किशनगंज जिला प्रशासन ने आगामी 22 से 27 सितम्बर 2025 तक जिले के सभी प्रखंडों में पशुपालकों के लिए विशेष पशु चिकित्सा शिविरों की घोषणा की है। इन शिविरों का संचालन मोबाइल वेटरनरी यूनिट (M.V.U.) के माध्यम से किया जाएगा। योजना अनुसार प्रत्येक कार्यदिवस को हर प्रखंड के चुनिंदा दो गांवों में चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
सप्ताहभर का यह कार्यक्रम संबंधित क्षेत्र के भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा तैयार की गई ग्राम सूची के आधार पर होगा। शिविर में पशुओं की नियमित चिकित्सा और देखभाल की सुविधा दी जाएगी। साथ ही अगर किसी आपात स्थिति में तुरंत इलाज की आवश्यकता हो तो पशुपालक टोल-फ्री नंबर 1962 पर कॉल कर सकते हैं।
शिविर आयोजन की मुख्य तिथियां
22 सितम्बर को पोठिया, दिघलबैंक, ठाकुरगंज, कोचाधामन, बहादुरगंज, टेढ़ागाछ और किशनगंज प्रखंड के चयनित गांवों में कार्यक्रम होगा।
23 सितम्बर को कोल्था, धनतोला, बंदरझूला, मचकुड़ी, गोवाबड़ी, हाटगांव और दौला पंचायत क्षेत्रों में पशु चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी।
24 सितम्बर को दामलबाड़ी, करुआमनी, भोलमारा, तेघारिया, झींगाकाटा, झुनकी मुसहरा और किशनगंज पंचायत में शिविर लगाया जाएगा।
25 सितम्बर को रायपुर, लोहागाड़ा, भोगडाबर, पुरन्दहा, पलासमनी, मटियारी और टेउसा पंचायतों के गांवों में लाभ पहुंचाया जाएगा।
26 सितम्बर को कुसियारी, पदमपुर, चुरली, बलीया, गांगी, डाकपोखर और सिंधिया कुलामनी पंचायत में सेवाएं मिलेंगी।
27 सितम्बर को कस्बा कलियागंज, इकरा, बेसरबाटी, सौन्था, नगर पंचायत बहादुरगंज, खनियाबाद और गाछपाड़ा पंचायत के गांवों तक यह सुविधा पहुंचेगी।
उद्देश्य
प्रशासन का कहना है कि इस पहल से जिले के ग्रामीण पशुपालकों तक समय पर और आसानी से इलाज की सुविधा पहुंचेगी। इसके साथ ही पशु स्वास्थ्य में सुधार और रोग नियंत्रण के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी।
जिला प्रशासन ने सभी पशुपालकों से अपील की है कि वे निर्धारित शिविरों में पहुंचकर इस निःशुल्क सुविधा का लाभ उठाएं और अपने पशुओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिला प्रशासन ने आगामी 22 से 27 सितम्बर 2025 तक जिले के सभी प्रखंडों में पशुपालकों के लिए विशेष पशु चिकित्सा शिविरों की घोषणा की है। इन शिविरों का संचालन मोबाइल वेटरनरी यूनिट (M.V.U.) के माध्यम से किया जाएगा। योजना अनुसार प्रत्येक कार्यदिवस को हर प्रखंड के चुनिंदा दो गांवों में चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
सप्ताहभर का यह कार्यक्रम संबंधित क्षेत्र के भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा तैयार की गई ग्राम सूची के आधार पर होगा। शिविर में पशुओं की नियमित चिकित्सा और देखभाल की सुविधा दी जाएगी। साथ ही अगर किसी आपात स्थिति में तुरंत इलाज की आवश्यकता हो तो पशुपालक टोल-फ्री नंबर 1962 पर कॉल कर सकते हैं।
शिविर आयोजन की मुख्य तिथियां
22 सितम्बर को पोठिया, दिघलबैंक, ठाकुरगंज, कोचाधामन, बहादुरगंज, टेढ़ागाछ और किशनगंज प्रखंड के चयनित गांवों में कार्यक्रम होगा।
23 सितम्बर को कोल्था, धनतोला, बंदरझूला, मचकुड़ी, गोवाबड़ी, हाटगांव और दौला पंचायत क्षेत्रों में पशु चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी।
24 सितम्बर को दामलबाड़ी, करुआमनी, भोलमारा, तेघारिया, झींगाकाटा, झुनकी मुसहरा और किशनगंज पंचायत में शिविर लगाया जाएगा।
25 सितम्बर को रायपुर, लोहागाड़ा, भोगडाबर, पुरन्दहा, पलासमनी, मटियारी और टेउसा पंचायतों के गांवों में लाभ पहुंचाया जाएगा।
26 सितम्बर को कुसियारी, पदमपुर, चुरली, बलीया, गांगी, डाकपोखर और सिंधिया कुलामनी पंचायत में सेवाएं मिलेंगी।
27 सितम्बर को कस्बा कलियागंज, इकरा, बेसरबाटी, सौन्था, नगर पंचायत बहादुरगंज, खनियाबाद और गाछपाड़ा पंचायत के गांवों तक यह सुविधा पहुंचेगी।
उद्देश्य
प्रशासन का कहना है कि इस पहल से जिले के ग्रामीण पशुपालकों तक समय पर और आसानी से इलाज की सुविधा पहुंचेगी। इसके साथ ही पशु स्वास्थ्य में सुधार और रोग नियंत्रण के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी।
जिला प्रशासन ने सभी पशुपालकों से अपील की है कि वे निर्धारित शिविरों में पहुंचकर इस निःशुल्क सुविधा का लाभ उठाएं और अपने पशुओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
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