सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
किशनगंज: जिले के मोतिहारा इलाके में स्थित एक मदरसे में 12 वर्षीय छात्र की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। शनिवार को मदरसे के पीछे कब्रिस्तान से जहीरुद्दीन नामक छात्र का शव बरामद हुआ था, जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी। दो दिन की जांच के भीतर पुलिस ने हत्या में शामिल दोनों आरोपितों को पकड़ लिया है, जो खुद उसी मदरसे में पढ़ते थे और उम्र में नाबालिग हैं।
हैरान करने वाली वजह: छुट्टी के लिए की हत्या
पूछताछ में आरोपित किशोरों ने बताया कि वे मदरसे से छुट्टी पाना चाहते थे और मानते थे कि यदि कोई गंभीर घटना होगी तो मदरसा बंद कर दिया जाएगा। इसी सोच के तहत उन्होंने जहीरुद्दीन की हत्या की योजना बनाई और उसे बाथरूम जाते वक्त अकेला पाकर वारदात को अंजाम दिया।
पहले भी कर चुके थे प्रयास
पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों ने इससे पहले भी एक छात्र पर हमला करने की कोशिश की थी, लेकिन वह असफल रही। 2 अगस्त की रात, करीब 12 बजे, जब जहीरुद्दीन शौचालय जा रहा था, तभी दोनों ने चाकू से उस पर हमला कर दिया और उसका गला रेत दिया।
सबूतों के आधार पर गिरफ्तारी
एसपी सागर कुमार के निर्देश पर एसडीपीओ-1 की अगुवाई में एक विशेष टीम गठित की गई थी। टीम ने तकनीकी साक्ष्य, बायोलॉजिकल क्लू और अन्य सबूतों के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू और दोनों के खून से सने कपड़े बरामद कर लिए हैं। दोनों आरोपितों को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा।
एक दुखद सच्चाई
यह घटना न केवल एक मासूम की जिंदगी छीनने वाली है, बल्कि यह सवाल भी खड़े करती है कि बच्चों के भीतर ऐसा खतरनाक विचार कैसे पनप सकता है। छुट्टी पाने की चाह में किसी की जान लेने जैसी सोच समाज के लिए चेतावनी है कि बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और सोच पर ध्यान देना अब ज़रूरी हो गया है।