दिनांक 24 जनवरी 2024 को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलवा, किशनगंज में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बाल विवाह, लैंगिक भेदभाव, लिंग आधारित हिंसा और महिलाओं की सुरक्षा के लिए संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियाँ
पेंटिंग प्रतियोगिता: विद्यालय की शिक्षिका और राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता गुड्डी कुमारी द्वारा छात्राओं के बीच राष्ट्रीय बालिका दिवस के तहत पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई।
नृत्य प्रस्तुति: छात्राओं ने “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” और बाल विवाह जैसे विषयों पर सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किए।
जानकारी सत्र: बालिकाओं को बाल विवाह, भ्रूण हत्या, साइबर क्राइम, चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098, POCSO, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना (MKUY), महिला हेल्पलाइन नंबर 181, वन स्टॉप सेंटर और जिला हब से मिलने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
विशेषज्ञ वक्ताओं के विचार
शाहवाज़ आलम, जिला मिशन समन्वयक, महिला एवं बाल विकास निगम, किशनगंज ने कहा कि बालिकाएं अब हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने बेटा-बेटी में भेदभाव न करने और दोनों को समान अवसर देने की अपील की। उन्होंने “सखी वन स्टॉप सेंटर” का मोबाइल नंबर 9771468017 और महिला हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 181 साझा किया।
सुशील कुमार झा, जेंडर विशेषज्ञ, महिला एवं बाल विकास निगम, किशनगंज ने बालिकाओं को शिक्षा और आत्मनिर्भरता का महत्व बताया। उन्होंने बाल विवाह के कानूनी प्रावधानों पर जोर देते हुए कहा कि बेटी की शादी 18 वर्ष के बाद और बेटे की शादी 21 वर्ष के बाद ही होनी चाहिए।
पवन कुमार, पारा लीगल अधिवक्ता ने महिलाओं और बालिकाओं से संबंधित योजनाओं और उनके कानूनी अधिकारों की जानकारी दी।
कार्यक्रम का उद्देश्य बालिकाओं को जागरूक करना, उन्हें शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करना और उनके अधिकारों और सुरक्षा से जुड़ी सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करना था।
कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका, शिक्षिकाएं और बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित थीं। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने और समाज में जागरूकता बढ़ाने के लिए इस कार्यक्रम को बेहद सकारात्मक रूप में सराहा गया।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
दिनांक 24 जनवरी 2024 को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलवा, किशनगंज में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बाल विवाह, लैंगिक भेदभाव, लिंग आधारित हिंसा और महिलाओं की सुरक्षा के लिए संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियाँ
पेंटिंग प्रतियोगिता: विद्यालय की शिक्षिका और राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता गुड्डी कुमारी द्वारा छात्राओं के बीच राष्ट्रीय बालिका दिवस के तहत पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई।
नृत्य प्रस्तुति: छात्राओं ने “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” और बाल विवाह जैसे विषयों पर सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किए।
जानकारी सत्र: बालिकाओं को बाल विवाह, भ्रूण हत्या, साइबर क्राइम, चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098, POCSO, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना (MKUY), महिला हेल्पलाइन नंबर 181, वन स्टॉप सेंटर और जिला हब से मिलने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
विशेषज्ञ वक्ताओं के विचार
शाहवाज़ आलम, जिला मिशन समन्वयक, महिला एवं बाल विकास निगम, किशनगंज ने कहा कि बालिकाएं अब हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने बेटा-बेटी में भेदभाव न करने और दोनों को समान अवसर देने की अपील की। उन्होंने “सखी वन स्टॉप सेंटर” का मोबाइल नंबर 9771468017 और महिला हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 181 साझा किया।
सुशील कुमार झा, जेंडर विशेषज्ञ, महिला एवं बाल विकास निगम, किशनगंज ने बालिकाओं को शिक्षा और आत्मनिर्भरता का महत्व बताया। उन्होंने बाल विवाह के कानूनी प्रावधानों पर जोर देते हुए कहा कि बेटी की शादी 18 वर्ष के बाद और बेटे की शादी 21 वर्ष के बाद ही होनी चाहिए।
पवन कुमार, पारा लीगल अधिवक्ता ने महिलाओं और बालिकाओं से संबंधित योजनाओं और उनके कानूनी अधिकारों की जानकारी दी।
कार्यक्रम का उद्देश्य बालिकाओं को जागरूक करना, उन्हें शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करना और उनके अधिकारों और सुरक्षा से जुड़ी सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करना था।
कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका, शिक्षिकाएं और बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित थीं। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने और समाज में जागरूकता बढ़ाने के लिए इस कार्यक्रम को बेहद सकारात्मक रूप में सराहा गया।
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