स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता की जांच, सुधार के निर्देश
जिले में कालाजार उन्मूलन अभियान जोरों पर है, और स्वास्थ्य विभाग इसकी प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए नियमित अनुश्रवण एवं निरीक्षण कर रहा है। इसी क्रम में सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने बहादुरगंज प्रखंड के दुर्गापुर गांव में कालाजार छिड़काव कार्य का निरीक्षण किया। साथ ही, APHC रुपनी और HWC रुपनी का औचक निरीक्षण भी किया गया, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुनिश्चित किया जा सके।
कालाजार के उन्मूलन के लिए सघन छिड़काव अभियान जारी
बहादुरगंज प्रखंड के दुर्गापुर गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य बालू मक्खी के प्रकोप को समाप्त कर कालाजार को जड़ से खत्म करना है। सिविल सर्जन ने मौके पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिए कि छिड़काव का कार्य वैज्ञानिक मानकों के अनुसार पूरी सतर्कता से किया जाए। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे छिड़काव के दौरान दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें और स्वास्थ्य टीम को पूरा सहयोग दें।
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता की जांच, सुधार के निर्देश
कालाजार उन्मूलन अभियान के तहत ही APHC रुपनी एवं HWC रुपनी का औचक निरीक्षण किया गया, जहां स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता और सेवाओं की गुणवत्ता की समीक्षा की गई। सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य केंद्रों में दवा भंडारण, टीकाकरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं एवं आपातकालीन सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिया कि रोगियों को समुचित सेवाएं सुनिश्चित की जाएं और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कालाजार से बचाव के लिए सावधानियां और सरकार की पहल
स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर-घर जाकर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है, ताकि लोग इस बीमारी के प्रति सतर्क रहें और समय पर इलाज करवा सकें। ✅ कालाजार के मरीजों का सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज किया जाता है। ✅ सरकार द्वारा मरीजों को 7100 रुपये की श्रम क्षतिपूर्ति सहायता राशि दी जाती है। ✅ स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कालाजार से बचाव के लिए मच्छरदानी का नियमित उपयोग और साफ-सफाई बेहद जरूरी है। ✅ छिड़काव के बाद दो घंटे तक घर के अंदर न जाएं और तीन महीने तक दीवारों की लिपाई-पोताई न करें, ताकि दवा का प्रभाव बना रहे।
सिविल सर्जन की अपील – जिले को कालाजार मुक्त बनाने में दें सहयोग
सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा, “कालाजार जैसी घातक बीमारी को जड़ से समाप्त करने के लिए हर नागरिक का सहयोग जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम आपके गांव और घरों में आकर छिड़काव कर रही है, इसलिए कृपया इस अभियान में पूरा सहयोग करें। अगर किसी को कालाजार के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल में जांच करवाएं। समय पर इलाज से इस बीमारी को पूरी तरह खत्म किया जा सकता है।”
सकारात्मक पहल, जिले को कालाजार मुक्त बनाने का संकल्प
इस निरीक्षण और छिड़काव अभियान के दौरान गांव के लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की इस पहल की सराहना की और पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि जल्द से जल्द किशनगंज को कालाजार मुक्त जिला घोषित किया जाए। इसके लिए जनता और प्रशासन को मिलकर काम करना होगा, ताकि यह अभियान सफल हो और जिले में कोई भी कालाजार का मरीज न बचे।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता की जांच, सुधार के निर्देश
जिले में कालाजार उन्मूलन अभियान जोरों पर है, और स्वास्थ्य विभाग इसकी प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए नियमित अनुश्रवण एवं निरीक्षण कर रहा है। इसी क्रम में सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने बहादुरगंज प्रखंड के दुर्गापुर गांव में कालाजार छिड़काव कार्य का निरीक्षण किया। साथ ही, APHC रुपनी और HWC रुपनी का औचक निरीक्षण भी किया गया, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुनिश्चित किया जा सके।
कालाजार के उन्मूलन के लिए सघन छिड़काव अभियान जारी
बहादुरगंज प्रखंड के दुर्गापुर गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य बालू मक्खी के प्रकोप को समाप्त कर कालाजार को जड़ से खत्म करना है। सिविल सर्जन ने मौके पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिए कि छिड़काव का कार्य वैज्ञानिक मानकों के अनुसार पूरी सतर्कता से किया जाए। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे छिड़काव के दौरान दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें और स्वास्थ्य टीम को पूरा सहयोग दें।
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता की जांच, सुधार के निर्देश
कालाजार उन्मूलन अभियान के तहत ही APHC रुपनी एवं HWC रुपनी का औचक निरीक्षण किया गया, जहां स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता और सेवाओं की गुणवत्ता की समीक्षा की गई। सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य केंद्रों में दवा भंडारण, टीकाकरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं एवं आपातकालीन सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिया कि रोगियों को समुचित सेवाएं सुनिश्चित की जाएं और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कालाजार से बचाव के लिए सावधानियां और सरकार की पहल
स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर-घर जाकर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है, ताकि लोग इस बीमारी के प्रति सतर्क रहें और समय पर इलाज करवा सकें। ✅ कालाजार के मरीजों का सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज किया जाता है। ✅ सरकार द्वारा मरीजों को 7100 रुपये की श्रम क्षतिपूर्ति सहायता राशि दी जाती है। ✅ स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कालाजार से बचाव के लिए मच्छरदानी का नियमित उपयोग और साफ-सफाई बेहद जरूरी है। ✅ छिड़काव के बाद दो घंटे तक घर के अंदर न जाएं और तीन महीने तक दीवारों की लिपाई-पोताई न करें, ताकि दवा का प्रभाव बना रहे।
सिविल सर्जन की अपील – जिले को कालाजार मुक्त बनाने में दें सहयोग
सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा, “कालाजार जैसी घातक बीमारी को जड़ से समाप्त करने के लिए हर नागरिक का सहयोग जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम आपके गांव और घरों में आकर छिड़काव कर रही है, इसलिए कृपया इस अभियान में पूरा सहयोग करें। अगर किसी को कालाजार के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल में जांच करवाएं। समय पर इलाज से इस बीमारी को पूरी तरह खत्म किया जा सकता है।”
सकारात्मक पहल, जिले को कालाजार मुक्त बनाने का संकल्प
इस निरीक्षण और छिड़काव अभियान के दौरान गांव के लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की इस पहल की सराहना की और पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि जल्द से जल्द किशनगंज को कालाजार मुक्त जिला घोषित किया जाए। इसके लिए जनता और प्रशासन को मिलकर काम करना होगा, ताकि यह अभियान सफल हो और जिले में कोई भी कालाजार का मरीज न बचे।