जिलाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में जिला समन्वय समिति की बैठक जिला परिषद के मेची सभागार में आहूत की गई।
बैठक में विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं तथा किए जा रहे विभिन्न कार्यों की गहन समीक्षा की गई। इस बैठक में सभी जिला स्तरीय और प्रखंड स्तरीय अधिकारी, जैसे बीडीओ, अंचल अधिकारी, बीपीआरओ आदि उपस्थित रहे। दिए गए निर्देशों के अनुपालन के साथ-साथ विभागवार विभिन्न योजनाओं और कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई।
बैठक में निम्नलिखित प्रमुख विषयों पर चर्चा हुई:
सामान्य प्रशाखा: सीएम डैशबोर्ड पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों, लोकसभा/विधानसभा के प्रश्न, आश्वासन, निवेदन, शून्य काल से संबंधित लंबित मामलों, ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट के भौतिक सत्यापन से जुड़े प्रतिवेदन, सूचना का अधिकार आदि के कार्यों की समीक्षा की गई।
जिला विधि प्रशाखा: सीडब्ल्यूजेसी, एलपीए, एमजेसी आदि के मामलों की समीक्षा की गई।
PHED (लोक स्वास्थ्य प्रमंडल): नाला और सड़क निर्माण में क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों आदि के मरम्मत कार्यों की समीक्षा की गई।
आपूर्ति विभाग: खाद्यान्न का ऑनलाइन वितरण, ई-केवाईसी की प्रगति रिपोर्ट, नए राशन कार्ड निर्माण की स्थिति आदि पर चर्चा की गई।
शिक्षा विभाग: भूमि की आवश्यकता वाले प्राथमिक विद्यालयों की सूची की समीक्षा की गई।
आईसीडीएस (आंगनबाड़ी सेवाएँ): आंगनबाड़ी केंद्र भवनों की स्थिति, अपूर्ण निर्माण, पानी, बिजली, शौचालय आदि की व्यवस्थाओं, सीएम कन्या उत्थान योजना और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की प्रगति की समीक्षा की गई।
जिला कल्याण कार्यालय: नए खोले जाने वाले सावित्रीबाई फुले छात्रावास, प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति वितरण और उपयोगिता प्रमाणपत्र के कार्यों की समीक्षा की गई।
अन्य विभागों: पशुपालन, अल्पसंख्यक कल्याण, सहकारिता, जीविका, राजस्व और भवन प्रमंडल के कार्यों की भी समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने सभी जिला स्तरीय पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रखंड स्तरीय मामलों की गहन समीक्षा के लिए साप्ताहिक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) में बीडीओ और सीओ के साथ उपस्थित रहें। इसके माध्यम से प्रशासनिक कार्यों की प्रगति का आकलन किया जाएगा और समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे।
पीएचईडी विभाग को निर्देश दिया गया कि वे अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर पाइपलाइनों की मरम्मत कार्यों को शीघ्र पूरा करें और विपत्र तुरंत संबंधित विभागों को भेजें ताकि आवश्यक कार्यों का शीघ्र निष्पादन हो सके।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सेविकाओं और सहायिकाओं द्वारा कार्य में लापरवाही की स्थिति में सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, आंगनबाड़ी केंद्रों में शौचालय से संबंधित लंबित प्रतिवेदन के मामलों में डीपीओ, आईसीडीएस से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्धता जताई कि सभी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो और जनता को इन योजनाओं का लाभ शीघ्रता से प्राप्त हो।
इस बैठक में उप विकास आयुक्त स्पर्श गुप्ता, एडीएम अमरेन्द्र कुमार पंकज, जिला पंचायत राज पदाधिकारी जफर आलम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी-सह-ओएसडी कुंदन कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी लतीफुर रहमान, निदेशक डीआरडीए सहित अन्य जिला स्तरीय और प्रखंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
जिलाधिकारी विशाल राज की अध्यक्षता में जिला समन्वय समिति की बैठक जिला परिषद के मेची सभागार में आहूत की गई।
बैठक में विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं तथा किए जा रहे विभिन्न कार्यों की गहन समीक्षा की गई। इस बैठक में सभी जिला स्तरीय और प्रखंड स्तरीय अधिकारी, जैसे बीडीओ, अंचल अधिकारी, बीपीआरओ आदि उपस्थित रहे। दिए गए निर्देशों के अनुपालन के साथ-साथ विभागवार विभिन्न योजनाओं और कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई।
बैठक में निम्नलिखित प्रमुख विषयों पर चर्चा हुई:
सामान्य प्रशाखा: सीएम डैशबोर्ड पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों, लोकसभा/विधानसभा के प्रश्न, आश्वासन, निवेदन, शून्य काल से संबंधित लंबित मामलों, ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट के भौतिक सत्यापन से जुड़े प्रतिवेदन, सूचना का अधिकार आदि के कार्यों की समीक्षा की गई।
जिला विधि प्रशाखा: सीडब्ल्यूजेसी, एलपीए, एमजेसी आदि के मामलों की समीक्षा की गई।
PHED (लोक स्वास्थ्य प्रमंडल): नाला और सड़क निर्माण में क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों आदि के मरम्मत कार्यों की समीक्षा की गई।
आपूर्ति विभाग: खाद्यान्न का ऑनलाइन वितरण, ई-केवाईसी की प्रगति रिपोर्ट, नए राशन कार्ड निर्माण की स्थिति आदि पर चर्चा की गई।
शिक्षा विभाग: भूमि की आवश्यकता वाले प्राथमिक विद्यालयों की सूची की समीक्षा की गई।
आईसीडीएस (आंगनबाड़ी सेवाएँ): आंगनबाड़ी केंद्र भवनों की स्थिति, अपूर्ण निर्माण, पानी, बिजली, शौचालय आदि की व्यवस्थाओं, सीएम कन्या उत्थान योजना और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की प्रगति की समीक्षा की गई।
जिला कल्याण कार्यालय: नए खोले जाने वाले सावित्रीबाई फुले छात्रावास, प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति वितरण और उपयोगिता प्रमाणपत्र के कार्यों की समीक्षा की गई।
अन्य विभागों: पशुपालन, अल्पसंख्यक कल्याण, सहकारिता, जीविका, राजस्व और भवन प्रमंडल के कार्यों की भी समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने सभी जिला स्तरीय पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रखंड स्तरीय मामलों की गहन समीक्षा के लिए साप्ताहिक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) में बीडीओ और सीओ के साथ उपस्थित रहें। इसके माध्यम से प्रशासनिक कार्यों की प्रगति का आकलन किया जाएगा और समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे।
पीएचईडी विभाग को निर्देश दिया गया कि वे अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर पाइपलाइनों की मरम्मत कार्यों को शीघ्र पूरा करें और विपत्र तुरंत संबंधित विभागों को भेजें ताकि आवश्यक कार्यों का शीघ्र निष्पादन हो सके।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सेविकाओं और सहायिकाओं द्वारा कार्य में लापरवाही की स्थिति में सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, आंगनबाड़ी केंद्रों में शौचालय से संबंधित लंबित प्रतिवेदन के मामलों में डीपीओ, आईसीडीएस से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्धता जताई कि सभी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो और जनता को इन योजनाओं का लाभ शीघ्रता से प्राप्त हो।
इस बैठक में उप विकास आयुक्त स्पर्श गुप्ता, एडीएम अमरेन्द्र कुमार पंकज, जिला पंचायत राज पदाधिकारी जफर आलम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी-सह-ओएसडी कुंदन कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी लतीफुर रहमान, निदेशक डीआरडीए सहित अन्य जिला स्तरीय और प्रखंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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