हम हमेशा दूसरों की सफाई का ध्यान रखते हैं, लेकिन आज हमारा ध्यान रखा गया- सफाई कर्मी
जिले सहित सूबे के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर 14 सितंबर से 2 अक्टूबर तक “स्वच्छता ही सेवा 2024” का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत सफाई कर्मियों का व्यापक स्वास्थ्य परीक्षण आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत सफाई कर्मियों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसका उद्देश्य उन कर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण करना है जो लगातार स्वच्छता बनाए रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया की “स्वच्छता ही सेवा अभियान न केवल समाज को स्वच्छ रखने का अभियान है, बल्कि स्वच्छता कर्मियों के स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा का भी ख्याल रखने का अभियान है। यह हमारे समाज के उन नायकों की देखभाल के प्रति एक प्रतिबद्धता है जो दिन-रात स्वच्छता बनाए रखने में लगे रहते हैं।
सफाई कर्मी को उचित परामर्श और आवश्यक दवाएं प्रदान की गईं। सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया की स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का उद्देश्य सफाई कर्मियों के स्वास्थ्य की नियमित जांच और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना था। परीक्षण में सफाई कर्मियों का रक्तचाप, शुगर, नेत्र जांच, हृदय स्वास्थ्य, और अन्य शारीरिक परीक्षण शामिल थे। विशेष रूप से, सफाई कर्मियों की थकान और कार्य से उत्पन्न तनाव का आकलन कर, उन्हें उचित परामर्श और आवश्यक दवाएं प्रदान की गईं। जिले के डॉक्टरों की टीम ने कर्मियों को उनके स्वास्थ्य को लेकर आवश्यक सलाह दी, जिसमें खानपान, व्यायाम और नियमित स्वास्थ्य जांच का महत्व बताया गया। कार्यक्रम के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि सभी कर्मी स्वस्थ रहें और किसी भी बीमारी के शुरुआती संकेतों का समय पर पता लगाया जा सके।
सफाई कर्मियों के स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देने का भी प्रयास है
सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने कहा, “स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम न केवल समाज को स्वच्छ रखने का मिशन है, बल्कि उन सफाई कर्मियों के स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देने का भी प्रयास है जो इस कार्य को अंजाम देते हैं। उनके स्वास्थ्य की देखभाल करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले सफाई कर्मियों ने इस पहल की सराहना की और कहा कि इस तरह के स्वास्थ्य परीक्षण उनके लिए एक महत्वपूर्ण अवसर हैं, जहां वे अपनी स्वास्थ्य समस्याओं पर ध्यान दे सकते हैं। इस कार्यक्रम को व्यापक स्तर पर लागू किया जा रहा है, और आने वाले हफ्तों में अन्य जिलों में भी स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे। यह सुनिश्चित करने के प्रयास हैं कि हर सफाई कर्मी को समय-समय पर स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हों, ताकि वे शारीरिक रूप से सक्षम और स्वस्थ रहकर अपने कर्तव्यों का निर्वाह कर सकें। स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम ने यह साबित किया है कि समाज को स्वच्छ रखने वाले कर्मियों की स्वास्थ्य सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी स्वच्छता। इस पहल ने सफाई कर्मियों के प्रति समाज की जिम्मेदारी को और अधिक सुदृढ़ किया है। जिन कर्मियों में किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं पाई गईं, उन्हें आगे की चिकित्सा सहायता के लिए तुरंत उचित मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
हम हमेशा दूसरों की सफाई का ध्यान रखते हैं, लेकिन आज हमारा ध्यान रखा गया- सफाई कर्मी
सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया की स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत यह स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आने वाले हफ्तों में जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे सभी सफाई कर्मियों को लाभान्वित किया जा सके। इस कार्यक्रम ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि स्वच्छता और स्वास्थ्य एक-दूसरे के पूरक हैं, और इन दोनों का संरक्षण समाज के हित में है। वही दिघलबैंक के धनतोला हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के स्वास्थ्य शिविर में आई सफाई कर्मी सीता मुर्मू ने कहा, “हम हमेशा दूसरों की सफाई का ध्यान रखते हैं, लेकिन आज हमारा ध्यान रखा गया, इसके लिए हम आभारी हैं। सीएचओ राजू लाल प्रजापति ने बाते की स्वास्थ्य परीक्षण के बाद, सफाई कर्मियों ने इस कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि इस पहल से उन्हें न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा मिली है, बल्कि उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने का भी अवसर मिला।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
