आगामी 11 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जिले की जीविका दीदियाँ मतदाता जागरूकता की अगुवाई कर रही हैं। स्वीप (SVEEP) यानी सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता कार्यक्रम के तहत, जिले के सभी सात प्रखंडों में जीविका दीदियाँ घर-घर जाकर लोगों को मतदान के प्रति जागरूक कर रही हैं।
उन्होंने अपने-अपने समूहों, ग्राम संगठनों और संकुल संघों में मतदाता जागरूकता बैठकों का आयोजन किया है। इन्हीं बैठकों में लोग मतदान के महत्व को समझ रहे हैं और दूसरों को भी मतदान के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
मतदाता जागरूकता के इस अभियान को रचनात्मक स्वरूप देने के लिए जीविका दीदियाँ प्रभातफेरी, मानव श्रृंखला, रंगोली प्रतियोगिता, मेंहदी अभियान, कैंडल मार्च और डोर-टू-डोर संपर्क कार्यक्रम चला रही हैं। इन रचनात्मक तरीकों से वे ग्रामीण इलाकों में मतदान का संदेश पहुँचा रही हैं।
जिन पंचायतों में पिछली बार मतदान प्रतिशत कम रहा था, वहाँ विशेष रूप से अभियान चलाया जा रहा है। दीदियाँ हर मोहल्ले और गली से गुजरते हुए लोगों को यह संदेश दे रही हैं — “सबसे जरूरी काम, मतदान”।
जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री विशाल राज के निर्देश पर यह व्यापक जागरूकता पहल चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि मतदान लोकतंत्र की रीढ़ है, और जीविका दीदियों का यह प्रयास वास्तव में सराहनीय है।
जीविका की जिला परियोजना प्रबंधक अनुराधा चंद्रा ने बताया कि इस अभियान में जिले की दो लाख से अधिक जीविका दीदियाँ सक्रिय रूप से जुड़ी हैं। वे 20 हजार स्वयं सहायता समूहों, 1,500 ग्राम संगठनों और 32 संकुल संघों के माध्यम से शत-प्रतिशत मतदान के लक्ष्य की दिशा में काम कर रही हैं।
उनके सामूहिक प्रयास से अब ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान के प्रति उत्साह और जन-जागरूकता दोनों ही तेजी से बढ़ रहे हैं।
सारस न्यूज़, किशनगंज।
आगामी 11 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जिले की जीविका दीदियाँ मतदाता जागरूकता की अगुवाई कर रही हैं। स्वीप (SVEEP) यानी सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता कार्यक्रम के तहत, जिले के सभी सात प्रखंडों में जीविका दीदियाँ घर-घर जाकर लोगों को मतदान के प्रति जागरूक कर रही हैं।
उन्होंने अपने-अपने समूहों, ग्राम संगठनों और संकुल संघों में मतदाता जागरूकता बैठकों का आयोजन किया है। इन्हीं बैठकों में लोग मतदान के महत्व को समझ रहे हैं और दूसरों को भी मतदान के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
मतदाता जागरूकता के इस अभियान को रचनात्मक स्वरूप देने के लिए जीविका दीदियाँ प्रभातफेरी, मानव श्रृंखला, रंगोली प्रतियोगिता, मेंहदी अभियान, कैंडल मार्च और डोर-टू-डोर संपर्क कार्यक्रम चला रही हैं। इन रचनात्मक तरीकों से वे ग्रामीण इलाकों में मतदान का संदेश पहुँचा रही हैं।
जिन पंचायतों में पिछली बार मतदान प्रतिशत कम रहा था, वहाँ विशेष रूप से अभियान चलाया जा रहा है। दीदियाँ हर मोहल्ले और गली से गुजरते हुए लोगों को यह संदेश दे रही हैं — “सबसे जरूरी काम, मतदान”।
जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री विशाल राज के निर्देश पर यह व्यापक जागरूकता पहल चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि मतदान लोकतंत्र की रीढ़ है, और जीविका दीदियों का यह प्रयास वास्तव में सराहनीय है।
जीविका की जिला परियोजना प्रबंधक अनुराधा चंद्रा ने बताया कि इस अभियान में जिले की दो लाख से अधिक जीविका दीदियाँ सक्रिय रूप से जुड़ी हैं। वे 20 हजार स्वयं सहायता समूहों, 1,500 ग्राम संगठनों और 32 संकुल संघों के माध्यम से शत-प्रतिशत मतदान के लक्ष्य की दिशा में काम कर रही हैं।
उनके सामूहिक प्रयास से अब ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान के प्रति उत्साह और जन-जागरूकता दोनों ही तेजी से बढ़ रहे हैं।
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