सीमावर्ती क्षेत्र गलगलिया में लोक आस्था का महा पर्व छठ महोत्सव आज शुक्रवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गई। इसके बाद शनिवार को व्रती महिलाएं खरना व्रत के साथ 36 घंटे का निर्जला व्रत रखेंगी। रविवार को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा और सोमवार को उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण होगा।गलगलिया सीमा वासियों ने छठबेदी की साफ सफाई मेची नदी में करने के साथ ही घरों पर भी तैयारी करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा घरों पर महिलाओं ने भी पूजा को लेकर अपनी तैयारी तेज कर दी है।
वहीं गलगलिया थानाध्यक्ष राहुल कुमार ने अधीनस्थ पुलिस कार्मियों के साथ विभिन्न स्थानीय छठ घाटों का निरीक्षण करने के बाद मेची नदी घाट और बक्सभीट्ठा घाट का भी जायजा लिया एवं मेची नदी घाट में आने वाली श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए घाट पर साफ-सफाई एवं स्वच्छता का विशेष तौर पर ध्यान देने को कहा। घाटों में जहाँ भी कमियां दिखी वहां मौके पर ही कमिटी के सदस्यों को आवश्यक निर्देश दी गई।
भारत के अलावा नेपाल में भी रहती है छठ पर्व की धूम:
बताते चलें कि यह पर्व नेपाल के लोगों को भी काफी पंसद आता है और काफी संख्या में लोग नेपाल के भद्रपुर, चंद्रगढ़ी, बनियानी, घोड़ामारा से इसे देखने गलगलिया मेची घाट पर आते हैं। भारत के अलावा नेपाल में भी इसकी धूम रहती है। छठ पूजा में फल और सब्जियों का विशेष महत्व होता है। बाजारों में दुकानदार अलग से छठ पूजा की सभी सामग्री के साथ फल और सब्जियां बेच रहे हैं। कच्ची हल्दी, कच्चा अदरक, कच्चा नारियल, केला, आंवला, सीताफल, मूली हर चीज से बाजार गुलजार है। खरीददार फलों और सब्जियों की खरीददारी करने पहुंच रहे हैं। छठ के लिए जरूरी फल और सब्जी महंगी भी बिक रही हैं। छठ में इस्तेमाल होने वाली सब्जियों एवं फलों के दाम बढ़ गए हैं, पर यह महंगाई लोगों की आस्था को डिगाने में सफल नहीं दिख रही।पूजा सामग्रियों व फलों की ऊंची कीमतों की परवाह किए बगैर लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। आर्थिक रूप से कमजोर लोग भी दूसरों से सहयोग लेकर इस व्रत की तैयारी में लगे हुए हैं।
विजय गुप्ता, सारस न्यूज, गलगलिया।
सीमावर्ती क्षेत्र गलगलिया में लोक आस्था का महा पर्व छठ महोत्सव आज शुक्रवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गई। इसके बाद शनिवार को व्रती महिलाएं खरना व्रत के साथ 36 घंटे का निर्जला व्रत रखेंगी। रविवार को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा और सोमवार को उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण होगा।गलगलिया सीमा वासियों ने छठबेदी की साफ सफाई मेची नदी में करने के साथ ही घरों पर भी तैयारी करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा घरों पर महिलाओं ने भी पूजा को लेकर अपनी तैयारी तेज कर दी है।
वहीं गलगलिया थानाध्यक्ष राहुल कुमार ने अधीनस्थ पुलिस कार्मियों के साथ विभिन्न स्थानीय छठ घाटों का निरीक्षण करने के बाद मेची नदी घाट और बक्सभीट्ठा घाट का भी जायजा लिया एवं मेची नदी घाट में आने वाली श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए घाट पर साफ-सफाई एवं स्वच्छता का विशेष तौर पर ध्यान देने को कहा। घाटों में जहाँ भी कमियां दिखी वहां मौके पर ही कमिटी के सदस्यों को आवश्यक निर्देश दी गई।
भारत के अलावा नेपाल में भी रहती है छठ पर्व की धूम:
बताते चलें कि यह पर्व नेपाल के लोगों को भी काफी पंसद आता है और काफी संख्या में लोग नेपाल के भद्रपुर, चंद्रगढ़ी, बनियानी, घोड़ामारा से इसे देखने गलगलिया मेची घाट पर आते हैं। भारत के अलावा नेपाल में भी इसकी धूम रहती है। छठ पूजा में फल और सब्जियों का विशेष महत्व होता है। बाजारों में दुकानदार अलग से छठ पूजा की सभी सामग्री के साथ फल और सब्जियां बेच रहे हैं। कच्ची हल्दी, कच्चा अदरक, कच्चा नारियल, केला, आंवला, सीताफल, मूली हर चीज से बाजार गुलजार है। खरीददार फलों और सब्जियों की खरीददारी करने पहुंच रहे हैं। छठ के लिए जरूरी फल और सब्जी महंगी भी बिक रही हैं। छठ में इस्तेमाल होने वाली सब्जियों एवं फलों के दाम बढ़ गए हैं, पर यह महंगाई लोगों की आस्था को डिगाने में सफल नहीं दिख रही।पूजा सामग्रियों व फलों की ऊंची कीमतों की परवाह किए बगैर लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। आर्थिक रूप से कमजोर लोग भी दूसरों से सहयोग लेकर इस व्रत की तैयारी में लगे हुए हैं।
Leave a Reply