सारस न्यूज, वेब डेस्क।
हिन्दी हमारी शान है
बिन्दु अग्रवाल (शिक्षिका, मध्य विद्यालय गलगलिया, किशनगंज बिहार)।
हमारे देश का यह मान है,
प्रेम सुधा रस पान कराती
भारत का गौरव गान है।
हिन्दी बोली बड़ी निराली,
कानों में रस घोलती।
मैं हूँ हर भाषा से ऊपर,
बड़े शान से बोलती।
साहित्य जगत में हिन्दी का,
अपना अंदाज निराला है।
इसकी चमक से ही तो फैला,
चारों ओर उजियारा है।
हिन्दी जान हमारी है,
इससे भारत की पहचान है।
हिन्दी से ही विश्व पटल पर,
मेरा भारत हिंदुस्तान है।