बिहार सरकार ने राज्य के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना को अब और विस्तार देते हुए स्नातक पास बेरोजगार युवक-युवतियों को सीधे तौर पर आर्थिक सहायता और कौशल विकास का लाभ देने की घोषणा की गई है।
इस योजना की शुरुआत वर्ष 2016 में की गई थी, जिसके तहत इंटरमीडिएट (12वीं) पास युवाओं को स्वरोजगार और नौकरी की तलाश के दौरान भत्ता दिया जाता रहा है। अब सरकार ने इस योजना के दायरे को बढ़ाते हुए स्नातक (B.A., B.Sc., B.Com.) उत्तीर्ण युवाओं को भी इस लाभ से जोड़ने का निर्णय लिया है।
🎯 योजना की मुख्य बातें:
राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों या संस्थानों से स्नातक पास युवक-युवतियाँ, जिनकी उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच है, योजना के पात्र होंगे।
लाभार्थियों को ₹1,000 प्रतिमाह की दर से अधिकतम 2 वर्षों तक भत्ता दिया जाएगा।
लाभ उठाने के लिए आवश्यक है कि युवक/युवती नौकरी, स्वरोजगार, या किसी शिक्षण संस्थान में अध्ययनरत न हों।
इस योजना से जुड़े युवाओं को श्रम संसाधन विभाग, बिहार द्वारा निःशुल्क कौशल विकास प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि वे भविष्य में बेहतर रोजगार या स्वरोजगार के लिए तैयार हो सकें।
🔍 उद्देश्य:
इस योजना का उद्देश्य न केवल बेरोजगार युवाओं को आर्थिक सहयोग देना है, बल्कि उन्हें नौकरी के लिए आवश्यक कौशल से लैस करना भी है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
📢 सरकार की अपील:
राज्य सरकार ने योग्य युवाओं से अपील की है कि वे योजना का लाभ उठाएं और रोजगार पाने की दिशा में अपने कदम बढ़ाएं।
सारस न्यूज, किशनगंज।
बिहार सरकार ने राज्य के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना को अब और विस्तार देते हुए स्नातक पास बेरोजगार युवक-युवतियों को सीधे तौर पर आर्थिक सहायता और कौशल विकास का लाभ देने की घोषणा की गई है।
इस योजना की शुरुआत वर्ष 2016 में की गई थी, जिसके तहत इंटरमीडिएट (12वीं) पास युवाओं को स्वरोजगार और नौकरी की तलाश के दौरान भत्ता दिया जाता रहा है। अब सरकार ने इस योजना के दायरे को बढ़ाते हुए स्नातक (B.A., B.Sc., B.Com.) उत्तीर्ण युवाओं को भी इस लाभ से जोड़ने का निर्णय लिया है।
🎯 योजना की मुख्य बातें:
राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों या संस्थानों से स्नातक पास युवक-युवतियाँ, जिनकी उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच है, योजना के पात्र होंगे।
लाभार्थियों को ₹1,000 प्रतिमाह की दर से अधिकतम 2 वर्षों तक भत्ता दिया जाएगा।
लाभ उठाने के लिए आवश्यक है कि युवक/युवती नौकरी, स्वरोजगार, या किसी शिक्षण संस्थान में अध्ययनरत न हों।
इस योजना से जुड़े युवाओं को श्रम संसाधन विभाग, बिहार द्वारा निःशुल्क कौशल विकास प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि वे भविष्य में बेहतर रोजगार या स्वरोजगार के लिए तैयार हो सकें।
🔍 उद्देश्य:
इस योजना का उद्देश्य न केवल बेरोजगार युवाओं को आर्थिक सहयोग देना है, बल्कि उन्हें नौकरी के लिए आवश्यक कौशल से लैस करना भी है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
📢 सरकार की अपील:
राज्य सरकार ने योग्य युवाओं से अपील की है कि वे योजना का लाभ उठाएं और रोजगार पाने की दिशा में अपने कदम बढ़ाएं।
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