सारस न्यूज, किशनगंज।
मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के तहत शनिवार को प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न सरकारी विद्यालयों में सुरक्षित शनिवार मनाते हुए बच्चों को पेयजल की अशुद्धता से होने वाले खतरे एवं इसके उपाय की जानकारी दी गई। इसी क्रम में नया प्राथमिक विद्यालय भैसलोटी के फोकल शिक्षिका रूमाना प्रवीण एवं प्रधान शिक्षक नीलेश भारती ने शनिवार को विद्यालय लेख चेतना सत्र के दौरान विद्यालय में फोकल शिक्षकों ने बच्चो के बीच पेयजल की अशुद्धता से होने वाले खतरे एवं इसके उपाय पर चर्चा करते हुए अशुद्ध जल को शुद्ध पेयजल के रूप में इस्तेमाल करने के कई तरीकों पर विस्तार से जानकारी दी। द्वय शिक्षकों ने जल को शुद्ध करने का तरीका सरल, सुगम व रोचक ढंग से बच्चों को समझाया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चापाकल, कुआं, टंकी आदि के जल को कैसे स्वच्छ रखा जाय और उसे किस प्रकार से उपयोग में लाया जाय, इसकी भी जानकारी साझा की।
वहीं प्रधान शिक्षक निलेश भारती ने बताया कि अशुद्ध पानी पीने से तरह – तरह की बीमारियों उत्पन्न हो जाती है। दूषित पानी के सेवन से चर्म रोग, पेट रोग, पीलिया, हैजा, दस्त, उल्टीयां, टाइफाईड बुखार आदि रोग हो सकते हैं। गर्मी व बरसात के दिनों में इन रोगों का होने का खतरा ज्यादा होता है। उन्होंने कहा कि पीने के लिए हमेशा स्वच्छ पानी का प्रयोग करें। तालाब के किनारे लगे हैंडपंपों से पानी न पिएं। पीने वाले पानी को हमेशा ढक कर रखें। बरसात के दिनों में पानी को उबाल कर पिएं। समय-समय पर कुओं में दवाई डालते रहें। वहीं कुछ भी खाने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह से धोएं। बाजार से खुले में बिकने वाले चीजों को सेवन न करें।