महिला संवाद कार्यक्रम में दिघलबैंक प्रखंड के धनतोला पंचायत की महिलाओं ने सिलाई प्रशिक्षण एवं कपड़ा उत्पादन केंद्र बनाने की आकांक्षा व्यक्त की। संवाद में अपनी बात रखते हुए महिलाओं ने कहा कि इससे स्थानीय स्तर पर कपड़ा सिलाई का हुनर सीखने और इस क्षेत्र में स्वरोजगार शुरू करने का अवसर मिलेगा। वहीं, दिघलबैंक प्रखंड में अनुसूचित जाति – जनजाति आवासीय विद्यालय और आईटीआई प्रशिक्षण केंद्र खोलने की मांग भी महिलाओं ने संवाद कार्यक्रम में की। महिला संवाद कार्यक्रम, महिलाओं की आकांक्षा व्यक्त करने का सशक्त माध्यम बन रहा है। ग्राम संगठन की सभी महिलाएं पूर्व से चयनित स्थान और निर्धारित समय पर इकट्ठा होकर अपने परिवार, गांव – टोला, पंचायत – प्रखंड, राज्य – देश की प्रगति पर बेझिझक अपनी राय रख रही हैं। मुखर – मुक्त स्वर से संवाद में वे हिस्सा ले रही हैं। कार्यक्रम में उनके आत्मविश्वास को देखा – सुना जा सकता है। वे प्रगति के लिए संकल्पित नजर आती हैं।
महिला संवाद कार्यक्रम उनकी आकांक्षाओं को उर्वर जमीन दे रहा है, जहां वे नई नीतियों के बीज बो रही हैं। किशनगंज सदर प्रखंड के चांद ग्राम संगठन की बेगम परवीन ने सदर प्रखंड में महिलाओं के लिए डिग्री कॉलेज खोलने की मांग की। उन्होंने कहा कि इससे लड़कियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी। कोचाधामन प्रखंड के बिशनपुर पंचायत के बेली ग्राम संगठन की अजमेरी खातून ने बच्चों को स्कूल में मिल रहे पोशाक, छात्रवृत्ति, साइकिल, मध्यान्ह भोजन की सुविधा की चर्चा करते हुए कहा कि इससे छात्र – छात्राओं को पढ़ने में सुविधा हो रही है। शिक्षा से ही हमारा जीवन बेहतर होगा। ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों को पढ़ने – लिखने की सुविधा मिलने से उन्हें शिक्षा आगे जारी रखने में सहूलियत हो रही है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना से बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में आर्थिक मदद मिल रही है। महिला संवाद आयोजन स्थल पर सरकार की योजनाओं की जानकारी हेतु प्रस्तावित जागरूकता रथ, प्रसार सामग्री, एवं महिला संवाद में उपस्थिति हेतु महिलाओं की भागीदारी को लेकर सभी तरह की तैयारी की गई है। महिला संवाद कार्यक्रम में जागरूकता रथ के माध्यम से ऑडियो – वीडियो प्रचार सामग्री इत्यादि के जरिए सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी जा रही है। संवाद स्थल पर महिलाओं की भागीदारी, उनसे संवाद को लेकर पूर्व से तैयारी की जा रही है। उनकी आकांक्षाओं – समस्याओं को लिखित रूप में दर्ज किया जा रहा है।
राहुल कुमार, सारस न्यूज, किशनगंज।
महिला संवाद कार्यक्रम में दिघलबैंक प्रखंड के धनतोला पंचायत की महिलाओं ने सिलाई प्रशिक्षण एवं कपड़ा उत्पादन केंद्र बनाने की आकांक्षा व्यक्त की। संवाद में अपनी बात रखते हुए महिलाओं ने कहा कि इससे स्थानीय स्तर पर कपड़ा सिलाई का हुनर सीखने और इस क्षेत्र में स्वरोजगार शुरू करने का अवसर मिलेगा। वहीं, दिघलबैंक प्रखंड में अनुसूचित जाति – जनजाति आवासीय विद्यालय और आईटीआई प्रशिक्षण केंद्र खोलने की मांग भी महिलाओं ने संवाद कार्यक्रम में की। महिला संवाद कार्यक्रम, महिलाओं की आकांक्षा व्यक्त करने का सशक्त माध्यम बन रहा है। ग्राम संगठन की सभी महिलाएं पूर्व से चयनित स्थान और निर्धारित समय पर इकट्ठा होकर अपने परिवार, गांव – टोला, पंचायत – प्रखंड, राज्य – देश की प्रगति पर बेझिझक अपनी राय रख रही हैं। मुखर – मुक्त स्वर से संवाद में वे हिस्सा ले रही हैं। कार्यक्रम में उनके आत्मविश्वास को देखा – सुना जा सकता है। वे प्रगति के लिए संकल्पित नजर आती हैं।
महिला संवाद कार्यक्रम उनकी आकांक्षाओं को उर्वर जमीन दे रहा है, जहां वे नई नीतियों के बीज बो रही हैं। किशनगंज सदर प्रखंड के चांद ग्राम संगठन की बेगम परवीन ने सदर प्रखंड में महिलाओं के लिए डिग्री कॉलेज खोलने की मांग की। उन्होंने कहा कि इससे लड़कियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी। कोचाधामन प्रखंड के बिशनपुर पंचायत के बेली ग्राम संगठन की अजमेरी खातून ने बच्चों को स्कूल में मिल रहे पोशाक, छात्रवृत्ति, साइकिल, मध्यान्ह भोजन की सुविधा की चर्चा करते हुए कहा कि इससे छात्र – छात्राओं को पढ़ने में सुविधा हो रही है। शिक्षा से ही हमारा जीवन बेहतर होगा। ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों को पढ़ने – लिखने की सुविधा मिलने से उन्हें शिक्षा आगे जारी रखने में सहूलियत हो रही है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना से बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में आर्थिक मदद मिल रही है। महिला संवाद आयोजन स्थल पर सरकार की योजनाओं की जानकारी हेतु प्रस्तावित जागरूकता रथ, प्रसार सामग्री, एवं महिला संवाद में उपस्थिति हेतु महिलाओं की भागीदारी को लेकर सभी तरह की तैयारी की गई है। महिला संवाद कार्यक्रम में जागरूकता रथ के माध्यम से ऑडियो – वीडियो प्रचार सामग्री इत्यादि के जरिए सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी जा रही है। संवाद स्थल पर महिलाओं की भागीदारी, उनसे संवाद को लेकर पूर्व से तैयारी की जा रही है। उनकी आकांक्षाओं – समस्याओं को लिखित रूप में दर्ज किया जा रहा है।
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