जिलाधिकारी श्री विशाल राज की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य जिला स्तरीय कार्य संस्कृति को मजबूत करना एवं विभागीय अनुशासन को सुनिश्चित करना था।
बैठक में विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी विभागों से प्राप्त रिपोर्टों की गहन समीक्षा की और विभिन्न बिंदुओं पर दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में कर्मियों की कर्म पुस्तिका, बायोमेट्रिक उपस्थिति, संचिकाओं के निपटान, माननीय न्यायालय वाद, नीलाम पत्र, आपदा राहत, लोक शिकायत, सूचना का अधिकार, लोकायुक्त, मानवाधिकार आयोग, सीएम डैशबोर्ड, जनता दरबार, सेवांत लाभ, तथा लंबित प्रतिवेदनों की स्थिति पर विशेष चर्चा हुई।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि:
लंबित नीलाम पत्र वारंटों का शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित किया जाए।
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत बकाया राशि नहीं चुकाने वाले लाभार्थियों के विरुद्ध आवश्यकता अनुसार एफ.आई.आर. दर्ज की जा सकती है।
बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य की गई है; बिना उपस्थिति के किसी भी कर्मी का वेतन ट्रेजरी से स्वीकृत नहीं होगा।
फील्ड में कार्यरत अधिकारियों की उपस्थिति की पुष्टि जिला गोपनीय शाखा से कराना अनिवार्य होगा।
पशुपालन पदाधिकारी को टीए से संबंधित विषयों पर अपने विभाग से स्पष्ट जानकारी लेने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने सभी विभागों को कार्रवाई प्रतिवेदन शीघ्र उपलब्ध कराने और विभागीय पत्रों के संप्रेषण हेतु अधिकृत ईमेल आईडी उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया।
इसके अतिरिक्त, उत्पाद विभाग से प्राप्त वाहनों की सूची का मूल्यांकन शीघ्र कर उसे विभाग को प्रेषित करने के लिए डीटीओ कार्यालय को निर्देशित किया गया।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि कार्यों में पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और समयबद्धता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
इस बैठक में डीडीसी श्री स्पर्श गुप्ता, अपर समाहर्ता श्री अमरेन्द्र कुमार पंकज, जिला पंचायती राज पदाधिकारी श्री जफर आलम, जिला योजना पदाधिकारी-सह-जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री कुंदन कुमार सिंह, समेत कई अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सारस न्यूज, किशनगंज।
जिलाधिकारी श्री विशाल राज की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य जिला स्तरीय कार्य संस्कृति को मजबूत करना एवं विभागीय अनुशासन को सुनिश्चित करना था।
बैठक में विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी विभागों से प्राप्त रिपोर्टों की गहन समीक्षा की और विभिन्न बिंदुओं पर दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में कर्मियों की कर्म पुस्तिका, बायोमेट्रिक उपस्थिति, संचिकाओं के निपटान, माननीय न्यायालय वाद, नीलाम पत्र, आपदा राहत, लोक शिकायत, सूचना का अधिकार, लोकायुक्त, मानवाधिकार आयोग, सीएम डैशबोर्ड, जनता दरबार, सेवांत लाभ, तथा लंबित प्रतिवेदनों की स्थिति पर विशेष चर्चा हुई।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि:
लंबित नीलाम पत्र वारंटों का शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित किया जाए।
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत बकाया राशि नहीं चुकाने वाले लाभार्थियों के विरुद्ध आवश्यकता अनुसार एफ.आई.आर. दर्ज की जा सकती है।
बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य की गई है; बिना उपस्थिति के किसी भी कर्मी का वेतन ट्रेजरी से स्वीकृत नहीं होगा।
फील्ड में कार्यरत अधिकारियों की उपस्थिति की पुष्टि जिला गोपनीय शाखा से कराना अनिवार्य होगा।
पशुपालन पदाधिकारी को टीए से संबंधित विषयों पर अपने विभाग से स्पष्ट जानकारी लेने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने सभी विभागों को कार्रवाई प्रतिवेदन शीघ्र उपलब्ध कराने और विभागीय पत्रों के संप्रेषण हेतु अधिकृत ईमेल आईडी उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया।
इसके अतिरिक्त, उत्पाद विभाग से प्राप्त वाहनों की सूची का मूल्यांकन शीघ्र कर उसे विभाग को प्रेषित करने के लिए डीटीओ कार्यालय को निर्देशित किया गया।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि कार्यों में पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और समयबद्धता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
इस बैठक में डीडीसी श्री स्पर्श गुप्ता, अपर समाहर्ता श्री अमरेन्द्र कुमार पंकज, जिला पंचायती राज पदाधिकारी श्री जफर आलम, जिला योजना पदाधिकारी-सह-जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री कुंदन कुमार सिंह, समेत कई अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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