किशनगंज पुलिस ने आज शराब तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 929 लीटर अवैध शराब जब्त की और दो तस्करों को गिरफ्तार किया। यह छापेमारी जिले के एक ग्रामीण इलाके में की गई, जहाँ पुलिस को गुप्त सूचना के आधार पर तस्करी की गतिविधियों का पता चला था।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस को सूचना मिली थी कि एक गिरोह बड़े पैमाने पर शराब तस्करी में संलिप्त है और एक बड़ी खेप को कहीं पहुंचाने की योजना बना रहा है।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थान की घेराबंदी की और मौके पर मौजूद तस्करों को गिरफ्तार किया।
तलाशी के दौरान 929 लीटर अवैध शराब बरामद की गई, जिसे स्थानीय बाजारों में बेचा जाने वाला था।
अवैध शराब का स्रोत: प्राथमिक जांच में यह पता चला है कि शराब राज्य के बाहर से अवैध रूप से लाई गई थी और इसे जिले में खपाने की तैयारी चल रही थी। पुलिस अब इस तस्करी नेटवर्क के अन्य सदस्यों की भी तलाश कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि इसका मुख्य स्रोत कहाँ है।
गिरफ्तार तस्कर: दोनों गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ की जा रही है ताकि उनके अन्य सहयोगियों और नेटवर्क के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। पुलिस इनसे मिली जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है।
पुलिस की सख्त नीति: बिहार में शराबबंदी लागू है, जिसके चलते अवैध शराब की बिक्री और तस्करी पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि शराब तस्करी के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा, और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।
आगे की जांच: गिरफ्तार तस्करों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश करने की कोशिश कर रही है। इसके साथ ही पुलिस यह भी देख रही है कि इस तस्करी में और कौन-कौन शामिल हो सकता है, और किस तरह से शराब की आपूर्ति हो रही थी। यह कार्रवाई इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि बिहार में शराबबंदी के बाद से अवैध शराब की तस्करी एक गंभीर समस्या बनी हुई है, और पुलिस इस पर नकेल कसने के लिए लगातार प्रयासरत है।
सारस न्यूज़, वेब डेस्क।
किशनगंज पुलिस ने आज शराब तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 929 लीटर अवैध शराब जब्त की और दो तस्करों को गिरफ्तार किया। यह छापेमारी जिले के एक ग्रामीण इलाके में की गई, जहाँ पुलिस को गुप्त सूचना के आधार पर तस्करी की गतिविधियों का पता चला था।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस को सूचना मिली थी कि एक गिरोह बड़े पैमाने पर शराब तस्करी में संलिप्त है और एक बड़ी खेप को कहीं पहुंचाने की योजना बना रहा है।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थान की घेराबंदी की और मौके पर मौजूद तस्करों को गिरफ्तार किया।
तलाशी के दौरान 929 लीटर अवैध शराब बरामद की गई, जिसे स्थानीय बाजारों में बेचा जाने वाला था।
अवैध शराब का स्रोत: प्राथमिक जांच में यह पता चला है कि शराब राज्य के बाहर से अवैध रूप से लाई गई थी और इसे जिले में खपाने की तैयारी चल रही थी। पुलिस अब इस तस्करी नेटवर्क के अन्य सदस्यों की भी तलाश कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि इसका मुख्य स्रोत कहाँ है।
गिरफ्तार तस्कर: दोनों गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ की जा रही है ताकि उनके अन्य सहयोगियों और नेटवर्क के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। पुलिस इनसे मिली जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है।
पुलिस की सख्त नीति: बिहार में शराबबंदी लागू है, जिसके चलते अवैध शराब की बिक्री और तस्करी पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि शराब तस्करी के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा, और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।
आगे की जांच: गिरफ्तार तस्करों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश करने की कोशिश कर रही है। इसके साथ ही पुलिस यह भी देख रही है कि इस तस्करी में और कौन-कौन शामिल हो सकता है, और किस तरह से शराब की आपूर्ति हो रही थी। यह कार्रवाई इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि बिहार में शराबबंदी के बाद से अवैध शराब की तस्करी एक गंभीर समस्या बनी हुई है, और पुलिस इस पर नकेल कसने के लिए लगातार प्रयासरत है।
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