हम हमेशा दूसरों की सफाई का ध्यान रखते हैं, लेकिन आज हमारा ध्यान रखा गया- सफाई कर्मी
जिले सहित सूबे के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर 14 सितंबर से 2 अक्टूबर तक “स्वच्छता ही सेवा 2024” का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत सफाई कर्मियों का व्यापक स्वास्थ्य परीक्षण आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत सफाई कर्मियों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसका उद्देश्य उन कर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण करना है जो लगातार स्वच्छता बनाए रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया की “स्वच्छता ही सेवा अभियान न केवल समाज को स्वच्छ रखने का अभियान है, बल्कि स्वच्छता कर्मियों के स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा का भी ख्याल रखने का अभियान है। यह हमारे समाज के उन नायकों की देखभाल के प्रति एक प्रतिबद्धता है जो दिन-रात स्वच्छता बनाए रखने में लगे रहते हैं।
सफाई कर्मी को उचित परामर्श और आवश्यक दवाएं प्रदान की गईं। सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया की स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का उद्देश्य सफाई कर्मियों के स्वास्थ्य की नियमित जांच और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना था। परीक्षण में सफाई कर्मियों का रक्तचाप, शुगर, नेत्र जांच, हृदय स्वास्थ्य, और अन्य शारीरिक परीक्षण शामिल थे। विशेष रूप से, सफाई कर्मियों की थकान और कार्य से उत्पन्न तनाव का आकलन कर, उन्हें उचित परामर्श और आवश्यक दवाएं प्रदान की गईं। जिले के डॉक्टरों की टीम ने कर्मियों को उनके स्वास्थ्य को लेकर आवश्यक सलाह दी, जिसमें खानपान, व्यायाम और नियमित स्वास्थ्य जांच का महत्व बताया गया। कार्यक्रम के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि सभी कर्मी स्वस्थ रहें और किसी भी बीमारी के शुरुआती संकेतों का समय पर पता लगाया जा सके।
सफाई कर्मियों के स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देने का भी प्रयास है
सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने कहा, “स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम न केवल समाज को स्वच्छ रखने का मिशन है, बल्कि उन सफाई कर्मियों के स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देने का भी प्रयास है जो इस कार्य को अंजाम देते हैं। उनके स्वास्थ्य की देखभाल करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले सफाई कर्मियों ने इस पहल की सराहना की और कहा कि इस तरह के स्वास्थ्य परीक्षण उनके लिए एक महत्वपूर्ण अवसर हैं, जहां वे अपनी स्वास्थ्य समस्याओं पर ध्यान दे सकते हैं। इस कार्यक्रम को व्यापक स्तर पर लागू किया जा रहा है, और आने वाले हफ्तों में अन्य जिलों में भी स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे। यह सुनिश्चित करने के प्रयास हैं कि हर सफाई कर्मी को समय-समय पर स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हों, ताकि वे शारीरिक रूप से सक्षम और स्वस्थ रहकर अपने कर्तव्यों का निर्वाह कर सकें। स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम ने यह साबित किया है कि समाज को स्वच्छ रखने वाले कर्मियों की स्वास्थ्य सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी स्वच्छता। इस पहल ने सफाई कर्मियों के प्रति समाज की जिम्मेदारी को और अधिक सुदृढ़ किया है। जिन कर्मियों में किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं पाई गईं, उन्हें आगे की चिकित्सा सहायता के लिए तुरंत उचित मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
हम हमेशा दूसरों की सफाई का ध्यान रखते हैं, लेकिन आज हमारा ध्यान रखा गया- सफाई कर्मी
सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया की स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत यह स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आने वाले हफ्तों में जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे सभी सफाई कर्मियों को लाभान्वित किया जा सके। इस कार्यक्रम ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि स्वच्छता और स्वास्थ्य एक-दूसरे के पूरक हैं, और इन दोनों का संरक्षण समाज के हित में है। वही दिघलबैंक के धनतोला हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के स्वास्थ्य शिविर में आई सफाई कर्मी सीता मुर्मू ने कहा, “हम हमेशा दूसरों की सफाई का ध्यान रखते हैं, लेकिन आज हमारा ध्यान रखा गया, इसके लिए हम आभारी हैं। सीएचओ राजू लाल प्रजापति ने बाते की स्वास्थ्य परीक्षण के बाद, सफाई कर्मियों ने इस कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि इस पहल से उन्हें न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा मिली है, बल्कि उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने का भी अवसर मिला।
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