लोक आस्था और सूर्य उपासना के महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन, गुरुवार को छठव्रतियों ने डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित किया। संध्या के समय श्रद्धालु नदियों और तालाबों के किनारे एकत्रित हुए और भगवान सूर्य को जल अर्पित कर पूजा-अर्चना की।
किशनगंज के देवघाट, खगड़ा, डे-मार्केट, धोबी घाट सहित विभिन्न जलाशयों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। व्रतियों ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
चार दिवसीय इस अनुष्ठान के अंतिम दिन शुक्रवार को व्रती उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे, जिसके साथ यह पावन पर्व संपन्न होगा।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
लोक आस्था और सूर्य उपासना के महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन, गुरुवार को छठव्रतियों ने डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित किया। संध्या के समय श्रद्धालु नदियों और तालाबों के किनारे एकत्रित हुए और भगवान सूर्य को जल अर्पित कर पूजा-अर्चना की।
किशनगंज के देवघाट, खगड़ा, डे-मार्केट, धोबी घाट सहित विभिन्न जलाशयों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। व्रतियों ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
चार दिवसीय इस अनुष्ठान के अंतिम दिन शुक्रवार को व्रती उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे, जिसके साथ यह पावन पर्व संपन्न होगा।
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