सारस न्यूज़, टेढ़ागाछ, किशनगंज।
टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र में रेतुवा, कनकई और कोल नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण कई घाटों पर नाव का परिचालन बाधित हो गया है, जिससे स्थानीय निवासियों को आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। रेतुवा नदी के किनारे बसे गांव और उपजाऊ खेत कटाव की चपेट में हैं, जिससे लोग दहशत में हैं। पिछले वर्ष, रेतुवा नदी के कटाव के कारण चिल्हनिया पंचायत के सुहिया, हाटगांव, और कोठी टोला में करीब 30 परिवार बेघर हो गए थे। इस वर्ष हवाकोल पंचायत के खुरखुडिया घाट स्थित हवाकोल में भी तेजी से कटाव जारी है।
स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के कारण स्थिति और गंभीर हो गई है। पंचायत समिति सदस्य इस्माइल आलम के अनुसार, प्रशासन ने बाढ़ से पूर्व कोई तैयारी नहीं की, जिसके कारण बारिश और बाढ़ का पानी बाजार और ग्रामीण इलाकों में घुस रहा है। फुलबड़िया बाजार में जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से बाजार कीचड़मय हो गया है, और वार्ड नंबर 05 में कलवर्ट जाम होने के कारण दर्जनों परिवारों के घरों में पानी घुस गया है।
बाढ़ प्रभावित गाँवों के लोग प्रशासन से नाव मुहैया कराने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन अब तक प्रखंड में नाव की व्यवस्था नहीं की गई है। प्रशासन पिछले बाढ़ का आकलन कर रहा है, लेकिन लोगों को तत्काल राहत नहीं मिल रही है।