राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
महिला संवाद कार्यक्रम में सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था को लेकर, महिलाएँ अपनी आकांक्षाएँ व्यक्त कर रही हैं। दिघलबैंक प्रखंड के तुलसिया पंचायत में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने इस संबंध में अपनी आकांक्षाएँ व्यक्त कीं। सरकारी बस व रेल सेवा शुरू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि इससे इस क्षेत्र के विकास में सहायता मिलेगी, खासकर महिलाओं को यातायात में सुविधा होगी। वहीं, ठाकुरगंज प्रखंड के डुमरिया पंचायत में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने कृषि क्षेत्र में सहयोग की मांग की। अफरोज़ बेगम ने खेतों में फसलों की सिंचाई के लिए सरकार के स्तर पर नहर और सामूहिक बोरिंग (बोरवेल) की व्यवस्था की आकांक्षा व्यक्त की। उन्होंने किशनगंज जिले में चाय पत्ता, अनानास, ड्रैगन फ्रूट की खेती की संभावना को देखते हुए इसके लिए सरकारी सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की। नगदी फसल से किसानों को होने वाली अधिक आमदनी को लेकर अपने विचार रखे। किशनगंज जिले में छोटे जोत वाले सीमांत किसानों की संख्या ज्यादा है। उनके लिए खेती आय का जरिया कैसे बन सके, इससे जुड़ी आकांक्षा महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाएँ व्यक्त कर रही हैं।
महिला संवाद कार्यक्रम में कृषि कार्य हेतु खाद-बीज की अधिक कीमत, उसकी समय पर उपलब्धता, कृषि लागत में वृद्धि, स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर की कमी जैसे मुद्दों पर महिलाओं ने सरकार से बेहतर कार्य नीति बनाने की आकांक्षा व्यक्त की। किशनगंज सदर प्रखंड के चकला पंचायत की रेखा देवी ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि वे शारदा जीविका स्वयं सहायता समूह से ऋण लेकर स्वरोजगार कर रही हैं। समूह से ऋण लेकर पहले चाय-नाश्ते की दुकान शुरू की, फिर दुकान की आमदनी से समूह से और ऋण लेकर कपड़े की दुकान भी खोली। उन्होंने बताया कि दोनों दुकानों से महीने में बीस से पच्चीस हजार रुपये तक की आमदनी हो जाती है। पूर्व में घर-गृहस्थी तक सीमित जीवन था, वहीं अब आर्थिक रूप से स्वावलंबी हो गई हैं। बच्चों को शिक्षित कर रही हैं। स्वयं सहायता समूह से जुड़कर महिलाएँ समृद्धि की ओर बढ़ रही हैं।