विधानसभा चुनाव 2025 के अवसर पर जीविका दीदियाँ मतदाता जागरूकता अभियान में सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं। लोकतंत्र के इस महापर्व को उत्सव के रूप में मनाते हुए दीदियाँ गाँव-गाँव, गली-मोहल्लों में लोगों को मतदान के महत्व से अवगत करा रही हैं।
दीदियाँ प्रभातफेरी निकाल रही हैं, जागरूकता रैलियाँ आयोजित कर रही हैं और घर-घर जाकर मतदाताओं को 11 नवंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित कर रही हैं। सामुदायिक संगठनों में आकर्षक रंगोलियाँ बनाकर, मेहँदी से मतदाता संदेश रचकर और प्रेरणादायी नारों से पूरे जिले में जनचेतना फैला रही हैं।
किशनगंज जिले के सभी सात प्रखंडों में जीविका के स्वयं सहायता समूह, ग्राम संगठन एवं संकुल संघ मिलकर मतदाता जागरूकता की अलख जगा रहे हैं। दीदियाँ अपने समूहों में एकजुट होकर मतदान की शपथ ले रही हैं। गाँवों में उनके नारों की गूंज और रंग-बिरंगी सजावट से मतदाता जागरूकता अभियान का वातावरण जीवंत बन गया है।
जीविका की जिला परियोजना प्रबंधक अनुराधा चंद्रा ने बताया कि जिले के लगभग 21,000 स्वयं सहायता समूहों में स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न रचनात्मक गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। विशेष रूप से उन पंचायतों में जहाँ पिछले चुनाव में मतदान प्रतिशत कम रहा था, वहाँ जीविका दीदियाँ घर-घर जाकर मतदाताओं को प्रेरित कर रही हैं।
शाम के समय दीदियाँ अपने सामुदायिक संगठनों के साथ कैंडल मार्च निकालकर लोगों को मतदान की अपील कर रही हैं। उनके इन सामूहिक प्रयासों से ग्रामीणों में चुनाव को लेकर उत्साह और जिम्मेदारी की भावना में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
विधानसभा चुनाव 2025 के अवसर पर जीविका दीदियाँ मतदाता जागरूकता अभियान में सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं। लोकतंत्र के इस महापर्व को उत्सव के रूप में मनाते हुए दीदियाँ गाँव-गाँव, गली-मोहल्लों में लोगों को मतदान के महत्व से अवगत करा रही हैं।
दीदियाँ प्रभातफेरी निकाल रही हैं, जागरूकता रैलियाँ आयोजित कर रही हैं और घर-घर जाकर मतदाताओं को 11 नवंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित कर रही हैं। सामुदायिक संगठनों में आकर्षक रंगोलियाँ बनाकर, मेहँदी से मतदाता संदेश रचकर और प्रेरणादायी नारों से पूरे जिले में जनचेतना फैला रही हैं।
किशनगंज जिले के सभी सात प्रखंडों में जीविका के स्वयं सहायता समूह, ग्राम संगठन एवं संकुल संघ मिलकर मतदाता जागरूकता की अलख जगा रहे हैं। दीदियाँ अपने समूहों में एकजुट होकर मतदान की शपथ ले रही हैं। गाँवों में उनके नारों की गूंज और रंग-बिरंगी सजावट से मतदाता जागरूकता अभियान का वातावरण जीवंत बन गया है।
जीविका की जिला परियोजना प्रबंधक अनुराधा चंद्रा ने बताया कि जिले के लगभग 21,000 स्वयं सहायता समूहों में स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न रचनात्मक गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। विशेष रूप से उन पंचायतों में जहाँ पिछले चुनाव में मतदान प्रतिशत कम रहा था, वहाँ जीविका दीदियाँ घर-घर जाकर मतदाताओं को प्रेरित कर रही हैं।
शाम के समय दीदियाँ अपने सामुदायिक संगठनों के साथ कैंडल मार्च निकालकर लोगों को मतदान की अपील कर रही हैं। उनके इन सामूहिक प्रयासों से ग्रामीणों में चुनाव को लेकर उत्साह और जिम्मेदारी की भावना में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
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