सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज महिला सशक्तिकरण कार्यालय सह महिला हेल्पलाइन के केंद्र प्रशासक शशि शर्मा पर नुसरत प्रवीण ने रिश्वत लेने और जानबूझकर परेशान करने का आरोप लगाते हुए महिला एवं बाल विकास निगम, पटना के कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। जबकि आपको बता दें कि शिकायतकर्ता नुसरत प्रवीण पर पूर्व में अपने पति को ज़हर देकर मारने का आरोप है जिसपर किशनगंज थाना कांड संख्या 477/22 में दर्ज है, उनके विरुद्ध आईपीसी की धारा 341, 323, 307, 328, 506,34 I.P.C के तहत मामला दर्ज हैं। जिस मामले को लेकर महिला एवं बाल विकास निगम के कार्यालय में शिकायत दर्ज की गई है उक्त मामले का निपटारा पंचायत स्तर पर दो साल पहले हो चुका है। वही दुसरी और महिला पदाधिकारी केंद्र प्रशासक शशि शर्मा ने इन आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया है। उनका कहना है कि यह एक साजिश है,जिसके तहत उन्हें फंसाने और बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। सूत्रों की माने तो उक्त महिला नुसरत प्रवीण ने पहले भी निवर्तमान पुलिस अधीक्षक इनामुल हक मेगनू के खिलाफ भी न्याय नहीं करने को लेकर डीएम से शिकायत की थी।शशि शर्मा का कहना है कि अगर उन पर लगाए गए आरोपों में सच्चाई है,तो नुसरत प्रवीण और उनके मोबाइल की सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) की जांच होनी चाहिए। इससे सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने बताया कि उनके पास इस मामले से जुड़े साक्ष्य मौजूद हैं, जिन्हें जांच टीम को प्रस्तुत किया गया था, लेकिन टीम ने अपनी रिपोर्ट में इन साक्ष्यों का उल्लेख नहीं किया। इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है, ताकि सच सामने आ सके और अगर किसी प्रकार की त्रुटियां पाई जाएं तो उन्हें सुधारा जा सके। मीडिया जानकारी के अनुसार यदि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए तो निश्चित ही नुसरत प्रवीण की चेहरे के पीछे छुपा साजिश प्रशासन को भी समझ में आएगा, जिम्मेदार अधिकारी महज़ एक आवेदन पर बिना किसी तत्व व साक्ष्य के महिला अधिकारी को गलत साबित कर रही हैं, जिला पदाधिकारी अगर खुद शिकायतकर्ता नुसरत प्रवीण व महिला अधिकारी शशि शर्मा के समक्ष फाइलों की अपने अस्तर से स्वयं जांच करें तो सारा रहस्य से पर्दा उठ जाएगा और सच सामने आ जाएगा मगर यह करेगा कौन?