राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
सोमवार को प्रखंड पोठिया पंचायत- बुधरा के अंतर्गत गांव आमबाड़ी के बीच आदिवासी अधिकार संघर्ष मोर्चा सामाजिक संगठन के जिला महासचिव सोम किस्कू के अध्यक्षता में वीर शहीद सिदो मुर्मू कान्हू मुर्मू की फोटो पर माल्यार्पण कर 30 जून हूल क्रांति दिवस मानाया गया। इस बैठक में उपस्थित आदिवासी अधिकार संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्वनाथ टुडू ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि संथाल आदिवासियों की उत्थान और विकास के लिए क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर 30 जून के बाद जिले के सभी प्रखंडों में आदिवासी गांव में जागरूकता जन जागरण चलाया जाएगा। आदिवासियों की सबसे बड़ी समस्या भूमिहीन परिवारों को अब तक वास भूमि के लिए वासगीत पर्चा अब तक नहीं मिल पाया है। वैसे परिवारों को आदिवासी सामाजिक संगठन आदिवासी समाज को न्याय दिलाने के लिए सभी प्रखंडों में धरना प्रदर्शन के माध्यम से
- संथाल आदिवासी अनुसूचित जनजातियों को भूमिहीनों को वास भूमि के लिए वासगीत पर्चा/ बोन्दोवस्ती परवाना पर्चा अंचल अधिकारी जिला पदाधिकारी के माध्यम से पर्चा बना देने की ज्ञापन पत्र देखकर अपील करेंगे।
- संथाल आदिवासी अनुसूचित जनजातियों की धार्मिक आस्था जाहेर गाढ़ मंझही थान जाहेर गाढ़ चार दिवारी घेराबंदी, और बिहार सरकार की ओर से पर्व त्यौहार को मान्यता के साथ छुट्टी में शामिल करने को लेकर सरकार से अपील करने।
- नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत प्राथमिक विद्यालय में संथाली मातृभाषा ओल चिकी लिपि से पठन-पाठन के लिए संथाली भाषा ओल चिकी को सरकारी शिक्षा स्कूलों में शामिल करने तथा संथाली भाषा से शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बिहार सरकार अभिलंब उचित कार्रवाई करते हुए प्रक्रिया शुरू करने।
- संथाल आदिवासी अनुसूचित जनजातियों की महिला जिनके पति मृत्यु हो चुकी है उनको भरण पोषण रोजगार के लिए बिहार सरकार की तरफ से 2 लाख रुपए अनुदान राशि देने की मांग सरकार से करेंगे। यह सभी हमारे मांगे पूरे नहीं होने तक धरना प्रदर्शन आंदोलन जारी रहेगी।
इस मौके पर राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य तल्लु बासकी को पोठिया प्रखंड में हुल दिवस प्रोग्राम में शामिल होना था। इसी रास्ते से होकर गुजर रहे थे तो उन्होंने अपनी गाड़ी रोक कर हमारे हूल दिवस सभा में उपस्थित होकर वीर शहीद सिदो मुर्मू हूल दिवस सिदो मुर्मू की फोटो में फूल अर्पित किए और उन्होंने अपने बातों को हमारे बीच रखा कि जिन भूमिहीन परिवार आदिवासियों को भूमि की समस्या है वह आयोग के सदस्य को लिखकर दे उसपर तुरंत उचित कार्रवाई करते हुए उनको न्याय दिया जाएगा और सरकारी जितनी भी योजना है उनका भी लाभ देने की बात कही साथ में पटना हाई कोर्ट के अधिवक्ता नंदलाल मरांडी ने आदिवासियों के उत्थान और विकास शिक्षा को लेकर अपनी बात रखी। मौके पर बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजा मरांडी दिशोम परगाना जवाहर हेम्ब्रम, प्रदेश कोषाध्यक्ष लखीराम मराड़ी, सरना धर्म धोरोम विनती गुरु ठाकुर सोरेन, सरकार मुर्मू ताला टुडू, भोगेन सोरेन, खारा सोरेन होपना सोरेन आदि मौजूद थे।