सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 10 दिसंबर का दिन उल्लेखनीय रहा। ग्रामीण क्षेत्र में स्थित गाछपारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर ने राष्ट्रीय गुणवत्ता मूल्यांकन में 90.16 अंकों के साथ बेहतरीन उपलब्धि हासिल करते हुए जिले का मान बढ़ाया है। यह प्रमाणन इस बात का संकेत है कि गाछपारा जैसा ग्रामीण केंद्र भी सेवा, प्रबंधन और स्वच्छता के राष्ट्रीय मानकों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है।
राष्ट्रीय मूल्यांकन टीम द्वारा किए गए विस्तृत निरीक्षण में स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण, मरीज सुविधा, औषधि उपलब्धता, लैब सेवाएँ, दस्तावेज़ प्रबंधन, मानव संसाधन और केंद्र संचालन जैसे सभी मानकों पर उल्लेखनीय प्रदर्शन दर्ज किया गया।
डीक्यूएसी की सुमन सिन्हा ने बताया कि केंद्र की टीम ने अनुशासन, साफ-सुथरे संचालन और मजबूत टीम भावना का परिचय दिया, जिसने निरीक्षण दल को प्रभावित किया।
जिलाधिकारी: टीम किशनगंज के प्रयासों की बड़ी जीत
जिलाधिकारी श्री विशाल राज ने कहा कि यह उपलब्धि जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था में तेजी से हो रहे सुधारों का प्रमाण है। उन्होंने कहा—
“गाछपारा केंद्र की यह सफलता टीमवर्क, निगरानी और अनुशासित कार्यशैली का परिणाम है। हमारा लक्ष्य है कि जिले के हर प्राथमिक केंद्र को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाया जाए। प्रशासन पूरी मदद जारी रखेगा।”
सिविल सर्जन: यह उपलब्धि जिले की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मील का पत्थर
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि यह प्रमाणन केवल एक उपलब्धि नहीं, बल्कि ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में की गई मेहनत, सुधार और व्यवस्थित कार्यप्रणाली का परिणाम है। उन्होंने कहा कि यह सफलता अन्य केंद्रों को भी उत्कृष्टता की दिशा में प्रयास करने के लिए प्रेरित करेगी।
निगरानी और प्रशिक्षण ने बदली तस्वीर
डीक्यूएसी प्रतिनिधि सुमन सिन्हा ने बताया कि दस्तावेज़ीकरण, मरीज-संतुष्टि, संक्रमण नियंत्रण और सेवाओं के मानकीकरण पर विशेष ध्यान देने से केंद्र को राष्ट्रीय स्तर पर यह उपलब्धि मिली है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट करता है कि यदि टीम समर्पित हो तो कोई भी स्वास्थ्य केंद्र राष्ट्रीय उत्कृष्टता स्तर प्राप्त कर सकता है।
ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को नई दिशा
जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. मुनजिम ने कहा कि यह उपलब्धि ग्रामीण स्वास्थ्य तंत्र में कार्यरत टीमों के लिए प्रेरणादायक उदाहरण है। गाछपारा केंद्र की टीम—एएनएम, आशा, लैब कर्मी, फार्मासिस्ट, सफाईकर्मी और अन्य कर्मचारी—ने सेवा और गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता बनाकर कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि किशनगंज जिले की प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की विश्वसनीयता और मजबूती का प्रमाण है।
