राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
जिले में वर्ष 1996 में स्थापित जिला शतरंज संघ ने बीते तीन दशकों में किशनगंज को बिहार के बौद्धिक खेल मानचित्र पर सशक्त रूप से स्थापित किया है। इस संघ के संस्थापक सदस्य एवं वर्तमान मानद महासचिव श्री शंकर नारायण दत्ता (सेवानिवृत्त, भारतीय स्टेट बैंक) की नेतृत्व भूमिका उल्लेखनीय रही है। संघ के पदेन अध्यक्ष के रूप में जिला पदाधिकारी को मनोनीत किया गया है।
वर्ष 2001 में अंतर्राष्ट्रीय शतरंज प्रशिक्षक कमल कर्मकार के जुड़ने के बाद इस संस्था को नई दिशा मिली। उन्होंने ‘चेस क्रॉप्स’ नामक शतरंज प्रशिक्षण संस्था की स्थापना की, जो संघ का लर्निंग पार्टनर बना। चेस क्रॉप्स के माध्यम से संघ ने अब तक हजारों बच्चों, युवाओं और महिलाओं को शतरंज प्रशिक्षण दिया।
खेल गतिविधियों के संचालन हेतु संघ ने जिले के 100 से अधिक गणमान्य खेलप्रेमियों को अपने साथ जोड़ा। इनके सहयोग से संघ लगातार सक्रिय बना हुआ है। संघ की बदौलत अब तक 250 से अधिक खिलाड़ी राज्य स्तर, 50 से अधिक राष्ट्रीय स्तर, तथा 50 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय फिडे रेटेड खिलाड़ी तैयार हो चुके हैं, जो किसी भी जिले के लिए गर्व की बात है।
संघ का उद्देश्य केवल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि शतरंज के माध्यम से संस्कार, अनुशासन और चिंतनशील समाज का निर्माण भी है।