विशेष महाभियान के तहत अब तक जिले में 10,000 राशन कार्डधारियों और 575 बुजुर्गों के बनाए गए आयुष्मान कार्ड
टेढ़ागाछ प्रखंड में आयुष्मान कार्ड निर्माण शिविर के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने 99 वर्षीय वृद्ध का आयुष्मान कार्ड बनाकर एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। यह घटना न केवल महाभियान की सफलता को दर्शाती है, बल्कि स्वास्थ्य विभाग और कर्मियों के समर्पण और तत्परता को भी उजागर करती है।
महाभियान की तहत सफलता के आंकड़े
20 नवंबर से चल रहे विशेष महाभियान के अंतर्गत अब तक जिले में 10,000 से अधिक राशन कार्डधारियों और 70 वर्ष से ऊपर के 575 बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। टेढ़ागाछ प्रखंड में 99 वर्षीय वृद्ध का कार्ड बनाना इस अभियान की विशेष उपलब्धियों में से एक है, जो इसकी व्यापकता और प्रभावशीलता को दर्शाता है।
जिला पदाधिकारी की सराहना
जिला पदाधिकारी विशाल राज ने टेढ़ागाछ प्रखंड की इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “स्वास्थ्य विभाग और उसके कर्मी जिस तत्परता और समर्पण के साथ कार्य कर रहे हैं, वह सराहनीय है। 99 वर्षीय वृद्ध का कार्ड बनाना यह साबित करता है कि हमारा महाभियान सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। सभी पात्र लोगों तक योजना का लाभ पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।” उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों, आशा कार्यकर्ताओं और संबंधित विभागों के कर्मचारियों की भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह अभियान जिले के बुजुर्गों के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
सिविल सर्जन ने की अपील
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने कहा, “आयुष्मान भारत योजना बुजुर्गों और गरीबों के लिए एक वरदान है। स्वास्थ्य विभाग 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी पात्र वृद्धजनों को इस योजना से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। मेरी अपील है कि सभी पात्र व्यक्ति शिविरों में आकर अपना कार्ड अवश्य बनवाएं और इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ उठाएं।”
महाभियान का उद्देश्य और कार्यप्रणाली
लक्षित वर्ग: 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के करीब 2 लाख बुजुर्ग और सभी राशन कार्डधारी परिवार।
लाभ: सालाना ₹5 लाख तक का नि:शुल्क स्वास्थ्य बीमा।
कार्ड निर्माण प्रक्रिया: जनवितरण प्रणाली केंद्र, पंचायत भवन, सरकारी अस्पतालों के ओपीडी काउंटर और डेडिकेटेड स्टॉल पर।
स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता: स्वास्थ्य कर्मी सुबह से शाम तक शिविरों में कार्यरत हैं। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर पात्र वृद्धजनों की पहचान कर रही हैं और उन्हें शिविर तक ला रही हैं। जिला प्रशासन इस पूरी प्रक्रिया की सतत निगरानी कर रहा है।
आयुष्मान कार्ड कैसे बनवाएं?
