पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, अर्राबाड़ी, किशनगंज द्वारा 07 जून को पंचायत सरकार भवन, छत्तरगाछ, पोठिया में 23 वीं किसान संवाद सह पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के आयोजक डॉ धीरेंद्र कुमार, एसोसिएट प्रोफेसर ने बताया कि किसान संवाद सह पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन महाविद्यालय डीन डॉ. चंद्रहास के दिशा-निर्देशन में किया गया। इसका उद्देश्य पशुपालकों के द्वार चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना एवं पशुपालन से संबंधित समस्या से अवगत होना है। पशुपालकों के लिए आयोजित कार्यक्रम में महाविद्यालय के 23 वैज्ञानिकों एवं छात्रों ने मार्गदर्शन किया। इस अवसर पर पशुपालकों को जागरूक करने के लिए पशुपालकों के घर-घर जाकर उनसे संवाद किया गया एवं महाविद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं एवं संसाधनों से अवगत कराया गया। साथ ही साथ उनसे अपील की गई की पशु को बीमार होने पर प्रशिक्षित पशु चिकित्सक से ही अपने पशुओं का इलाज करायें। पशु चिकित्सा शिविर में 79 छोटे-बड़े जानवरों का इलाज किया गया एवं पशुओं में गर्भ की जांच की गई। इस दौरान लगभग 19 पशुपालक परिवारों से उनके द्वार पर संपर्क कर पशुपालन से संबंधित वैज्ञानिक गतिविधियों एवं पशुपालन महाविद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई। शिविर में बीमारियों के निदान से संबंधित दवाइयों, खनिज तत्वों, कृमिनाशक दवाइयों का निःशुल्क वितरण किया गया। इस अवसर पर छत्तरगाछ ग्राम पंचायत मुखिया अबुल कासिम, पशु चिकित्सा पदाधिकारी छत्तरगाछ डॉ संजय कुमार एवं अन्य जनप्रतिनिधि के साथ-साथ बड़ी संख्या में पशुपालक उपस्थित रहे। किसान संवाद कार्यक्रम में पशुपालकों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया एवं द्वार पर आकर पशुपालन से संबंधित समस्याओं के निराकरण के प्रयास के लिए वैज्ञानिकों एवं महाविद्यालय का आभार व्यक्त किया।
सारस न्यूज़, पोठिया, किशनगंज।
पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, अर्राबाड़ी, किशनगंज द्वारा 07 जून को पंचायत सरकार भवन, छत्तरगाछ, पोठिया में 23 वीं किसान संवाद सह पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के आयोजक डॉ धीरेंद्र कुमार, एसोसिएट प्रोफेसर ने बताया कि किसान संवाद सह पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन महाविद्यालय डीन डॉ. चंद्रहास के दिशा-निर्देशन में किया गया। इसका उद्देश्य पशुपालकों के द्वार चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना एवं पशुपालन से संबंधित समस्या से अवगत होना है। पशुपालकों के लिए आयोजित कार्यक्रम में महाविद्यालय के 23 वैज्ञानिकों एवं छात्रों ने मार्गदर्शन किया। इस अवसर पर पशुपालकों को जागरूक करने के लिए पशुपालकों के घर-घर जाकर उनसे संवाद किया गया एवं महाविद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं एवं संसाधनों से अवगत कराया गया। साथ ही साथ उनसे अपील की गई की पशु को बीमार होने पर प्रशिक्षित पशु चिकित्सक से ही अपने पशुओं का इलाज करायें। पशु चिकित्सा शिविर में 79 छोटे-बड़े जानवरों का इलाज किया गया एवं पशुओं में गर्भ की जांच की गई। इस दौरान लगभग 19 पशुपालक परिवारों से उनके द्वार पर संपर्क कर पशुपालन से संबंधित वैज्ञानिक गतिविधियों एवं पशुपालन महाविद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई। शिविर में बीमारियों के निदान से संबंधित दवाइयों, खनिज तत्वों, कृमिनाशक दवाइयों का निःशुल्क वितरण किया गया। इस अवसर पर छत्तरगाछ ग्राम पंचायत मुखिया अबुल कासिम, पशु चिकित्सा पदाधिकारी छत्तरगाछ डॉ संजय कुमार एवं अन्य जनप्रतिनिधि के साथ-साथ बड़ी संख्या में पशुपालक उपस्थित रहे। किसान संवाद कार्यक्रम में पशुपालकों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया एवं द्वार पर आकर पशुपालन से संबंधित समस्याओं के निराकरण के प्रयास के लिए वैज्ञानिकों एवं महाविद्यालय का आभार व्यक्त किया।
Leave a Reply