राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
भारत नेपाल सीमा पर जियापोखर थाना क्षेत्र अंतर्गत गिलहाबारी से पुलिस ने शुक्रवार को फर्जी तरीके से आधारकार्ड बनाए जाने वाले रैकेट का पर्दाफाश करते हुए मामले में एक युवक को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया युवक अशराफुल गिलहाबारी जियापोखर का रहने वाला है। वहीं मामले में कुल चार लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाई जा रही है। पुलिस ने आरोपी के घर में छापेमारी कर कई फर्जी दस्तावेज बरामद किया है जिसमें एक स्कैनर, प्रिंटर, लाल रंग का मोहर, 10 रुपए का तीन नेपाली नोट, एक लैपटॉप, डेटा केबल, एक मोबाइल फोन जिसमें एक एयरटेल व एक नेपाली सिम लगा हुआ था, आधार कार्ड बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला 15 इंडोलमेंट स्लिप व एक चार पहिया वाहन बरामद किया गया है। दरअसल पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि गिलहबाड़ी गांव में फर्जी दस्तावेजों के जरिए आधार कार्ड बनाए जा रहे है। सूचना के आधार पुलिस टीम ने छापेमारी की। इस दौरान एक संदिग्ध एजेंट को पकड़ा गया, जिसके पास से कई फर्जी आधार कार्ड, लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनर और बायोमेट्रिक उपकरण बरामद हुए। प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह गिरोह बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारतीय पहचान पत्र उपलब्ध कराने में शामिल था, ताकि वे अवैध रूप से भारत में रह सके और सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सके। पुलिस ने इस मामले में सख्ती बरतते हुए जांच का दायरा बढ़ा दिया है।
यह पहली बार नहीं है जब किशनगंज में इस तरह की घटना सामने आई है। इससे पहले भी ठाकुरगंज और गलगलिया क्षेत्र में बांग्लादेशी घुसपैठियों को फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़ा गया था।
क्या कहते है एसपी:
एसपी सागर कुमार ने बताया कि जियापोखर थाना क्षेत्र में फर्जी आधारकार्ड बनाए जाने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है। मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। कुल चार लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाई जा रही है। प्रथमद्रष्टया यह लग रहा है की जो लोग फर्जी तरीके से बंगलादेश से भारत में अवैध रूप से प्रवेश करना चाहते है, उनके लिए इस गिरोह के द्वारा फर्जी तरीके से आधारकार्ड बनाए जाने का कार्य किया जा रहा था। इस गिरोह में जमाल नाम के व्यक्ति की संलिप्तता भी सामने आई है। साथ ही पंकज नाम का युवक सहयोगी की भूमिका निभा रहा था। एसपी सागर कुमार ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जियारपोखर थाना क्षेत्र के एक निजी आवास में फर्जी आधार कार्ड बनाने के लिए कुछ लोग इकट्ठा हुए। सूचना के आधार पर जियारपोखर थाना और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ठाकुरगंज टीम उस स्थान पर गई और छापामारी की। छापामारी के दौरान नेपाल सीमा निकट होने के कारण कुछ आरोपित नेपाल सीमा में प्रवेश कर गए जिसके कारण उन लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई।