• Mon. Sep 15th, 2025

Saaras News - सारस न्यूज़ - चुन - चुन के हर खबर, ताकि आप न रहें बेखबर

बिंदु अग्रवाल की कविता # 58 (शीर्षक:-धन्य है इस धरती की जननी)

सारस न्यूज़, वेब डेस्क।

धन्य है इस धरती की जननी

धन्य है इस धरती की जननी,
जो जनती ऐसे लाल को।
अपने लहू से तिलक लगाते,
भारत माँ के भाल को।

सात रंग से उन्हें क्या मतलब
खाकी उनकी पहचान है।
जीते तिरंगा, मरते तिरंगा,
तिरंगा उनकी शान है।

घर परिवार से दूर रहे वो,
हर त्योहार से दूर रहे हो।
करने अपनी जान न्योछावर,
ऊर्जा से भरपूर रहे हो।

धन्य-धन्य वो मात हमारी,
धन्य है उनके सुत महान।
मातृभूमि की रक्षा हेतु,
करते अपनी जान कुर्बान।

बिंदु अग्रवाल,
किशनगंज,बिहार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *