जनसंख्या नियंत्रण के लिए अस्थायी साधनों का उपयोग जरूरी: सिविल सर्जन
जिले में सबसे अधिक 480 महिलाओं का सफल बंध्याकरण करने के लिए दिघलबैंक सीएचसी को मिला सम्मान
सम्मान समारोह से स्वास्थ्य कर्मियों को और बेहतर काम करने की प्रेरणा मिलती है – जिलाधिकारी ने दी बधाई
परिवार नियोजन को बढ़ावा देने और बेहतर कार्य करने वाले चिकित्सा अधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को जिला स्वास्थ्य समिति प्रांगण में सम्मानित किया गया। सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मिशन परिवार विकास अभियान चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य कुल प्रजनन दर (TFR) को कम करना, आधुनिक गर्भनिरोधक साधनों के उपयोग को बढ़ावा देना और परिवार नियोजन के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के उपायों को बढ़ावा देने के लिए किशनगंज जिला स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है। जिले के विभिन्न प्रखंडों में परिवार नियोजन सेवाओं को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए चिकित्सा अधिकारियों, स्टाफ नर्सों, एएनएम, आशा कार्यकर्ताओं और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों ने अहम भूमिका निभाई है। इन्हीं प्रयासों को पहचान देने के लिए यह सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
परिवार नियोजन में उत्कृष्ट कार्य करने वाली आशा कार्यकर्ताओं को मिला सम्मान
जिले में महिला नसबंदी में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिघलबैंक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सम्मानित किया गया, जहाँ 480 महिलाओं का सफलतापूर्वक बंध्याकरण किया गया है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रिजवाना तबस्सुम को सबसे ज्यादा 379 महिला बंध्याकरण और 78 महिलाओं का सफल प्रसव उपरांत बंध्याकरण करने के लिए सम्मानित किया गया। पुरुष नसबंदी में उत्कृष्ट योगदान के लिए ठाकुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सम्मानित किया गया, जहाँ जिले में सबसे अधिक 11 पुरुषों का नसबंदी किया गया है। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अनवर हुसैन को सबसे ज्यादा 06 पुरुषों का सफल बंध्याकरण करने के लिए सम्मान मिला।
इसके अतिरिक्त, सदर अस्पताल को जिले में सबसे ज्यादा 2,283 पीपीआईयूसीडी (पोस्ट पार्टम इंट्रा यूटेरिन कंट्रासेप्टिव डिवाइस) के लिए और ठाकुरगंज प्रखंड को 1,093 पीपीआईयूसीडी के लिए प्रखंड स्तर पर सम्मानित किया गया। एमपीए (अंतरा) इंजेक्शन सेवा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए ठाकुरगंज प्रखंड को, ओरल पिल्स 11,573 वितरण और कंडोम 1,24,930 वितरण में बेहतर प्रदर्शन के लिए किशनगंज ग्रामीण को सम्मान मिला। एचएससी स्तर पर एफपीएलएमआईएस (फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम) के लिए बहादुरगंज और आशा कार्यकर्ताओं के एफपीएलएमआईएस के लिए कोचाधामन को सम्मानित किया गया।
परिवार नियोजन सेवाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी – सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने कहा, “परिवार नियोजन सेवाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। अस्थायी साधनों के उपयोग को बढ़ावा देकर हम जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित कर सकते हैं। जिले के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है और यह सम्मान उनकी मेहनत का प्रतीक है। स्वास्थ्य कर्मियों को प्रोत्साहन मिलता है, जिससे वे परिवार नियोजन सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए प्रेरित होते हैं। इससे गर्भनिरोधक साधनों का अधिक से अधिक उपयोग होता है और अनियोजित गर्भधारण को रोका जा सकता है।”
सम्मान समारोह से स्वास्थ्य कर्मियों को और बेहतर काम करने की प्रेरणा मिलती है – जिलाधिकारी ने दी बधाई
जिलाधिकारी श्री विशाल राज ने कहा, “इस तरह के सम्मान समारोह से स्वास्थ्य कर्मियों को और बेहतर काम करने की प्रेरणा मिलती है। इससे परिवार नियोजन सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत होंगी। किशनगंज जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को सम्मानित कर उन्हें आगे भी बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया है। इस सम्मान समारोह से न केवल परिवार नियोजन सेवाओं को बल मिलेगा, बल्कि समाज में जनसंख्या नियंत्रण और सुरक्षित मातृत्व को लेकर जागरूकता भी बढ़ेगी।”
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
