सारस न्यूज, वेब डेस्क।
प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े एक बड़े नाम को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हिरासत में लिया है। PFI के पूर्व बिहार प्रमुख महबूब आलम नदवी को गुरुवार को किशनगंज के हलीम चौक से गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि वह पिछले 5 महीनों से एक स्थानीय स्कूल में शिक्षक के रूप में काम कर रहा था और खुद को आम नागरिक की तरह पेश कर रहा था।
सूत्रों के अनुसार, नदवी की गतिविधियों पर सुरक्षा एजेंसियों की लंबे समय से नजर थी। गुप्त सूचना के आधार पर NIA की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार किया। फिलहाल नदवी से कड़ी सुरक्षा के बीच पूछताछ की जा रही है और किसी को भी आसपास भटकने की इजाजत नहीं दी जा रही है।
इस कार्रवाई के बाद से इलाके में हलचल तेज हो गई है। हालांकि, अधिकारियों ने अभी तक इस गिरफ्तारी को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। वहीं, एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) की टीम भी किशनगंज पहुंच चुकी है और अपने स्तर पर जांच में जुट गई है।
सूत्रों का कहना है कि महबूब आलम नदवी PFI की गतिविधियों को गुप्त रूप से पुनः सक्रिय करने की कोशिश कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियों को कई अहम सुराग मिलने की संभावना जताई जा रही है।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि देशविरोधी तत्व किस तरह आम लोगों की आड़ में समाज में घुलमिलकर अपनी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी से एक बड़ा खतरा समय रहते टल गया, लेकिन इस बात की भी पुष्टि हो गई है कि PFI जैसे संगठन अभी भी नए रूप में सक्रिय होने की फिराक में हैं।