कहां संपर्क करें: नजदीकी जनवितरण प्रणाली केंद्र, पंचायत भवन, या सरकारी अस्पताल के ओपीडी काउंटर।
आवश्यक दस्तावेज: आधार कार्ड, राशन कार्ड, और आयु प्रमाण पत्र।
प्रक्रिया: यह प्रक्रिया पूरी तरह नि:शुल्क है।
जिलाधिकारी की अपील
जिला पदाधिकारी विशाल राज ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा, “आयुष्मान कार्ड योजना बुजुर्गों और जरूरतमंदों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा की गारंटी है। सभी पात्र व्यक्ति शिविरों में आकर अपना कार्ड बनवाएं। स्वास्थ्य कर्मी और आशा कार्यकर्ता इस अभियान को सफल बनाने में अपना भरपूर योगदान दे रहे हैं। आपकी भागीदारी से हम शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करेंगे।”
आयुष्मान कार्ड निर्माण का यह महाभियान जिले के बुजुर्गों को न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान कर रहा है, बल्कि उन्हें सम्मान और आत्मनिर्भरता का एहसास भी दिला रहा है। आइए, इस अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान दें।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
विशेष महाभियान के तहत अब तक जिले में 10,000 राशन कार्डधारियों और 575 बुजुर्गों के बनाए गए आयुष्मान कार्ड
टेढ़ागाछ प्रखंड में आयुष्मान कार्ड निर्माण शिविर के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने 99 वर्षीय वृद्ध का आयुष्मान कार्ड बनाकर एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। यह घटना न केवल महाभियान की सफलता को दर्शाती है, बल्कि स्वास्थ्य विभाग और कर्मियों के समर्पण और तत्परता को भी उजागर करती है।
महाभियान की तहत सफलता के आंकड़े
20 नवंबर से चल रहे विशेष महाभियान के अंतर्गत अब तक जिले में 10,000 से अधिक राशन कार्डधारियों और 70 वर्ष से ऊपर के 575 बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। टेढ़ागाछ प्रखंड में 99 वर्षीय वृद्ध का कार्ड बनाना इस अभियान की विशेष उपलब्धियों में से एक है, जो इसकी व्यापकता और प्रभावशीलता को दर्शाता है।
जिला पदाधिकारी की सराहना
जिला पदाधिकारी विशाल राज ने टेढ़ागाछ प्रखंड की इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “स्वास्थ्य विभाग और उसके कर्मी जिस तत्परता और समर्पण के साथ कार्य कर रहे हैं, वह सराहनीय है। 99 वर्षीय वृद्ध का कार्ड बनाना यह साबित करता है कि हमारा महाभियान सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। सभी पात्र लोगों तक योजना का लाभ पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।” उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों, आशा कार्यकर्ताओं और संबंधित विभागों के कर्मचारियों की भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह अभियान जिले के बुजुर्गों के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
सिविल सर्जन ने की अपील
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने कहा, “आयुष्मान भारत योजना बुजुर्गों और गरीबों के लिए एक वरदान है। स्वास्थ्य विभाग 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी पात्र वृद्धजनों को इस योजना से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। मेरी अपील है कि सभी पात्र व्यक्ति शिविरों में आकर अपना कार्ड अवश्य बनवाएं और इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ उठाएं।”
महाभियान का उद्देश्य और कार्यप्रणाली
लक्षित वर्ग: 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के करीब 2 लाख बुजुर्ग और सभी राशन कार्डधारी परिवार।
लाभ: सालाना ₹5 लाख तक का नि:शुल्क स्वास्थ्य बीमा।
कार्ड निर्माण प्रक्रिया: जनवितरण प्रणाली केंद्र, पंचायत भवन, सरकारी अस्पतालों के ओपीडी काउंटर और डेडिकेटेड स्टॉल पर।
स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता: स्वास्थ्य कर्मी सुबह से शाम तक शिविरों में कार्यरत हैं। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर पात्र वृद्धजनों की पहचान कर रही हैं और उन्हें शिविर तक ला रही हैं। जिला प्रशासन इस पूरी प्रक्रिया की सतत निगरानी कर रहा है।
आयुष्मान कार्ड कैसे बनवाएं?
कहां संपर्क करें: नजदीकी जनवितरण प्रणाली केंद्र, पंचायत भवन, या सरकारी अस्पताल के ओपीडी काउंटर।
आवश्यक दस्तावेज: आधार कार्ड, राशन कार्ड, और आयु प्रमाण पत्र।
प्रक्रिया: यह प्रक्रिया पूरी तरह नि:शुल्क है।
जिलाधिकारी की अपील
जिला पदाधिकारी विशाल राज ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा, “आयुष्मान कार्ड योजना बुजुर्गों और जरूरतमंदों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा की गारंटी है। सभी पात्र व्यक्ति शिविरों में आकर अपना कार्ड बनवाएं। स्वास्थ्य कर्मी और आशा कार्यकर्ता इस अभियान को सफल बनाने में अपना भरपूर योगदान दे रहे हैं। आपकी भागीदारी से हम शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करेंगे।”
आयुष्मान कार्ड निर्माण का यह महाभियान जिले के बुजुर्गों को न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान कर रहा है, बल्कि उन्हें सम्मान और आत्मनिर्भरता का एहसास भी दिला रहा है। आइए, इस अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान दें।