जनसंख्या नियंत्रण के लिए अस्थायी साधनों का उपयोग जरूरी: सिविल सर्जन
जिले में सबसे अधिक 480 महिलाओं का सफल बंध्याकरण करने के लिए दिघलबैंक सीएचसी को मिला सम्मान
सम्मान समारोह से स्वास्थ्य कर्मियों को और बेहतर काम करने की प्रेरणा मिलती है – जिलाधिकारी ने दी बधाई
परिवार नियोजन को बढ़ावा देने और बेहतर कार्य करने वाले चिकित्सा अधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को जिला स्वास्थ्य समिति प्रांगण में सम्मानित किया गया। सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मिशन परिवार विकास अभियान चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य कुल प्रजनन दर (TFR) को कम करना, आधुनिक गर्भनिरोधक साधनों के उपयोग को बढ़ावा देना और परिवार नियोजन के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के उपायों को बढ़ावा देने के लिए किशनगंज जिला स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है। जिले के विभिन्न प्रखंडों में परिवार नियोजन सेवाओं को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए चिकित्सा अधिकारियों, स्टाफ नर्सों, एएनएम, आशा कार्यकर्ताओं और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों ने अहम भूमिका निभाई है। इन्हीं प्रयासों को पहचान देने के लिए यह सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
परिवार नियोजन में उत्कृष्ट कार्य करने वाली आशा कार्यकर्ताओं को मिला सम्मान
जिले में महिला नसबंदी में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिघलबैंक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सम्मानित किया गया, जहाँ 480 महिलाओं का सफलतापूर्वक बंध्याकरण किया गया है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रिजवाना तबस्सुम को सबसे ज्यादा 379 महिला बंध्याकरण और 78 महिलाओं का सफल प्रसव उपरांत बंध्याकरण करने के लिए सम्मानित किया गया। पुरुष नसबंदी में उत्कृष्ट योगदान के लिए ठाकुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सम्मानित किया गया, जहाँ जिले में सबसे अधिक 11 पुरुषों का नसबंदी किया गया है। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अनवर हुसैन को सबसे ज्यादा 06 पुरुषों का सफल बंध्याकरण करने के लिए सम्मान मिला।
इसके अतिरिक्त, सदर अस्पताल को जिले में सबसे ज्यादा 2,283 पीपीआईयूसीडी (पोस्ट पार्टम इंट्रा यूटेरिन कंट्रासेप्टिव डिवाइस) के लिए और ठाकुरगंज प्रखंड को 1,093 पीपीआईयूसीडी के लिए प्रखंड स्तर पर सम्मानित किया गया। एमपीए (अंतरा) इंजेक्शन सेवा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए ठाकुरगंज प्रखंड को, ओरल पिल्स 11,573 वितरण और कंडोम 1,24,930 वितरण में बेहतर प्रदर्शन के लिए किशनगंज ग्रामीण को सम्मान मिला। एचएससी स्तर पर एफपीएलएमआईएस (फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम) के लिए बहादुरगंज और आशा कार्यकर्ताओं के एफपीएलएमआईएस के लिए कोचाधामन को सम्मानित किया गया।
परिवार नियोजन सेवाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी – सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने कहा, “परिवार नियोजन सेवाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। अस्थायी साधनों के उपयोग को बढ़ावा देकर हम जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित कर सकते हैं। जिले के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है और यह सम्मान उनकी मेहनत का प्रतीक है। स्वास्थ्य कर्मियों को प्रोत्साहन मिलता है, जिससे वे परिवार नियोजन सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए प्रेरित होते हैं। इससे गर्भनिरोधक साधनों का अधिक से अधिक उपयोग होता है और अनियोजित गर्भधारण को रोका जा सकता है।”
सम्मान समारोह से स्वास्थ्य कर्मियों को और बेहतर काम करने की प्रेरणा मिलती है – जिलाधिकारी ने दी बधाई
जिलाधिकारी श्री विशाल राज ने कहा, “इस तरह के सम्मान समारोह से स्वास्थ्य कर्मियों को और बेहतर काम करने की प्रेरणा मिलती है। इससे परिवार नियोजन सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत होंगी। किशनगंज जिले में परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को सम्मानित कर उन्हें आगे भी बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया है। इस सम्मान समारोह से न केवल परिवार नियोजन सेवाओं को बल मिलेगा, बल्कि समाज में जनसंख्या नियंत्रण और सुरक्षित मातृत्व को लेकर जागरूकता भी बढ़ेगी।”
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