सारस न्यूज, किशनगंज।
शनिवार को बहादुरगंज के नटुआपाड़ा स्थित एक स्टील भट्टा परिसर में जिले के भट्टा मालिकों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सरवर आलम की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में ईंट भट्टा संचालन से जुड़ी विभिन्न चुनौतियों और वर्तमान परिस्थितियों पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में बहादुरगंज, कोचाधामन, किशनगंज, टेढ़ागाछ और दिघलबैंक समेत जिले भर के दर्जनों भट्टा मालिकों ने हिस्सा लिया। सभी ने एकजुट होकर व्यवसाय को आगे बढ़ाने और ईंट उद्योग की छवि को सकारात्मक बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई।
बैठक के दौरान पूर्व विधायक तौसीफ आलम द्वारा सोशल मीडिया पर ईंट की कीमतों को लेकर की गई टिप्पणी पर भट्टा मालिकों ने नाराजगी जताई। पूर्व विधायक ने सरकारी दर (₹5500 प्रति हजार ईंट) की तुलना में ₹11000 प्रति हजार ईंट की बिक्री को जनविरोधी करार देते हुए आंदोलन की चेतावनी दी थी।
भट्टा मालिकों ने इस टिप्पणी को अनुचित बताते हुए कहा कि यह वही भट्टा उद्योग है जो पूर्व विधायक के कार्यकाल में भी संचालित हो रहा था, लेकिन तब इस पर कोई सवाल नहीं उठाया गया। उन्होंने यह भी कहा कि ईंट भट्टा इस इलाके में रोजगार का एक बड़ा जरिया है, जिससे हजारों स्थानीय लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
मालिकों का कहना है कि ईंट निर्माण एक निजी क्षेत्र का व्यवसाय है, जिसमें प्रतिस्पर्धा बेहद अधिक है। वर्तमान में किसी प्रकार की सरकारी सहायता नहीं मिल रही है, वहीं उत्पादन लागत लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे कीमतें प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकारी दरों पर काम करना वर्तमान परिस्थितियों में व्यावहारिक नहीं है।
बैठक में सरवर आलम के अलावा अंकुर अग्रवाल, शाहिद आलम, जाकिर हुसैन, साकिर आलम, अख्तर नामी, अमित अग्रवाल, संजय पासवान, उबेद इकबाल, अबरार नईमी, इमामुद्दीन, साकेब आलम, अब्दुल हकीम, जियाउल हक, हारून इकबाल सहित दर्जनों भट्टा मालिक उपस्थित थे।