जिले में पारदर्शी और जवाबदेह स्वास्थ्य व्यवस्था के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता दोहराई गई, निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं की गरिमा बनाए रखने को प्रशासन की सख्त पहल।
किशनगंज जिला प्रशासन का यह स्पष्ट और दृढ़ संकल्प है कि जिले का प्रत्येक नागरिक बिना किसी शुल्क, दबाव अथवा भेदभाव के सम्मानपूर्वक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सके। इसी उद्देश्य को साकार करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को पूर्व से ही कड़े निर्देश दिए गए हैं कि अवैध वसूली, उपहार स्वीकार करना, लाभ की अपेक्षा या किसी भी प्रकार का अनुचित आचरण पूरी तरह निषिद्ध है।
प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि यदि किसी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र में इस प्रकार की कोई भी अनियमितता सामने आती है, तो उसकी सूचना तत्काल राज्य स्तरीय स्वास्थ्य हेल्पलाइन 104 पर दर्ज कराएं, ताकि समय पर कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का संज्ञान, तत्काल जांच के आदेश
हाल के दिनों में सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, किशनगंज (बेलवा) से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें एक संविदा कर्मी द्वारा मरीज के परिजनों से अवैध रूप से धनराशि लेते हुए दिखाया गया। मामला संज्ञान में आते ही जिला पदाधिकारी ने इसे अत्यंत गंभीर मानते हुए तत्काल जांच के निर्देश दिए।
जिला परिवहन पदाधिकारी-सह-वरिष्ठ प्रभारी पदाधिकारी के नेतृत्व में गठित जांच दल द्वारा पूरे मामले की गहनता से जांच की गई। जांच के दौरान यह तथ्य स्पष्ट हुआ कि वायरल वीडियो वास्तविक है तथा संबंधित कर्मी ने अपने लिखित बयान में भी अवैध राशि लेने की बात स्वीकार की है। जांच प्रतिवेदन के आधार पर जिला स्वास्थ्य समिति ने इसे सेवा शर्तों और अनुशासन का गंभीर उल्लंघन मानते हुए तत्काल संविदा समाप्त करने का निर्णय लिया।
अनियमितता पर शून्य सहनशीलता की नीति
इस संबंध में जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सेवाएं पूरी तरह निःशुल्क हैं। किसी भी कर्मचारी द्वारा पैसे लेना, उपहार मांगना या सेवा के बदले शर्त रखना पूर्णतः अवैध है। स्वास्थ्य सेवाओं में भ्रष्टाचार या अनुचित व्यवहार को किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा और दोषियों के विरुद्ध बिना विलंब कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने आम जनता से अपील की कि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी किसी भी प्रकार की शिकायत को छिपाएं नहीं, बल्कि तुरंत हेल्पलाइन 104 के माध्यम से प्रशासन को सूचित करें।
मरीजों के अधिकार और गरिमा सर्वोपरि
सिविल सर्जन ने कहा कि किशनगंज जिला स्वास्थ्य विभाग मरीजों के अधिकारों और सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। सरकारी अस्पतालों में प्रसव, जांच, दवाइयां, टीकाकरण तथा आपातकालीन सेवाएं पूरी तरह निःशुल्क हैं। यदि कोई भी व्यक्ति इस व्यवस्था को प्रभावित करने का प्रयास करता है, तो उसके विरुद्ध सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
जनविश्वास से ही मजबूत होती है स्वास्थ्य व्यवस्था
जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने कहा कि किसी भी स्वास्थ्य व्यवस्था की मजबूती जनता के भरोसे पर निर्भर करती है। यह भरोसा तभी कायम रह सकता है जब व्यवस्था पारदर्शी, संवेदनशील और जवाबदेह हो। इस प्रकरण में की गई त्वरित कार्रवाई यह दर्शाती है कि किशनगंज जिला प्रशासन नागरिकों के अधिकारों की रक्षा और सेवा-शुचिता बनाए रखने के लिए पूरी तरह सजग और प्रतिबद्ध है।
आम जनता के हित में भरोसेमंद पहल
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि जिला पदाधिकारी के मार्गदर्शन में की गई यह निर्णायक कार्रवाई स्वास्थ्य व्यवस्था में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल अनुशासन स्थापित हुआ है, बल्कि आम नागरिकों का यह विश्वास भी मजबूत हुआ है कि किशनगंज जिले में स्वास्थ्य सेवाएं सुरक्षित, निःशुल्क और जनहित में संचालित की जा रही हैं।
सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिला प्रशासन का यह स्पष्ट और दृढ़ संकल्प है कि जिले का प्रत्येक नागरिक बिना किसी शुल्क, दबाव अथवा भेदभाव के सम्मानपूर्वक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सके। इसी उद्देश्य को साकार करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को पूर्व से ही कड़े निर्देश दिए गए हैं कि अवैध वसूली, उपहार स्वीकार करना, लाभ की अपेक्षा या किसी भी प्रकार का अनुचित आचरण पूरी तरह निषिद्ध है।
प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि यदि किसी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र में इस प्रकार की कोई भी अनियमितता सामने आती है, तो उसकी सूचना तत्काल राज्य स्तरीय स्वास्थ्य हेल्पलाइन 104 पर दर्ज कराएं, ताकि समय पर कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का संज्ञान, तत्काल जांच के आदेश
हाल के दिनों में सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, किशनगंज (बेलवा) से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें एक संविदा कर्मी द्वारा मरीज के परिजनों से अवैध रूप से धनराशि लेते हुए दिखाया गया। मामला संज्ञान में आते ही जिला पदाधिकारी ने इसे अत्यंत गंभीर मानते हुए तत्काल जांच के निर्देश दिए।
जिला परिवहन पदाधिकारी-सह-वरिष्ठ प्रभारी पदाधिकारी के नेतृत्व में गठित जांच दल द्वारा पूरे मामले की गहनता से जांच की गई। जांच के दौरान यह तथ्य स्पष्ट हुआ कि वायरल वीडियो वास्तविक है तथा संबंधित कर्मी ने अपने लिखित बयान में भी अवैध राशि लेने की बात स्वीकार की है। जांच प्रतिवेदन के आधार पर जिला स्वास्थ्य समिति ने इसे सेवा शर्तों और अनुशासन का गंभीर उल्लंघन मानते हुए तत्काल संविदा समाप्त करने का निर्णय लिया।
अनियमितता पर शून्य सहनशीलता की नीति
इस संबंध में जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सेवाएं पूरी तरह निःशुल्क हैं। किसी भी कर्मचारी द्वारा पैसे लेना, उपहार मांगना या सेवा के बदले शर्त रखना पूर्णतः अवैध है। स्वास्थ्य सेवाओं में भ्रष्टाचार या अनुचित व्यवहार को किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा और दोषियों के विरुद्ध बिना विलंब कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने आम जनता से अपील की कि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी किसी भी प्रकार की शिकायत को छिपाएं नहीं, बल्कि तुरंत हेल्पलाइन 104 के माध्यम से प्रशासन को सूचित करें।
मरीजों के अधिकार और गरिमा सर्वोपरि
सिविल सर्जन ने कहा कि किशनगंज जिला स्वास्थ्य विभाग मरीजों के अधिकारों और सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। सरकारी अस्पतालों में प्रसव, जांच, दवाइयां, टीकाकरण तथा आपातकालीन सेवाएं पूरी तरह निःशुल्क हैं। यदि कोई भी व्यक्ति इस व्यवस्था को प्रभावित करने का प्रयास करता है, तो उसके विरुद्ध सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
जनविश्वास से ही मजबूत होती है स्वास्थ्य व्यवस्था
जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने कहा कि किसी भी स्वास्थ्य व्यवस्था की मजबूती जनता के भरोसे पर निर्भर करती है। यह भरोसा तभी कायम रह सकता है जब व्यवस्था पारदर्शी, संवेदनशील और जवाबदेह हो। इस प्रकरण में की गई त्वरित कार्रवाई यह दर्शाती है कि किशनगंज जिला प्रशासन नागरिकों के अधिकारों की रक्षा और सेवा-शुचिता बनाए रखने के लिए पूरी तरह सजग और प्रतिबद्ध है।
आम जनता के हित में भरोसेमंद पहल
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि जिला पदाधिकारी के मार्गदर्शन में की गई यह निर्णायक कार्रवाई स्वास्थ्य व्यवस्था में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल अनुशासन स्थापित हुआ है, बल्कि आम नागरिकों का यह विश्वास भी मजबूत हुआ है कि किशनगंज जिले में स्वास्थ्य सेवाएं सुरक्षित, निःशुल्क और जनहित में संचालित की जा रही हैं।