पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, अर्राबाड़ी, किशनगंज द्वारा रायपुर पंचायत, आमगाछ अर्राबाड़ी में 38वां किसान संवाद सह पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य पशुपालकों को उनके द्वार पर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना और पशुपालन से जुड़ी समस्याओं का समाधान करना था। इस दौरान, लगभग 24 पशुपालक परिवारों से संपर्क किया गया और उन्हें पशुपालन से संबंधित वैज्ञानिक विधियों और महाविद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी दी गई।
शिविर में 37 पशुपालकों के 109 छोटे-बड़े जानवरों का उपचार किया गया, जिनमें विभिन्न प्रकार की बीमारियों का निदान हुआ। बीमारियों के इलाज के लिए दवाइयां, खनिज तत्व, और कृमिनाशक दवाएं निःशुल्क वितरित की गईं। कार्यक्रम की आयोजक, डॉ. दीक्षा पी. गौरखेड़े, सहायक प्रोफेसर एवं विभाग प्रमुख, वेटनरी पब्लिक हेल्थ, ने बताया कि यह शिविर महाविद्यालय के डीन, डॉ. चंद्रहास के निर्देशन में आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर रेबीज संक्रमण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए एक अभियान भी चलाया गया। इस अभियान में बताया गया कि यदि किसी पशु या मनुष्य को कुत्ता काट ले, तो घाव को साबुन और पानी से साफ करके तुरंत अस्पताल जाना चाहिए। इसके अलावा, कुत्ते के काटे हुए स्थान पर मिर्च, हल्दी या कोयला लगाने से बचने की सलाह दी गई।
शिविर में बड़ी संख्या में पशुपालक और स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। उन्होंने इस कार्यक्रम की सराहना की। इस शिविर के सफल आयोजन में महाविद्यालय के 16 वैज्ञानिकों और 4 इंटर्न छात्रों ने योगदान दिया। कार्यक्रम की सफलता पर डीन डॉ. चंद्रहास ने प्रसन्नता व्यक्त की और सभी शिक्षकों व कर्मियों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
सारस न्यूज़, पोठिया, किशनगंज।
पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, अर्राबाड़ी, किशनगंज द्वारा रायपुर पंचायत, आमगाछ अर्राबाड़ी में 38वां किसान संवाद सह पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य पशुपालकों को उनके द्वार पर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना और पशुपालन से जुड़ी समस्याओं का समाधान करना था। इस दौरान, लगभग 24 पशुपालक परिवारों से संपर्क किया गया और उन्हें पशुपालन से संबंधित वैज्ञानिक विधियों और महाविद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी दी गई।
शिविर में 37 पशुपालकों के 109 छोटे-बड़े जानवरों का उपचार किया गया, जिनमें विभिन्न प्रकार की बीमारियों का निदान हुआ। बीमारियों के इलाज के लिए दवाइयां, खनिज तत्व, और कृमिनाशक दवाएं निःशुल्क वितरित की गईं। कार्यक्रम की आयोजक, डॉ. दीक्षा पी. गौरखेड़े, सहायक प्रोफेसर एवं विभाग प्रमुख, वेटनरी पब्लिक हेल्थ, ने बताया कि यह शिविर महाविद्यालय के डीन, डॉ. चंद्रहास के निर्देशन में आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर रेबीज संक्रमण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए एक अभियान भी चलाया गया। इस अभियान में बताया गया कि यदि किसी पशु या मनुष्य को कुत्ता काट ले, तो घाव को साबुन और पानी से साफ करके तुरंत अस्पताल जाना चाहिए। इसके अलावा, कुत्ते के काटे हुए स्थान पर मिर्च, हल्दी या कोयला लगाने से बचने की सलाह दी गई।
शिविर में बड़ी संख्या में पशुपालक और स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। उन्होंने इस कार्यक्रम की सराहना की। इस शिविर के सफल आयोजन में महाविद्यालय के 16 वैज्ञानिकों और 4 इंटर्न छात्रों ने योगदान दिया। कार्यक्रम की सफलता पर डीन डॉ. चंद्रहास ने प्रसन्नता व्यक्त की और सभी शिक्षकों व कर्मियों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
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