बंगामा वार्ड 06 में संदेहास्पद अवस्था में मिली युवती के शव मामले में मृतका के पिता के द्वारा 06 लोगों को नामजद आरोपी बनाते हुए उनके विरुद्ध हत्या का मामला बहादुरगंज थाना में लिखित अर्जी देकर दर्ज कराया गया है। मृतका के पिता मो. इरशाद के द्वारा दिए गए लिखित आवेदन के अनुसार, उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी पुत्री रूमी परवीन की शादी वर्ष 2016 में मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार दिलशाद आलम (पिता – तसवोद्दीन), निवासी बंगामा वार्ड नं 06, के साथ हुई थी।
वहीं, शादी के बाद से ही पति दिलशाद आलम सहित उसके परिवार के लोगों द्वारा उनकी पुत्री रूमी परवीन को दहेज की मांग को लेकर आए दिन प्रताड़ित किया जा रहा था। पीड़ित पिता द्वारा अपनी पुत्री के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को लेकर महिला थाना किशनगंज में कई वर्ष पूर्व लिखित अर्जी देकर न्याय की फरियाद लगाई गई थी। जहां तत्कालीन थाना अध्यक्ष, महिला थाना द्वारा उनके पति को हिदायत देकर पति-पत्नी के बीच आपसी सुलह कराई गई थी। वहीं, कई बार सामाजिक स्तर पर भी मामले को लेकर पंचायती की गई थी।
इसी क्रम में बीते दिनों दिलशाद आलम एवं उसके परिजनों द्वारा दहेज की मांग पूरी करने के लिए उनकी पुत्री के साथ मारपीट कर उसे जख्मी कर देने की घटना दिनांक 18/05/2025 को हुई, जिसको लेकर ग्रामीण स्तर पर पंचायती रखी गई थी। पंचायती के उपरांत उनके दामाद दिलशाद आलम एवं उनके परिजनों द्वारा उनकी पुत्री रूमी परवीन की गला दबाकर हत्या कर दी गई और उसके शव को फांसी के फंदे में टांगकर घटना को आत्महत्या में परिवर्तित करने का प्रयास किया गया।
उन्होंने पुलिस को बताया कि घटना को अंजाम देने के दौरान उनके 9 वर्षीय नाती द्वारा उक्त घटना को होते हुए देखा गया है।
थानाध्यक्ष बहादुरगंज निशिकांत कुमार ने बताया कि मृतका के पिता मो. इरशाद आलम द्वारा दिए गए लिखित आवेदन के आधार पर बहादुरगंज थाना कांड संख्या 236/25 दर्ज कर, मामले में पुलिस टीम द्वारा बारीकी से अनुसंधान प्रारंभ कर दिया गया है। जल्द ही मामले में पुलिस टीम द्वारा घटना का उद्भेदन करते हुए अग्रतर कार्रवाई की जाएगी।
सारस न्यूज, बहादुरगंज।
बंगामा वार्ड 06 में संदेहास्पद अवस्था में मिली युवती के शव मामले में मृतका के पिता के द्वारा 06 लोगों को नामजद आरोपी बनाते हुए उनके विरुद्ध हत्या का मामला बहादुरगंज थाना में लिखित अर्जी देकर दर्ज कराया गया है। मृतका के पिता मो. इरशाद के द्वारा दिए गए लिखित आवेदन के अनुसार, उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी पुत्री रूमी परवीन की शादी वर्ष 2016 में मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार दिलशाद आलम (पिता – तसवोद्दीन), निवासी बंगामा वार्ड नं 06, के साथ हुई थी।
वहीं, शादी के बाद से ही पति दिलशाद आलम सहित उसके परिवार के लोगों द्वारा उनकी पुत्री रूमी परवीन को दहेज की मांग को लेकर आए दिन प्रताड़ित किया जा रहा था। पीड़ित पिता द्वारा अपनी पुत्री के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को लेकर महिला थाना किशनगंज में कई वर्ष पूर्व लिखित अर्जी देकर न्याय की फरियाद लगाई गई थी। जहां तत्कालीन थाना अध्यक्ष, महिला थाना द्वारा उनके पति को हिदायत देकर पति-पत्नी के बीच आपसी सुलह कराई गई थी। वहीं, कई बार सामाजिक स्तर पर भी मामले को लेकर पंचायती की गई थी।
इसी क्रम में बीते दिनों दिलशाद आलम एवं उसके परिजनों द्वारा दहेज की मांग पूरी करने के लिए उनकी पुत्री के साथ मारपीट कर उसे जख्मी कर देने की घटना दिनांक 18/05/2025 को हुई, जिसको लेकर ग्रामीण स्तर पर पंचायती रखी गई थी। पंचायती के उपरांत उनके दामाद दिलशाद आलम एवं उनके परिजनों द्वारा उनकी पुत्री रूमी परवीन की गला दबाकर हत्या कर दी गई और उसके शव को फांसी के फंदे में टांगकर घटना को आत्महत्या में परिवर्तित करने का प्रयास किया गया।
उन्होंने पुलिस को बताया कि घटना को अंजाम देने के दौरान उनके 9 वर्षीय नाती द्वारा उक्त घटना को होते हुए देखा गया है।
थानाध्यक्ष बहादुरगंज निशिकांत कुमार ने बताया कि मृतका के पिता मो. इरशाद आलम द्वारा दिए गए लिखित आवेदन के आधार पर बहादुरगंज थाना कांड संख्या 236/25 दर्ज कर, मामले में पुलिस टीम द्वारा बारीकी से अनुसंधान प्रारंभ कर दिया गया है। जल्द ही मामले में पुलिस टीम द्वारा घटना का उद्भेदन करते हुए अग्रतर कार्रवाई की जाएगी।
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