जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज ने किशनगंज जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का आकलन करने के उद्देश्य से सदर अस्पताल और सात प्रखंडों के सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण मुख्य सचिव, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग, बिहार के निर्देश संख्या 1688/गो.स., दिनांक 19.11.2024 के तहत किया गया।
सदर अस्पताल का गहन निरीक्षण
सदर अस्पताल किशनगंज में जिला पदाधिकारी ने ओपीडी, आईपीडी, आपातकालीन कक्ष, दवा वितरण केंद्र और पैथोलॉजी लैब का निरीक्षण किया। उन्होंने मरीजों के इलाज, साफ-सफाई, दवाओं की उपलब्धता और कर्मचारियों की उपस्थिति का गहन अध्ययन किया।
निरीक्षण के दौरान मुख्य बिंदु:
कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच: उपस्थिति रजिस्टर का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित किया गया कि सभी चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी अपने समय पर उपस्थित रहें।
मरीजों और उनके परिजनों से संवाद: जिला पदाधिकारी ने ओपीडी और आईपीडी में भर्ती मरीजों व उनके अटेंडेंट से सीधा संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और सुझाव लिए। कुछ मरीजों ने सुविधाओं में सुधार की सराहना की, जबकि अन्य ने सेवाओं को और बेहतर बनाने के सुझाव दिए।
दवाओं और उपकरणों की उपलब्धता: दवा वितरण केंद्र की प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए गए। उपकरणों की स्थिति और उनकी उपलब्धता का भी मूल्यांकन किया गया।
पैथोलॉजी सेवाओं का आकलन: पैथोलॉजी लैब की कार्यप्रणाली, जांच रिपोर्ट की गुणवत्ता और समयबद्धता पर ध्यान दिया गया।
प्रखंड स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण
जिले के सात प्रखंडों में सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया गया। स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति, दवा वितरण, पैथोलॉजिकल सेवाओं और कर्मचारियों की उपस्थिति पर ध्यान दिया गया। जिन केंद्रों में कमियां पाई गईं, वहां सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए।
डिजिटल फीडबैक प्रणाली का कार्यान्वयन
निरीक्षण के दौरान जिला प्रशासन ने डिजिटल फीडबैक प्रणाली को लागू करने की दिशा में काम किया। मरीजों और उनके परिजनों के लिए एक डिजिटल फॉर्म जारी किया गया है, जिससे वे अपनी समस्याएं और सुझाव सीधे जिला प्रशासन तक पहुंचा सकें। यह प्रयास सेवाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करेगा।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के निर्देश
जिला पदाधिकारी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य अंतिम व्यक्ति तक गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। उन्होंने सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर सेवाओं में सुधार के लिए ठोस योजना तैयार करने के निर्देश दिए। सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि यह औचक निरीक्षण स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और जिला प्रशासन की सक्रियता को दर्शाता है। जिला प्रशासन के प्रयासों से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और आम जनता का विश्वास मजबूत होगा। किशनगंज जिले में यह पहल स्वास्थ्य सुविधाओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज ने किशनगंज जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का आकलन करने के उद्देश्य से सदर अस्पताल और सात प्रखंडों के सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण मुख्य सचिव, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग, बिहार के निर्देश संख्या 1688/गो.स., दिनांक 19.11.2024 के तहत किया गया।
सदर अस्पताल का गहन निरीक्षण
सदर अस्पताल किशनगंज में जिला पदाधिकारी ने ओपीडी, आईपीडी, आपातकालीन कक्ष, दवा वितरण केंद्र और पैथोलॉजी लैब का निरीक्षण किया। उन्होंने मरीजों के इलाज, साफ-सफाई, दवाओं की उपलब्धता और कर्मचारियों की उपस्थिति का गहन अध्ययन किया।
निरीक्षण के दौरान मुख्य बिंदु:
कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच: उपस्थिति रजिस्टर का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित किया गया कि सभी चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी अपने समय पर उपस्थित रहें।
मरीजों और उनके परिजनों से संवाद: जिला पदाधिकारी ने ओपीडी और आईपीडी में भर्ती मरीजों व उनके अटेंडेंट से सीधा संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और सुझाव लिए। कुछ मरीजों ने सुविधाओं में सुधार की सराहना की, जबकि अन्य ने सेवाओं को और बेहतर बनाने के सुझाव दिए।
दवाओं और उपकरणों की उपलब्धता: दवा वितरण केंद्र की प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए गए। उपकरणों की स्थिति और उनकी उपलब्धता का भी मूल्यांकन किया गया।
पैथोलॉजी सेवाओं का आकलन: पैथोलॉजी लैब की कार्यप्रणाली, जांच रिपोर्ट की गुणवत्ता और समयबद्धता पर ध्यान दिया गया।
प्रखंड स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण
जिले के सात प्रखंडों में सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया गया। स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति, दवा वितरण, पैथोलॉजिकल सेवाओं और कर्मचारियों की उपस्थिति पर ध्यान दिया गया। जिन केंद्रों में कमियां पाई गईं, वहां सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए।
डिजिटल फीडबैक प्रणाली का कार्यान्वयन
निरीक्षण के दौरान जिला प्रशासन ने डिजिटल फीडबैक प्रणाली को लागू करने की दिशा में काम किया। मरीजों और उनके परिजनों के लिए एक डिजिटल फॉर्म जारी किया गया है, जिससे वे अपनी समस्याएं और सुझाव सीधे जिला प्रशासन तक पहुंचा सकें। यह प्रयास सेवाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करेगा।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के निर्देश
जिला पदाधिकारी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य अंतिम व्यक्ति तक गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। उन्होंने सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर सेवाओं में सुधार के लिए ठोस योजना तैयार करने के निर्देश दिए। सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि यह औचक निरीक्षण स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और जिला प्रशासन की सक्रियता को दर्शाता है। जिला प्रशासन के प्रयासों से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा और आम जनता का विश्वास मजबूत होगा। किशनगंज जिले में यह पहल स्वास्थ्य सुविधाओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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