भनिरोधक साधनों की जानकारी, महिलाओं के लिए स्वास्थ्य जांच, परामर्श सेवाएं, और अंतरा इंजेक्शन की सुविधा मुफ्त में उपलब्ध कराई गई है। विशेष रूप से ग्रामीण और कम जागरूक क्षेत्रों की महिलाओं के लिए यह मेला बहुत उपयोगी साबित हो रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ महिलाओं को परिवार नियोजन से जुड़े सभी सवालों के जवाब देकर उन्हें सही निर्णय लेने में मदद कर रहे हैं।
समाज पर परिवार नियोजन का सकारात्मक प्रभाव
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन समाज में संतुलन और विकास के लिए आवश्यक है। इससे माता-पिता अपने बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन के अवसर प्रदान कर सकते हैं, जिससे परिवार पर आर्थिक दबाव भी कम होता है। जागरूकता की कमी से उत्पन्न समस्याओं को दूर करने के लिए ऐसे मेलों और अभियानों की आवश्यकता है, ताकि लोगों को परिवार नियोजन के लाभों के बारे में बताया जा सके।
अंतरा मेला, परिवार नियोजन और महिला स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के प्रयास में एक महत्वपूर्ण मंच है। विशेषज्ञों की सलाह और सरकार के सहयोग से यह मेला जनसंख्या नियंत्रण और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में अहम योगदान दे रहा है।
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