राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
गायत्री परिवार द्वारा रविवार को इसके संस्थापक वेदमूर्ति, तपोनिष्ठ, युगदृष्टा आचार्य श्रीराम शर्मा के आध्यात्मिक जन्म दिवस वसंत पंचमी एवं बोध दिवस के अवसर पर पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन प्रखंड ठाकुरगंज के भातढाला राम जानकी मंदिर प्रांगण में किया गया।
इस अवसर पर यज्ञशाला में विद्यारंभ संस्कार, दीक्षा संस्कार एवं अन्य संस्कार संपन्न कराए गए। कार्यक्रम की शुरुआत गायत्री मंत्र के सामूहिक जप और अनुष्ठान से हुई। देव मंच से वक्ताओं ने कहा कि हवन-यज्ञ से न केवल वातावरण शुद्ध होता है, बल्कि तन और मन भी पवित्र हो जाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हवन-यज्ञ वाले स्थान पर प्राणवायु की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यज्ञ को एक विशिष्ट वैज्ञानिक एवं आध्यात्मिक प्रक्रिया बताते हुए कहा गया कि इसके माध्यम से मनुष्य अपने जीवन को सफल बना सकता है।
आयोजन में बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष, युवा परिजन और गायत्री परिवार के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। सभी ने विश्व शांति के लिए आहुति प्रदान की। कार्यक्रम के अंत में सांध्यकालीन दीप महायज्ञ एवं महाआरती का आयोजन किया गया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया।
इसके बाद गायत्री परिवार की ओर से उपस्थित परिजनों के लिए महाप्रसाद की व्यवस्था की गई। इस अवसर पर गायत्री परिवार के मुख्य ट्रस्टी सुदामा राय, सहायक ट्रस्टी मिक्की साहा, जिला संयोजक सौरभ कुमार, प्रवीर प्रसुन्न, हेमंत चौधरी, विद्या भूषण, मुरारी साह, भारती ठाकुर, उग्रकांत सिंह, अभय रंजन सिन्हा सहित गायत्री परिवार के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।