किशनगंज जिले के दिघलबैंक प्रखण्ड के सिंघीमारी पंचायत अन्तर्गत डाकूपारा गाँव के समीप कनकई नदी से कटाव की सूचना प्राप्त होते ही जिलाधिकारी किशनगंज तुषार सिंगला द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई। जिलाधिकारी के अंचलाधिकारी ने तुरंत कटाव स्थल पर पहुंचते ही निरोधात्मक कार्य करने का निदेश दिया। तादालोक में अंचलाधिकारी दिघलबैंक द्वारा इस पर तुरंत एक्शन लेते हुए कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण एवं जल निसरण प्रमंडल किशनगंज से समन्वय स्थापित करते हुए वस्तुस्थिति का आकलन किया गया। कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण एवं जल निसरण प्रमंडल, किशनगंज ने बताया कि दिघलबैंक प्रखण्ड अन्तर्गत डाकूपाड़ा वार्ड नं०1 पश्चिमी कनकई नदी के बाए तट पर अवस्थित है। यह ग्राम भारत नेपाल बॉर्डर के करीब अवस्थित है तथा यहां नदी का ग्रेडियेण्ट काफी होने के कारण नदी के जलश्राव का वेग काफी अधिक है जिससे नदी के किनारों का क्षरण होता है। जलश्राव में कमी होते ही स्थिति सामान्य हो जाती है। नदी के किनारों का जो क्षरण हो रहा है वस्तुतः वह नदी का ही भाग है परंतु स्थानीय ग्रामीणों द्वारा यहां सामान्य समय में खेती की जाती है। नदी के तट से गांव की दूरी लगभग 100 मीटर के करीब है, वर्तमान में नदी के बहाव से घरों का कटाव नहीं हो रहा है। जिला प्रशासन द्वारा स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। जिलाधिकारी तुषार सिंगला ने बताया की वर्तमान में आपदा के स्थिति में जिला में नियंत्रण कक्ष स्थापित है जो 24*7 संचालित है। किसी भी आपात स्थिति में इसके दूरभाष संख्या 06454 – 225152 पर सूचना दी जा सकती है।
देवाशीष चटर्जी, सारस न्यूज, बहादुरगंज।
किशनगंज जिले के दिघलबैंक प्रखण्ड के सिंघीमारी पंचायत अन्तर्गत डाकूपारा गाँव के समीप कनकई नदी से कटाव की सूचना प्राप्त होते ही जिलाधिकारी किशनगंज तुषार सिंगला द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई। जिलाधिकारी के अंचलाधिकारी ने तुरंत कटाव स्थल पर पहुंचते ही निरोधात्मक कार्य करने का निदेश दिया। तादालोक में अंचलाधिकारी दिघलबैंक द्वारा इस पर तुरंत एक्शन लेते हुए कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण एवं जल निसरण प्रमंडल किशनगंज से समन्वय स्थापित करते हुए वस्तुस्थिति का आकलन किया गया। कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण एवं जल निसरण प्रमंडल, किशनगंज ने बताया कि दिघलबैंक प्रखण्ड अन्तर्गत डाकूपाड़ा वार्ड नं०1 पश्चिमी कनकई नदी के बाए तट पर अवस्थित है। यह ग्राम भारत नेपाल बॉर्डर के करीब अवस्थित है तथा यहां नदी का ग्रेडियेण्ट काफी होने के कारण नदी के जलश्राव का वेग काफी अधिक है जिससे नदी के किनारों का क्षरण होता है। जलश्राव में कमी होते ही स्थिति सामान्य हो जाती है। नदी के किनारों का जो क्षरण हो रहा है वस्तुतः वह नदी का ही भाग है परंतु स्थानीय ग्रामीणों द्वारा यहां सामान्य समय में खेती की जाती है। नदी के तट से गांव की दूरी लगभग 100 मीटर के करीब है, वर्तमान में नदी के बहाव से घरों का कटाव नहीं हो रहा है। जिला प्रशासन द्वारा स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। जिलाधिकारी तुषार सिंगला ने बताया की वर्तमान में आपदा के स्थिति में जिला में नियंत्रण कक्ष स्थापित है जो 24*7 संचालित है। किसी भी आपात स्थिति में इसके दूरभाष संख्या 06454 – 225152 पर सूचना दी जा सकती है।
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