किशनगंज जिले के गाछपाड़ा गांव में भूमि रजिस्ट्री में हुई गड़बड़ी ने एक रैयत को भारी परेशानी में डाल दिया है। गाछपाड़ा निवासी दीपक सिंह, पिता रघुनाथ सिंह ने जिला पदाधिकारी विशाल राज को आवेदन देकर अपनी जमीन की गलत जमाबंदी को सुधारने की मांग की है।
दीपक सिंह के अनुसार, मौजा-गाछपाड़ा, थाना नंबर-21, जमाबंदी संख्या-129, खाता संख्या-129 तथा खेसरा नंबर-441/442/443 की जमीन जो उनके पूर्वज स्व. मनु लाल सिंह के नाम पर खतियानी थी, उसे गलत तरीके से स्व. विशेश्वर सिंह के नाम पर ऑनलाइन जमाबंदी रजिस्टर में दर्ज कर दिया गया है।
दीपक सिंह ने बताया कि वह स्व. मनु लाल सिंह के नाती एवं स्व. पैनी देवी (मनु लाल सिंह की पुत्री) के पुत्र हैं। उनके अनुसार, अंचलाधिकारी राहुल कुमार एवं राजस्व कर्मचारी अर्पणा कुमारी के ID से ऑनलाइन जमाबंदी में हेराफेरी की गई है।
उन्होंने यह भी बताया कि जमाबंदी विवरण निकालने पर यह पाया गया कि रैयत के रूप में स्व. मनु लाल सिंह की जगह स्व. विशेश्वर सिंह का नाम दर्ज है, जबकि मनु लाल सिंह के और भी कई वारिस मौजूद हैं।
दीपक सिंह का कहना है कि इस गलत प्रविष्टि के कारण उन्हें जमीन से संबंधित कार्यों में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और वे न्याय की उम्मीद में प्रशासन की शरण में गए हैं।
जिला पदाधिकारी विशाल राज ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। हालांकि, अंचलाधिकारी राहुल कुमार से इस विषय पर संपर्क साधने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस भूमि विवाद पर क्या कदम उठाता है और पीड़ित को कब तक राहत मिलती है।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
किशनगंज जिले के गाछपाड़ा गांव में भूमि रजिस्ट्री में हुई गड़बड़ी ने एक रैयत को भारी परेशानी में डाल दिया है। गाछपाड़ा निवासी दीपक सिंह, पिता रघुनाथ सिंह ने जिला पदाधिकारी विशाल राज को आवेदन देकर अपनी जमीन की गलत जमाबंदी को सुधारने की मांग की है।
दीपक सिंह के अनुसार, मौजा-गाछपाड़ा, थाना नंबर-21, जमाबंदी संख्या-129, खाता संख्या-129 तथा खेसरा नंबर-441/442/443 की जमीन जो उनके पूर्वज स्व. मनु लाल सिंह के नाम पर खतियानी थी, उसे गलत तरीके से स्व. विशेश्वर सिंह के नाम पर ऑनलाइन जमाबंदी रजिस्टर में दर्ज कर दिया गया है।
दीपक सिंह ने बताया कि वह स्व. मनु लाल सिंह के नाती एवं स्व. पैनी देवी (मनु लाल सिंह की पुत्री) के पुत्र हैं। उनके अनुसार, अंचलाधिकारी राहुल कुमार एवं राजस्व कर्मचारी अर्पणा कुमारी के ID से ऑनलाइन जमाबंदी में हेराफेरी की गई है।
उन्होंने यह भी बताया कि जमाबंदी विवरण निकालने पर यह पाया गया कि रैयत के रूप में स्व. मनु लाल सिंह की जगह स्व. विशेश्वर सिंह का नाम दर्ज है, जबकि मनु लाल सिंह के और भी कई वारिस मौजूद हैं।
दीपक सिंह का कहना है कि इस गलत प्रविष्टि के कारण उन्हें जमीन से संबंधित कार्यों में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और वे न्याय की उम्मीद में प्रशासन की शरण में गए हैं।
जिला पदाधिकारी विशाल राज ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। हालांकि, अंचलाधिकारी राहुल कुमार से इस विषय पर संपर्क साधने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस भूमि विवाद पर क्या कदम उठाता है और पीड़ित को कब तक राहत मिलती है।
Leave a Reply