बहादुरगंज प्रखंड अंतर्गत झिंगाकटा इस्तमारार पंचायत में आम जनता की शिकायत पर मनरेगा के तहत चल रहे रोड और अन्य विकास कार्यों का निरीक्षण जिला परिषद अध्यक्ष रुकैया बेगम द्वारा किया गया। निरीक्षण के दौरान मनरेगा के कार्यों में भारी अनियमितताएं पाई गईं। पांच योजनाओं की जांच के क्रम में कार्य स्थल पर एक भी मजदूर उपस्थित नहीं पाया गया, जबकि ऑनलाइन NMS (नेशनल मॉनिटरिंग सिस्टम) के माध्यम से पांच योजनाओं में कुल 413 मजदूरों की उपस्थिति दर्ज की गई थी।
निरीक्षण के दौरान केवल एक योजना के कार्य स्थल पर 10 मजदूर उपस्थित पाए गए, लेकिन उनमें से किसी भी मजदूर का नाम मास्टर रोल में दर्ज नहीं था। इसके अलावा, किसी भी योजना स्थल पर योजना बोर्ड नहीं लगा हुआ था। जिस योजना में मजदूरों की उपस्थिति दर्ज की गई थी, वहां रोड काटकर मिट्टी भरी जा रही थी, जबकि यह प्रधानमंत्री सड़क योजना (रफीक आलम के घर तक मिट्टी कार्य) के अंतर्गत था, जिसमें जेसीबी और ट्रैक्टर का उपयोग हो रहा था।
मनरेगा के नियमों का उल्लंघन करते हुए, जिले में मनरेगा के कामों में लूट-खसोट और सरकारी पैसे का दुरुपयोग साफ नजर आया। इस लूट में मनरेगा कर्मियों की संलिप्तता भी पाई गई। जिला परिषद अध्यक्ष ने बताया कि इस लूट-खसोट के खिलाफ जिला पदाधिकारी और संबंधित विभागों को साक्ष्यों के साथ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जाएगा।
राहुल कुमार, सारस न्यूज़, किशनगंज।
बहादुरगंज प्रखंड अंतर्गत झिंगाकटा इस्तमारार पंचायत में आम जनता की शिकायत पर मनरेगा के तहत चल रहे रोड और अन्य विकास कार्यों का निरीक्षण जिला परिषद अध्यक्ष रुकैया बेगम द्वारा किया गया। निरीक्षण के दौरान मनरेगा के कार्यों में भारी अनियमितताएं पाई गईं। पांच योजनाओं की जांच के क्रम में कार्य स्थल पर एक भी मजदूर उपस्थित नहीं पाया गया, जबकि ऑनलाइन NMS (नेशनल मॉनिटरिंग सिस्टम) के माध्यम से पांच योजनाओं में कुल 413 मजदूरों की उपस्थिति दर्ज की गई थी।
निरीक्षण के दौरान केवल एक योजना के कार्य स्थल पर 10 मजदूर उपस्थित पाए गए, लेकिन उनमें से किसी भी मजदूर का नाम मास्टर रोल में दर्ज नहीं था। इसके अलावा, किसी भी योजना स्थल पर योजना बोर्ड नहीं लगा हुआ था। जिस योजना में मजदूरों की उपस्थिति दर्ज की गई थी, वहां रोड काटकर मिट्टी भरी जा रही थी, जबकि यह प्रधानमंत्री सड़क योजना (रफीक आलम के घर तक मिट्टी कार्य) के अंतर्गत था, जिसमें जेसीबी और ट्रैक्टर का उपयोग हो रहा था।
मनरेगा के नियमों का उल्लंघन करते हुए, जिले में मनरेगा के कामों में लूट-खसोट और सरकारी पैसे का दुरुपयोग साफ नजर आया। इस लूट में मनरेगा कर्मियों की संलिप्तता भी पाई गई। जिला परिषद अध्यक्ष ने बताया कि इस लूट-खसोट के खिलाफ जिला पदाधिकारी और संबंधित विभागों को साक्ष्यों के साथ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जाएगा।
Leave a Reply