राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
शनिवार की शाम महावीर मार्ग स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में एक विशेष दृश्य देखने को मिला, जब भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल और माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष बलवंत सिंह रामूवालिया वहां पहुंचे और नतमस्तक होकर गुरुचरणों में मत्था टेका।
इस पावन अवसर पर गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने दोनों अतिथियों का परंपरागत रूप से स्वागत करते हुए उन्हें शिरोपा पहनाकर सम्मानित किया। भावुक क्षणों में डॉ. जायसवाल ने कहा कि “यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मैं इस पवित्र स्थान पर मत्था टेक सका। गुरु की कृपा से ही माता गुजरी मेडिकल कॉलेज जैसे सेवा संस्थान का विस्तार संभव हो पाया है। बलवंत सिंह रामूवालिया जी हम सबके मार्गदर्शक हैं, उनका स्नेह और अनुभव हम सबको ऊर्जा देता है।”
उन्होंने आगे कहा कि “यह केवल एक मेडिकल कॉलेज नहीं, बल्कि मानव सेवा का ध्येय स्थल बन चुका है। किशनगंज जैसे सीमावर्ती जिले में इस प्रकार की संस्थान की स्थापना वास्तव में गुरु की विशेष कृपा का परिणाम है।” साथ ही अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष लक्खा सिंह से उन्होंने अपील की कि वे राज्य के हर सिख परिवार की समस्याओं पर संवेदनशीलता से ध्यान दें और समाधान सुनिश्चित करें।
इस मौके पर बलवंत सिंह रामूवालिया ने भी गुरुचरणों में अरदास करते हुए सभी पर गुरु की कृपा की कामना की। उन्होंने कहा, “डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल ने एमजीएम मेडिकल कॉलेज को एक पहचान दिलाई है। उनका कार्य क्षेत्रीय सीमाओं से आगे बढ़कर देशभर में चर्चित हो रहा है। यह कॉलेज आज मानव सेवा का एक प्रेरणास्त्रोत बन चुका है।”
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सिख समुदाय के सदस्य उपस्थित थे। जिनमें गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष एवं अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष लक्खा सिंह, मीडिया प्रभारी गगनदीप सिंह, अजीत सिंह, जशपाल सिंह, लखवीर कौर सहित कई गणमान्य लोग शामिल थे। पूरे वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा और सौहार्द की अनुभूति स्पष्ट रूप से महसूस की जा रही थी।