विजय गुप्ता, सारस न्यूज, गलगलिया।
सीमावर्ती क्षेत्र गलगलिया में विजयादशमी के मौके पर मंगलवार को मां के दर्शन के लिए भक्त भारी संख्या में सड़को पर उतरे। वहीं गलगलिया रेलवे पूजा पंडाल पर दर्शन करने वालों का तांता लगा रहा। मां दुर्गा के भजनों से पूरा इलाका भक्तिमय हो उठा। शाम को विसर्जन में लोगों ने झूमते नाचते हुए शोभा यात्राएं निकाली एवं नवरात्रि में मां दुर्गा की आराधना के लिए स्थापित की गई मूर्ति का विधिवत रूप से रेलवे पूजा कमिटी द्वारा विसर्जन किया गया। विसर्जन के दौरान काफी संख्या में लोग जुटे रहे। माता की प्रतिमा पूजा स्थल से गलगलिया बाजार होता हुआ पुराना बसस्टैंड साहनी टोला होता हुआ घोषपाड़ा के नदी में विसर्जित की गई। विसर्जन के दौरान भक्ति गीत व फ़िल्मी गीतों पर युवा एवं महिलाएं थिरकते नजर आये। इसके पूर्व महिलाएं सामूहिक रूप से सिंदूर खेला खेलतीं देखी गई। मां को सिन्दूर लगाने के बाद महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगाई। बताया गया कि मां का प्रिय रंग लाल होना इसकी मुख्य वजह है। बंगाली परंपरा के मुताबिक विवाहित महिलाओं ने मां को सिंदूर लगाने के साथ-साथ एक दूसरे के भी गालों पर सिंदूर लगाया।
पूजा संपन्न में पुलिस प्रसाशन की रही भूमिका:
वहीं प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। शांतिपूर्ण पूजा संपन्न व विसर्जन कराने में गलगलिया पुलिस प्रसाशन की अहम् भूमिका रही। गलगलिया थानाध्यक्ष राहुल कुमार खुद सुरक्षा की कमान संभाले हुए थे। सभी जगह ससमय विसर्जन कार्यक्रम को संपन्न कराया गया।
कमिटी के लोगों की अहम भूमिका:
पूजा को सफल बनाने में गलगलिया रेलवे पूजा कमिटी के अध्यक्ष मनोज गिरी, सचिव विजय गुप्ता, कोषाध्यक्ष मुखिया प्रतिनिधि मुन्ना सिंह, उपकोषाध्यक्ष मुरारी सहनी, कमिटी के संयोजक मो० आरिफ, गणेश प्रसाद राय तथा पूर्व मुखिया बुधन पासवान, राम निवास राय, व्यवस्थापक दीना शर्मा, फिरोज खान, जय झा व लालू राम सहित सदस्य के रूप में मो० जलील, सुभम गिरी, बदरे आलम कुरैशी, बेदु गोस्वामी, मन्नू सहनी एवं अन्य लोग शामिल रहे।
